अपनी बात

रांची के चित्रकार दयाल साव ने चित्र के माध्यम से जन-जागरण चलाया, दिया संदेश – जल्द हारेगा कोरोना

इस कोरोना महामारी से लड़ने व जन-जागरण चलाने में केवल राजनीतिक दल या पत्रकार या सामाजिक संगठन ही नहीं सक्रिय हैं, बल्कि कुछ चित्रकार भी हैं, जो अपने कूचियों से लोगों को जगाने की सफल कोशिश कर रहे हैं, जिसका फायदा समाज को मिल रहा है। हमारा मानना है कि जिस देश में समाज का हर वर्ग महामारी से लड़ने के लिए निकल पड़ता हैं, वहां महामारी को हारना ही पड़ता हैं, निःसंदेह हम जल्दी ही कोरोना महामारी पर विजय प्राप्त करेंगे।

हम यहां बात कर रहे हैं, एक चित्रकार दयाल साव की, जो रांची में ही रहते हैं, उन्होंने अपने कूचियों से बहुत ही सुंदर एक चित्र जनता के सामने रखा हैं, जिसमें एक बहुत सुंदर संदेश भी हैं, जो कोरोना से लड़ने के लिए लोगों को प्रेरित करता हैं। यह चित्र हमने इस आर्टिकल में उपयोग भी किया है, जो आपके समक्ष हैं, आप स्वयं देखे कि चित्रकार दयाल साव, इस चित्र के माध्यम से कितना सुंदर संदेश दे रहे हैं।

दयाल साव ने अपने चित्र के माध्यम से स्पष्ट कहा है – “ हमको डरना जरुरी है, तो तोरो मरना जरुरी है, तोर चक्कर में पब्लिक पीटा रहा है। सात पुश्तैनी याद रहेगा ई लाठी चार्ज” और उसके बाद एक खुबसुरत संदेश लोगों को जगाते हुए कहा गया है कि “इंडिया घर में टिकेगा, तभी कोरोना मिटेगा। संरकारी सूचना सुनते रहे, अफवाहों पर ध्यान न दें।”

चित्रकार दयाल साव ने ठीक ही कहा है कि सरकारी सूचना सुनते रहे, अफवाहों पर ध्यान न दें, क्योंकि मैं देख रहा हूं कि रांची में ही कुछ असामाजिक तत्वों ने कोरोना को लेकर सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने का प्रयास शुरु कर दिया है, हालांकि उनका जवाब लोग सोशल साइट पर बहुत अच्छे तरीके से दे रहे हैं, लेकिन ये असामाजिक तत्व चुप बैठे रहेंगे, इनकी संभावना कम दिख रही हैं, पर यह भी सच्चाई है कि जब समाज के प्रति ईमानदार पत्रकार-चित्रकार या कोई भी व्यक्ति निकलेगा, तो कुछ अच्छा ही होगा, यकीन मानिये, कोरोना जल्द हारेगा, हम एक बेहतर स्थिति में जल्दी ही होंगे। चित्रकार दयाल साव जी, आपको इस बेहतर चित्रकारी के लिए बहुत-बहुत बधाई।