जनता का साथ नेताओं का विकास, CM रघुवर दास ने अपनी और मंत्रियों-विधायकों की सैलरी बढ़ाई
रेवड़ियां बंट रही हैं, ऐसे में रेवड़ियां स्वयं क्यों न खाई जाये और क्यों न दूसरों को खिलाई जाये, ताकि अन्य नेताओं की बोलती ही बंद हो जाये और रही बात जनता की, तो वो बनी ही हैं, मरने के लिए। यह सोच है, राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास का। आज उन्होंने कैबिनेट से अपनी सैलरी बढ़वा ली। मंत्रियों की भी सैलरी बढ़ाई और कहीं विपक्ष इसको लेकर मुद्दा न बना दें, इसलिए उन्होंने सारे के सारे विधायकों की सैलरी बढ़वा दी, इससे हुआ ये, राज्य के सभी दलों ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी साध ली।
दुर्गापूजा, दीपावली, छठ नजदीक है, इसका भी मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ख्याल रखा, क्योंकि ऐसे समय में कोई बवाल भी नहीं काट सकता, क्योंकि सभी पूजा के माहौल में रहेंगे, तो बवाल कौन काटेगा, और जब तक छठ मनेगा, तब तक यह मुद्दा पुराना पड़ जायेगा। कमाल हैं नेताओं की महंगाई, महंगाई और जनता की महंगाई, गई तेल लेने।
जरा देखिये आपकी सरकार जो कहती है, सबका साथ, सबका विकास। कैसे सिर्फ अपने विकास के लिए जी और मर रही हैं। जरा देखिये मुख्यमंत्री ने अपनी सैलरी कितनी बढ़ाई। उन्होंने यानी मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपनी बेसिक सैलरी 60 हजार से बढ़ाकर 80 हजार कर दी। मंत्रियों की बेसिक सैलरी 50 से बढ़ाकर 65 हजार कर दी। स्पीकर की बैसिक सैलरी 55 हजार से बढ़ाकर 78 हजार कर दी। नेता प्रतिपक्ष की बेसिक सैलरी 50 हजार से बढ़ाकर 65 हजार, विधायकों की बेसिक सैलरी 30 हजार से बढ़ाकर 40 हजार रुपये कर दी।
यहीं नहीं, विधायकों का क्षेत्रीय भत्ता 20 हजार से बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया गया। यानी पूरे झारखण्ड की जनता की पैसों से ऐश करो, कोई बोलनेवाला नहीं हैं। यानी जनता का साथ और सभी दलों के नेताओं का विकास। हम आपको बता दें कि इस रघुवर सरकार ने इसे आज ही कैबिनेट से एप्रुव कर दिया और इन सारे नेताओं को बढ़ा हुआ वेतन, तत्काल प्रभाव से ही लागू हो गया।