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रांची में दो दिवसीय एयर शो का समापन, केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ के शब्दों में – हमारे जाबांज जब आसमान मापते हैं, तो बादल भी रास्ता छोड़ देते हैं

केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ के शब्दों में – ‘हमारे जाबांज जब आसमान मापते हैं, तो बादल भी रास्ता छोड़ देते हैं। आज एयर शो के समापन पर सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम ने आसमान में जो छाप छोड़ी, वह हमेशा के लिए रांचीवासियों के दिल में अंकित हो गया। इंडियन एयर फोर्स द्वारा किया गया यह शो अविस्मरणीय बन गया।

यह झारखण्ड का ऐतिहासिक शो रहा। सूर्यकिरण के जाबांज जब आसमान में कलाबाजियां दिखा रहे थे तो नीचे बैठा जनसमूह सांसे रोके, मंत्रमुग्ध हो एकटक देखता ही रहा। यह कार्यक्रम सेना की कलाबाजी नहीं, बल्कि उनके पराक्रम, शौर्य, तकनीक, आपसी समन्वय, आत्मविश्वास का सम्मिश्रण था, जहां उपर विमान गड़गड़ा रहे थे और नीचे तालियां।’

संजय सेठ ने यह भी कहा कि रांची में दो दिवसीय एयर शो का समापन हुआ है। यह एक नया शुभारंभ है। क्षेत्र के युवाओं के लिए कि वह भी भारतीय वायुसेना का हिस्सा बन सकें। देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत राष्ट्र रक्षा के साथ नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें। व्यक्तिगत जीवन में अनुशासन, समर्पण और वीरता से लबरेज रहें। यह रांचीवासियों सहित पूरे झारखंड के लिए एक ऐतिहासिक कार्यक्रम रहा। यह पहली बार हुआ जब वायुसेना के जाबाजों ने युद्ध के मैदान में नहीं, रांची के आसमान में अपने शौर्य, अनुशासन और पराक्रम का परिचय दिया।

हमें लगता है कि यह भाव सिर्फ रांची के सांसद व केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ के ही नहीं, बल्कि उन सभी के हो सकते हैं, जो वहां मौजूद थे और जो वहां मौजूद न होकर, चुटिया-नामकुम के आस-पास बने घरों के छतों पर भारतीय सेना के पराक्रम को देख रहे थे। ये दृश्य सभी को अचंभित करने वाला था और इन सभी को आंखों को तृप्त करने का श्रेय संजय सेठ को जाता है। अगर वे इसकी पहल नहीं करते, तो ये दृश्य देखना संभव नहीं था।

दो दिनों तक चले इस एयर शो का सभी ने रसास्वादन किया। भारतीय प्रशासनिक सेवा एवं भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों व उनके परिवारों व भाजपा से जुड़े नेताओं व उनके परिवारों के लोगों ने इसका विशेष आनन्द उठाया, जबकि सामान्य व मध्यमवर्गीय परिवार के लोगों को जहां से भी मौका मिला, वहीं से इन दृश्यों को आंखों में कैदकर भारतीय सेना के जाबांजों के साहस को देखकर, स्वीकार किया कि इनके हाथों में देश सुरक्षित है।

स्थानीय प्रशासन ने भी इसके लिए विशेष व्यवस्था की थी। कुछ स्कूली बच्चों को भी यहां तक लाने का विशेष प्रयास किया गया था। दो दिनों तक चले इस एयर शो में सूर्यकिरण टीम ने निम्नलिखित रोमांचकारी करतबों से सभी का मन मोहा। जो करतब सूर्य किरण टीमें द्वारा यह देखने को मिली। वो इस प्रकार है –

✈ फॉर्मेशन फ्लाइंग: टीम के विमान एक सटीक फॉर्मेशन में उड़ते हुए, डायमंड, एरोहेड, विक फॉर्मेशन का प्रदर्शन किया। यह करतब टीम के पायलटों के बीच उत्कृष्ट समन्वय और संचार कौशल का प्रदर्शन करता है।

✈ एयरोबेटिक मैन्यवर्स: टीम के पायलट विभिन्न एयरोबेटिक करतब जैसे कि लूप्स, रोल्स, स्पिन्स और इमेलमन टर्न्स का प्रदर्शन किया। ये करतब विमान की गति को प्रदर्शित करते हैं।

✈ क्रॉसओवर और इंटरसेप्ट: टीम के विमान एक दूसरे के करीब से गुजरते हुए विभिन्न पैटर्न्स में उड़े। यह करतब टीम के पायलटों के बीच उच्च स्तर की जागरूकता और नियंत्रण का प्रदर्शन करता है।

✈ स्मोक ट्रेल्स: टीम के विमान स्मोक ट्रेल्स छोड़ते हैं, जो आसमान में रंगीन धुएं के निशान बनाते हैं। यह करतब प्रभाव को बढ़ाया और दर्शकों के लिए एक यादगार अनुभव कराया।

✈ सोलो और सिंक्रोनाइज्ड मैन्यवर्स: टीम के पायलट सोलो और सिंक्रोनाइज्ड करतब दिखाये, जो उनकी व्यक्तिगत और सामूहिक क्षमताओं को प्रदर्शित करते हैं।

इनके अलावा भी कई करतब इस एयर शो में रांची की जनता को देखने को मिला। सूर्यकिरण टीम द्वारा किया गया यह शानदार प्रदर्शन न केवल दर्शकों को मनोरंजन प्रदान किया, बल्कि भारतीय वायु सेना की क्षमताओं और कौशल को भी प्रदर्शित किया। यह टीम देश के लिए गर्व का प्रतीक है और युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।

One thought on “रांची में दो दिवसीय एयर शो का समापन, केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ के शब्दों में – हमारे जाबांज जब आसमान मापते हैं, तो बादल भी रास्ता छोड़ देते हैं

  • शालीन वर्मा

    Great show

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