कांग्रेस ने की दिल्ली से झारखण्ड लौटे भाजपा के दो सांसदों संजय सेठ और पीएन सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने लॉकडाउन के बीच सारे नियमों की अनदेखी कर दिल्ली से झारखंड आने वाले भाजपा सांसदों रांची के संजय सेठ और धनबाद के पशुपति नाथ सिंह के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की मांग की है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि भाजपा सांसदों को दिल्ली से झारखंड आने की अनुमति किसने दी, यदि उन्हें अनुमति नहीं दी गयी, तो अविलंब पुलिस उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन शुरू होने के बाद जब परिवहन सेवा को पूरी तरह से बंद करने का आदेश भी नहीं लागू हुआ था, उस वक्त कुछ मजदूरों और स्थानीय लोगों को रांची से पाकुड़ भेजने के मुद्दे को लेकर भाजपा नेताओं ने कांग्रेस कोटे के मंत्री पर कई अनर्गल आरोप लगाये थे, लेकिन अब जब भाजपा सांसदों द्वारा खुले आम लॉकडाउन उल्लंघन मामले की सच्चाई सामने आयी है, तो नैतिकता के दृष्टिकोण से भाजपा के प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व को भी अपने सांसद के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग करनी चाहिए।
प्रदेश प्रवक्ता ने यह भी कहा कि दिल्ली से रांची लौटने के बाद सांसद संजय सेठ ने खुद को होम क्वारंटाइन करने की जगह राजनीति चमकाने के लिए अधिकारियों से मिलना-जुलना भी शुरू कर दी, ऐसे नेताओं को जनता की कोई चिंता नहीं है और गरीबों एवं जरूरतमंदों की मदद के बजाय मीडिया की सुर्खियों में आने में जुट गये है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में जब भाजपा सांसदों को अपनी कार से दिल्ली से झारखंड आने की छूट मिल सकती है, तो राज्य के कई ऐसे जरूरतमंद परिवार भी देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे है, वे भी अपनी कार या किराये के वाहन से राज्य में आ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से दिल्ली पुलिस ने तबलीगी जमात के अमीर मौलाना मोहम्मद साद समेत कई लोगों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है, उसी तरह से भाजपा सांसदों के खिलाफ भी गैर जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज होना चाहिए, तथा जिन अधिकारियों ने इन्हें क्वारन्टाइन नहीं किया, उन अधिकारियों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।