मुख्तार अंसारी जैसे अपराधियों के भी लाखों फौलोवर्स थें/हैं, तो क्या ऐसे लोग हमारे लिए आदर्श हो जायेंगे, ठीक वैसे ही ढुलू के लाखों समर्थक क्यों न हो जाये, वो सबके लिए आदर्श हो जायेगाः पीएन सिंह
धनबाद के पूर्व सांसद पशुपति नाथ सिंह, जिन्हें आम लोग पीएन सिंह के नाम से जानते हैं। जिन्होंने तीन-तीन बार धनबाद विधानसभा का नेतृत्व किया, तीन-तीन बार धनबाद लोकसभा से सांसद बने, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे, झारखण्ड में उद्योग मंत्रालय व मानव संसाधन मंत्रालय तक को संभाला, जिस व्यक्ति पर उनके सार्वजनिक जीवन में कोई दाग तक नहीं हैं, आज वे वर्तमान सांसद ढुलू महतो और उनके समर्थकों द्वारा उन पर की जा रही छीटाकशीं से दुखी है।
विद्रोही24 से बातचीत में वे कहते हैं कि आज देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी है, कभी उसी पद पर अटल बिहारी वाजपेयी भी रहे हैं। क्या किसी ने नरेन्द्र मोदी के मुख से अटल बिहारी वाजपेयी की आलोचना सुनी है या अटल बिहारी वाजपेयी के खिलाफ कभी कोई गंदी टिप्पणी सुनी है। दरअसल ये भाजपा का संस्कार नहीं हैं और न ही कोई संस्कारित व्यक्ति इस प्रकार की हरकतें कर सकता है।
लेकिन अब तो नई अवधारणा बन गई है। लोग स्वयंभू बनते जा रहे हैं। अपने आगे किसी को लगाना पसंद नहीं करते तो अब इस प्रकार की टिप्पणियां उन्हें कोई आश्चर्य नहीं करती। ढुलू महतो लोकसभा चुनाव के समय भी इस प्रकार की टिप्पणियां करते रहे थे। लेकिन उस वक्त हमलोग कुछ नहीं बोलते थे, क्योंकि उससे पार्टी का नुकसान होता और हम अपने जीते जी पार्टी का नुकसान होता नहीं देख सकते।
पीएन सिंह यह भी कहते है कि कुख्यात अपराधी मुख्तार अंसारी या कई ऐसे भारत में अपराधियों का समुह रहा हैं, जिसने अपराध के बल पर अपना साम्राज्य स्थापित किया। उसके चाहनेवालों की संख्या भी लाखों-करोड़ों में हैं। लेकिन ऐसे लोग हम जैसे लोगों के लिए आदर्श तो कभी नहीं हो सकते। उसी प्रकार ढुलू महतो जैसे लोगों के भी बहुत सारे लोग फौलोवर्स हैं। लेकिन वे सभी के लिए आदर्श ही जायेंगे। ऐसा भी नहीं हैं।
पीएन सिंह कहते हैं कि भाजपा को शीर्ष पर पहुंचानेवालों को यह सोचना होगा कि वे भाजपा को किस ओर ले जाना चाहते हैं। अगर वे अपने रवैये में बदलाव लाते हैं तो ठीक है। नहीं तो, जिस प्रकार की स्थितियां और परिस्थितियों का अब निर्माण हो रहा है। वो किसी भी प्रकार से ठीक नहीं है। न तो पार्टी के लिए और न ही देश के लिए।
वे कहते हैं कि एक सांसद का क्या काम होता है। उस कार्य को हमने भलीभांति निर्वहण किया। उनका सार्वजनिक जीवन एक खुला किताब है। हमारा काम रात भर जागकर कोयला से लदी ट्रकों को गिनना और उससे वसूली करना थोड़े ही न हैं। जिसका जो काम हैं, वो काम उसी को साजता है। पीएन सिंह यह भी कहते है कि दरअसल ये व्यक्ति पूरी तरह भाजपा को किडनैप कर लेना चाहता है, ठीक उसी प्रकार जैसे इसने बाघमारा विधानसभा में रहकर किया।
जैसे बाघमारा विधानसभा में उसके खिलाफ कोई कैंडिडेट होने का दावा नहीं करता था। ठीक उसी प्रकार वो चाहता है कि धनबाद में हम ऐसा कर दें कि फिर जब भी लोकसभा चुनाव हो, तो उसके खिलाफ कोई कैंडिडेट होने का प्रयास ही नहीं करें। वे कहते हैं कि आज वो धनबाद से भाजपा का सांसद बन गया और अब बाघमारा से वो अपने भाई के लिए टिकट मांग रहा है।
क्या अभी किसी की हिम्मत है कि ढुलू के भाई के खिलाफ आनेवाले विधानसभा चुनाव में बाघमारा से कैंडिडेट होने का भाजपा से दावा करें। दरअसल ये व्यक्ति खुद और अपने परिवार के लिए कुछ भी कर सकता है, इसके लिए पार्टी या देश थोड़े ही है, लेकिन ये बात किसको हम समझाएं। ये सारी बातें समय पर छोड़ दीजिये, समय हर का इलाज बढ़िया से करना जानता है।