अपनी बात

PM मोदी के भाषण को नहीं झेल पाये कांग्रेसी, सदन से बाहर निकले, इधर PM ने विपक्ष को घमंडिया गठबंधन के नाम से पुकारा, राहुल को दी सलाह जब बात समझ न आये तो चुप रहना सीखें

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा की तरह आज संपूर्ण विपक्ष को अपने वक्तव्यों से निरुत्तर कर दिया। स्थिति ऐसी हुई कि जैसे-जैसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदन में अपने वक्तव्यों से संपूर्ण विपक्षियों को एक-एक कर जवाब दे रहे थे, वैसे-वैसे विपक्ष भी असहज होता जा रहा था, अंत में उनकी असहजता इतनी बढ़ गई कि वे अपने नेता राहुल गांधी के साथ सारे के सारे कांग्रेसी सदन से बाहर चले जाने में ही समझदारी समझी, जबकि पूरा देश अपने प्रधानमंत्री के भाषण को ध्यान से सुन रहा था। प्रधानमंत्री के भाषण ने एक बार फिर सिद्ध किया कि देश सुरक्षित हाथों में हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सदन में कहा कि कांग्रेस के लोग जिन-जिन संस्थाओं की मृत्यु की कामना करते हैं, वो और मजबूत होता चला जाता हैं। इसलिए वे इनकी बातों का बुरा नहीं मानते, क्योंकि वे जानते है कि कुछ अब अच्छा होनेवाला है क्योंकि जब ये लोकतंत्र के अहित की कामना करते हैं, इसका मतलब है कि लोकतंत्र और मजबूत होगा। वे हमारी बुराई की कामना करते हैं। मोदी तेरी कब्र खुदेगी कहते हैं, तो इसका मतलब है कि हम भी और मजबूत होंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस कितना भी बुरा की कामना करें आनेवाले समय में भारत टॉप के तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास न तो नीति है, न वीजन है, न नीयत है, इसलिए वे समझ नहीं पाते। उन्होंने कहा कि याद करिये कांग्रेस को तो कोरोना काल में भारत के वैक्सीन पर भी भरोसा नहीं था, क्योंकि ये भारतीयों के सामर्थ्य व लोगों पर विश्वास नहीं करते। जबकि वे जानते है कि हम भारतीयों के रिफार्म, ट्रांसफोर्म व परफार्म के कारने ही इस मुकाम तक पहुंचे हैं।

उन्होंने कहा कि उनके पास कई उदाहरण हैं, जिससे साफ पता चलता है कि ये लोग जिसका भी बुरा चाहते हैं, वो आगे बढ़ जाता हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि एक समय था जब ये हल्ला करते थे कि बैंकिंग सेक्टर डूब जायेगा, इनके द्वारा भांति-भांति के अफवाह उड़ाये जाते थे, विदेशों से भी अफवाह फैलाने के लिए लोग बुलाये जाते थे, पर आज बैकिंग सेक्टर किस उंचाई पर हैं, सभी जानते हैं।

उन्होंने ही एचएएल को लेकर व भारत के डिफेंस सेक्टर को लेकर अफवाह फैलाई कि यह भी डूबने जा रहा हैं, पर आज डिफेंस सेक्टर कहां हैं, सभी को पता है। उन्होंने कहा कि एक समय था कि ये लोग भारतीय जीवन बीमा निगम को लेकर अफवाहें फैलाई कि भारतीय जीवन बीमा निगम डूबने जा रहा हैं, पर आज भारतीय जीवन बीमा निगम की क्या स्थिति हैं, देश को पता है। दरअसल इनको एक रहस्यमयी वरदान मिला हुआ है कि ये जिसे बर्बाद करने की सोचेंगे वो आबाद हो जायेगा।

नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस दरअसल घमंड में इतनी चूर है कि उसे अपनी खिसकती जमीन दिखाई नहीं दे रही। 61 वर्षों से तमिलनाडू, 51 वर्षों से प. बंगाल, 38 सालों से गुजरात, उत्तर प्रदेश और बिहार, 35 सालों से त्रिपुरा, 25 वर्षों से नागालैंड और 28 वर्षों से ओड़िशा से साफ हो गई, मतलब जनता उस पर अविश्वास कर रही हैं, इसका उसे ध्यान ही नहीं। दिल्ली, आंध्र प्रदेश और बंगाल में तो उसका एक भी विधायक नहीं हैं।

नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जब बेंगलूरु में इन्होंने यूपीए का क्रियाकर्म किया तो उस समय लोकतांत्रिक व्यवहार के मद्देनजर मुझे संवेदना प्रकट करनी चाहिये थी, पर क्या करें वे खुद ही क्रियाकर्म भी कर रहे थे और जश्न भी मना रहे थे। वो भी खंडहर पर नया प्लास्टर लगाने का। उन्होंने कहा कि जिन्हें लाल मिर्च और हरी मिर्च में अंतर तक मालूम नहीं, उनका वेष बदलकर देश को धोखा देने की आदत देश के सामने आ ही जाती है। उन्होंने कहा कि इनकी मुसीबत यह है कि ये खुद को जिंदा रखने के लिए भी हमारा यानी एनडीए का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन घमंड के कारण इनका घमंड का आई इनसे नहीं छूट पाता।

उन्होंने कहा कि पहला आई का मतलब हैं – 26 दलों का घमंड और दूसरा आई का मतलब है – एक परिवार का घमंड और एनडीए तो चुरा लिया गया है। इन्होंने इंडिया को भी टूकड़ें कर दिये। सब में डॉट लगा दिया। उन्होंने इंडिया में शामिल डीएमके एक मंत्री का बयान जिसमें उसने कहा है कि तमिलनाडु तो भारत में हैं ही नहीं, का उल्लेख करते हुए कहा कि तमिलनाडू जिसने भारत को राजाजी, कामराज, एमजीआर, अब्दुल कलाम दिये। आज उस तमिलनाडु से ऐसी आवाज सुनाई दे रही, ऐसे में ये खुद चिन्तन करें।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इंडिया गठबंधन दरअसल घमंडिया गठबंधन है और इसकी बारात में हर कोई दुल्हा बनना चाहता है, सबको पीएम बनना है। उन्होंने कहा कि देश के स्वाधीनता से लेकर आज तक का इतिहास देखिये, कांग्रेस को शुरु से ही परिवारवाद व दरबारवाद पसंद है। इसने कई विकेट लिये, कई लोगों के हक मारे हैं। बाबा साहेब अम्बेदकर को दो-दो बार हरवाया। जगजीवन राम तक को नहीं छोड़ा। मोरारजी देसाई, चरण सिंह, चंद्रशेखर तक से विश्वासघात किये। परिवारवाद के लिए जो दरबारी नहीं थे, उनको इन्होंने तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

उन्होंने राहुल गांधी के कल के बयान पर चुटकी ली और कहा कि ठीक ही तो है कि हनुमान ने लंका नहीं बल्कि रावण के अहंकार ने लंका को जलाया था, तभी तो आप 400 से 40 पर आ गये। आपके शासनकाल में एरोप्लेन पर केक कटता था, आज एरोप्लेन से वैक्सीन जाती है। नौसेना के युद्धपोत पर मौजमस्ती की जाती थी, आज उस युद्धपोत को भारतीयों को बचाने में लगाया जाता है।

नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इन्हें 24 घंटे मोदी का सपना आता है। ये इतना मोदी से प्रेम करते हैं। उन्होंने कहा कि घमंडिया गठबंधन की आर्थिक नीतियों से देश को सावधान रहना होगा। उन्होंने कहा घमंडिया गठबंधन देश को दिवालिया करने, इकॉनोमी को डूबोने, डबल डिजिट महंगाई बढ़ाने, अस्थिरता फैलाने, करप्शन बढ़ाने, तुष्टिकरण करने, परिवारवाद, बेरोजगारी, आतंक और हिंसा फैलाने की गारंटी हैं, जबकि मोदी देश को विश्वास दिलाता है कि देश को भारत की जनता के सहयोग से टॉप के थ्री देशों में लाकर खड़ा कर देगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल राहुल गांधी द्वारा मां भारती पर की गई दुर्भाग्यपूर्ण टिप्पणी का उद्धरण देते हुए कहा कि जो लोग भारत तेरे टूकड़े होंगे का नारा देनेवालों का समर्थन करते और उनका प्रोत्साहन करते हैं, जो भारत को छिन्न-भिन्न करने का काम किया है, वे देश के हित की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि आखिर पांच मार्च 1966 को मिजोरम के नागरिकों पर वायुसेना द्वारा हमला किसने करवाया था? इंदिरा गांधी ने। अकाल तख्त पर हमले किसने करवाये थे? इंदिरा गांधी ने। 1962 के चीनी हमले के समय असम के लोगों को उनके हाल पर किसने छोड़ दिया था? पं. नेहरु ने।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अपशब्द कहना, झूठ फैलाना, यहीं कांग्रेसियों का खेल रहा है। देश इनसे ज्यादा अपेक्षा भी नहीं रखता। उन्होंने मणिपुर की घटना पर कहा कि देश हर चुनौतियों का मिलकर सामना करता है और इस चुनौती का भी समाधान निकलेगा। उन्होंने कहा कि पूरे देश के साथ-साथ ये सदन भी मणिपुर की महिलाओं, माताओं व बेटियों के साथ है। जिन लोगों ने मां भारती के बारे में गंदी बातें कही हैं, उन्होंने कई लोगों के मन को ठेस पहुंचाई है। ये कहनेवाले वे लोग हैं, जो सत्ता के बिना रह ही नहीं सकते, सत्ता के नहीं रहने पर इनका क्या हाल हो गया है, वो दिख रहा है। कभी मां भारती की मृत्यु की बातें करना, कभी लोकतंत्र और संविधान की हत्या की बात करना, दरअसल जो उनके मन में हैं, वो मुख पर कभी न कभी आ ही जाता है।

उन्होंने कहा कि जिन्होंने 14 अगस्त को मां भारती की दो भुजाएं काट दी, जो भारत को तीन टूकड़े कर दिये, वे हमें ज्ञान दे रहे हैं। आखिर इतना बोलने की हिम्मत उन्हें कहां से आ जाती हैं। जिस वंदे मातरम् की प्रेरणा व चेतना के स्वर से लोग स्वयं को बलिदान कर देते थे, उस वंदे मातरम् गीत के टूकड़े किसने किये? प्रधानमंत्री ने कहा कि हम भारत को मजबूत करने में लगे हैं। 2047 तक भारत पूर्ण विकसित होगा, हम देशवासियों के संकल्प शक्ति व पुरुषार्थ से इसे हासिल करके रहेंगे। उन्होंने कांग्रेसियों को कहा कि अगर आपको बातें समझ में नहीं आती तो चुप रहना सीखो।

उन्होंने अपने भाषण में यह भी कहा कि ये फ्लोर टेस्ट नहीं, बल्कि भगवान का आशीर्वाद है, जो विपक्ष को सुझाया और ये प्रस्ताव लेकर आये, उन्होंने बार-बार कहा कि विपक्ष द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव उनके लिए बराबर शुभ होता है, एनडीए बार-बार ज्यादा सीटें लेकर सरकार बनाती है। उन्होंने कहा कि जब देश में मंगल होता हैं तो ये काले कपड़े पहनकर आते हैं। ये जनता की विश्वास को कभी देख नहीं पाते। ये जो शुतुरमुर्ग एप्रोच इनका हैं, तो इसके लिए देश कर ही क्या सकता हैं?