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JMM की संकल्प सभा में उमड़ा जनसैलाब, हेमन्त को जेल में डालने को लेकर BJP व ED के खिलाफ दिखा जनाक्रोश, CM चम्पाई ने लोगों से कहा भाजपा को कहीं से भी जीतने मत दो

आज झारखण्ड मुक्ति मोर्चा की पुरानी विधानसभा मैदान में संकल्प सभा थी। इस संकल्प सभा में रांची के विभिन्न गांवों-मुहल्लों व टोलों से बड़ी संख्या में आदिवासियों-मूलवासियों का भारी जुटान हुआ। सभी अपने-अपने परपरांगत पोशाक व हथियारों के साथ जुटे थे। सभी के चेहरे पर आक्रोश स्पष्ट दिख रहा था। जाहिर है, यह आक्रोश भाजपा और प्रवर्तन निदेशालय के खिलाफ था। सभी का कहना था कि उनके नेताओं को बेवजह फंसाकर जेल में डाला गया है, जो उन्हें मंजूर नहीं।

इस जनसैलाब को देखकर राजनीतिक पंडितों को अनुमान हो गया कि झारखण्ड में हेमन्त सोरेन ने अपना राजनीतिक कद किस प्रकार बढ़ाया है। आश्चर्य है कि हेमन्त सोरेन के न रहने पर भी उनके नाम पर यहां जनसैलाब उमड़ा और झामुमो के सभी बड़े-छोटे नेताओं को ध्यानपूर्वक सुना और फिर सभा समाप्त होने के बाद शांतिपूर्वक अपने-अपने घरों की ओर लौटे। इस सभा में हर उम्र के लोग थे। काफी संख्या में महिलाएं भी जुटी थी। जो हेमन्त सोरेन के खिलाफ कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थी। सभी का स्वर एक था, उनका कहना था कि हेमन्त सोरेन को फंसाया गया है, उन्हें हर हाल में जेल से उन्हें छुड़ाना, उनका अंतिम लक्ष्य है।

आज संकल्प लेकर जाएं कि अपने इलाके में भाजपा के पक्ष में एक भी वोट पड़ने नहीं देंगे – चम्पाई सोरेन

शायद यही कारण रहा कि मंच पर उपस्थित सभी नेताओं के निशाने पर भाजपा और केन्द्रीय एजेंसियां रही। मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन तो संकल्प सभा को संबोधित करते हुए साफ कहा कि भाजपा की राजनीति बहुरुपियां सदृश है। इससे पहचानने और समझने की जरुरत है। इसलिए आज आप सभी संकल्प लें कि आपके इलाके में भाजपा के पक्ष में एक भी वोट न पड़ें। चम्पाई सोरेन ने कहा कि संघर्ष दो तरह का होता है। आज का संघर्ष लाठी और डंडे से नहीं होता, बल्कि वोट से होता है।

उन्होंने कहा कि आप झारखण्ड की 14 लोकसभा सीटों में से एक भी सीट पर भाजपा को जीतने ही मत दीजिये। यह बहुत ही जरुरी है। चम्पाई ने कहा कि झारखण्ड की भाषा-संस्कृति को बचाने के लिए, खेत-खलिहानों को बचाने के लिए, आदिवासी-मूलवासियों को बचाने के लिए और सामाजिक व्यवस्था को बचाने के लिए यह बहुत ही जरुरी है।

चम्पाई सोरेन ने कहा कि भाजपा ऐसी पार्टी है कि इसने कभी भी आदिवासियों के हित के बारे में सोचा ही नहीं। हमेशा घड़ियाली आंसू बहाते रहा। सरना धर्म कोड की मांग की, तो नहीं दिया। यह झारखण्डियों के हित के बारे में नहीं सोचती, इसकी तो गिद्ध दृष्टि सिर्फ और सिर्फ यहां के खनिज-संपदा पर रहती है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार किस चिड़ियां का नाम है, ये किस जगह पर रहती है, क्या झामुमो को नहीं मालूम? यहां तो भ्रष्टाचार के नाम पर राजनीति है।

चम्पाई सोरेन ने कहा कि हमारे नेता हेमन्त बाबू ने जैसे ही घास-फूंस मे रहनेवालों की तकदीर संवारनी शुरु की। केन्द्र में बैठे भाजपा नेताओं को बुरा लगना शुरु हुआ और फिर शुरु हुआ उन्हें जेल में डालने की तैयारी। उन्होंने कहा कि हम ऐसे चुप नहीं बैठेंगे, हम संघर्ष करनेवाले लोग हैं। संघर्ष करेंगे और अपने नेता को जेल से रिहा करवायेंगे और भाजपा की कारगुजारियों को सभी के सामने नंगा करेंगे।

चम्पाई सोरेन ने कहा कि हाथी उड़ानेवाले लोग, झामुमो पर अंगूली उठा रहे हैं। आदिवासियों के बच्चे पढ़ नहीं पाये, इसके लिए राज्य के पांच हजार से ज्यादा स्कूलों को बंद करवा देनेवाले लोग हमें सीखा रहे हैं। राज्य के आदिवासी-मूलवासी इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे और भाजपा को सबक सीखाकर रहेंगे। ये भाजपा को जान लेना चाहिए।