अपनी बात

सजायाफ्ता भाजपा सांसद ढुलू का बयान उसके संसदीय इलाके में दो ही नेता वीर, एक कांग्रेस के समरेश तो दूसरा राजद के अकलू राम महतो, आप सब ने अच्छा किया कि भाजपा की जगह कांग्रेस की श्वेता सिंह को चुन लिया

धनबाद का सजायाफ्ता भाजपा सांसद ढुलू महतो ने गत् 15 फरवरी को बोकारो रानी पोखर स्थित रामडीह मोड़ के पास एक महती जनसभा को संबोधित करते हुए ताल ठोककर बोला कि उसके संसदीय क्षेत्र में दो ही लोग वीर थे। एक समरेश सिंह और दूसरे अकलू राम महतो। सजायाफ्ता भाजपा सांसद ढुलू के इस बयान का वीडियो खूब जोरों से वायरल हो रहा है और ये वीडियो का वायरल करनेवाले कोई दूसरे दल के लोग नहीं, बल्कि भाजपा के ही लोग है।

भाजपा के लोगों का कहना है कि सजायाफ्ता सांसद ढुलू महतो को भाजपा में एक भी नेता वीर नहीं मिलना और विस्थापितों की सभा में कांग्रेस पार्टी के नेता समरेश सिंह और राष्ट्रीय जनता दल के नेता अकलू राम महतो को वीर बताना अब साफ बता रहा है कि यह व्यक्ति भाजपा में रहकर भाजपा का ही गर्दन काट रहा है।

सजायाफ्ता सांसद ढुलू ने उक्त सभा में कहा कि विस्थापितों की इस सभा में बोकारों की कांग्रेस विधायक व समरेश सिंह की बहू श्वेता सिंह को आशीर्वाद देने के लिए बुलाना और उसमें हमें (ढुलू) भी बुलाने का जो काम किया गया। इसके लिए वे सदा ऋणी रहेंगे। सजायाफ्ता भाजपा सांसद ढुलू ने यह भी कहा इस क्षेत्र में कांग्रेस की विधायक व समरेश की बहू श्वेता सिंह को आपलोगों ने चुना, बहुत ही अच्छा काम किया। याद रहें कि कांग्रेस प्रत्याशी श्वेता सिंह भाजपा के प्रत्याशी विरंची नारायण को हराकर ही विधायक बनी है।

भाजपा में रहकर भाजपा का ही गड्ढा खोद रहा है ढुलूः विरंची

विरंची नारायण से इस मुद्दे पर जब विद्रोही24 ने बात की, तो वे कहते हैं कि जब विधानसभा का चुनाव हो रहा था, उस वक्त भी ढुलू महतो, श्वेता सिंह को जीताने के लिए एड़ी-चोटी एक किये हुए थे। उन्होंने उनकी सभा में आने तो दूर कभी-भी प्रचार करने के लिए भी समय नहीं दिया। जब उन्होंने इसकी शिकायत दिल्ली और प्रदेश के नेताओं से की, तो दिल्ली और प्रदेश के नेताओं ने भी उनकी शिकायत एक नहीं सुनी और आज जिस प्रकार से 15 फरवरी को ताल ठोककर, जनता को इसके लिए बधाई दी कि आपने श्वेता सिंह को जीताया, तो अब तो साफ हो गया कि यह व्यक्ति भाजपा में रहकर भाजपा का ही कैसे गड्ढा खोद रहा हैं?

यहां कुत्ता बिल्ली भी अपने को वीर बोलता हैः सजायाफ्ता सांसद ढुलू

ढुलू ने विस्थापितों की सभा में यह भी कहा कि कुछ लोग अपने को वीर कहते हैं। लेकिन असली में वीर यहां दो ही लोग थे एक समरेश सिंह और दूसरे अकलू राम महतो। मगर यहां देखते हैं कि कुत्ता बिल्ली भी अपने आपको वीर बोलता है। ढुलू का इशारा किस पार्टी की ओर था। इसे समझा जा सकता है। ढुलू ने यह भी कहा कि जो लोग तलवा चाटते हैं, उन्हें वीर नहीं कहा जाता। ढुलू ने उक्त सभा में एक भी भाजपा नेता का नाम नहीं लिया, वो बार-बार कांग्रेस पार्टी के दिवंगत नेता समरेश और अकलू राम महतो को ही महान बताने में लगा रहा। उसके नजरों में भाजपा के नेता क्या थे और क्या हैं, 15 फरवरी को पता लग गया।

अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए दलबदल में माहिर और युवाओं का भविष्य दांव पर लगानेवाला व्यक्ति वीर नहीं होता ढुलूः विरंची

पूर्व भाजपा विधायक विरंची नारायण बताते है कि जिस समरेश सिंह को सजायाफ्ता भाजपा सांसद ढुलू महतो वीर बताते हैं। ये समरेश सिंह ऐसे वीर थे कि इन्होंने अपने विधायक कार्यकाल में बोकारो इंजीनियरिंग कॉलेज के नाम से बीएसएल प्लांट से प्लॉट लिया और विधायक फंड की बड़ी राशि उसमें झोंक दी। 550 नौजवानों का उसमें नामांकन हुआ।

बाद में वो इंजीनियरिंग कॉलेज चला नहीं, बंद हो गया। आज भी उसके छात्र मारे-मारे फिर रहे हैं। उन्हें चपरासी तक की नौकरी नहीं मिली। ये वहीं समरेश सिंह थे, जो कभी भाजपा, तो कभी वनांचल कांग्रेस, तो कभी बसपा, तो कभी झाविमो यानी जब जैसी जरुरत, वैसा पाला बदल लिया, मतलब दलबदलू बनकर इधर-उधर मारते फिरे, बाद में कांग्रेस की शरण ली और ऐसे लोग सजायाफ्ता ढुलू की नजर में वीर कहलाते हैं। ऐसे भी ये कहलाये क्यों नहीं, ढुलू का भी तो चरित्र वैसा ही हैं। भाजपा में रहकर भाजपा का एक भी नेता उनकी नजरों में वीर नहीं और दूसरे दलों का नेता उन्हें वीर दिख गया।

राजनीतिक पंडितों का मानना है कि सजायाफ्ता ढुलू महतो को अपने धन का बहुत ही घमंड है। इसी धन के बल पर वो भाजपा के शीर्षस्थ नेताओं से लेकर प्रदेशस्तर के नेताओ को अपने इशारों पर नचवाता है। कई पत्रकार छोटे-मोटे नहीं, बड़े-बड़े आजकल उसके टूकड़ों पर पलते हैं। बड़े-बड़े आध्यात्मिक गुरु और कथावाचक तो उसके धन के आगे लोट तक जाते हैं।

ऐसे में वो आजकल जो बोल रहा है। वो शब्द बन जा रहे हैं। शायद इसे ही कलियुग कहा जाता है। लेकिन सजायाफ्ता ढुलू को मालूम नहीं कि इस दुनिया में कोई ऐसा भी शख्स हैं। जो उसकी सारी घमंड को चकनाचूर करने की ताकत रखता है। वो भी सिर्फ और सिर्फ सत्यनिष्ठा से। आखिर वो कौन हैं। सजायाफ्ता ढुलू को समझना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *