रघुवर भक्तों एवं दलबदलूओं को मिलाकर दीपक प्रकाश ने बनाई भाजपा की नई टीम, झारखण्ड में भाजपा बर्बादी की राह पर
भले ही राज्य की जनता ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया। उन्हें जमशेदपुर पूर्व से हार का स्वाद चखा दिया, पर भाजपा में आज भी हर-हर रघुवर, भज-भज रघुवर, घर-घर रघुवर ही चल रहा है, तभी तो कल भाजपा प्रदेश की नई टीम की घोषणा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने जब की, तब इसका खुलासा हो गया।
राजनीतिक पंडितों का मानना है कि चूंकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश खुद ही कभी भाजपा से झाविमो और झाविमो से फिर भाजपा में आये हैं, तो उन्हें दलबदलूओं की पीड़ा क्या होती हैं? उसका ऐहसास हैं, इसलिए उन्होंने भाजपा के समर्पित कार्यकर्ताओं को बाहर का रास्ता दिखाया, तथा रघुवर शासनकाल में, रघुवर भक्ति में लीन जिन-जिन लोगों ने अपनी पार्टी को छोड़कर भाजपा का दामन थामा और सत्ता के गलियारों के स्वाद चखें, भाजपा के टिकट पर सांसद व विधायक बने, उन्हें प्रदेश टीम में प्रमुखता से शामिल कर लिया गया।
इस टीम में उन्हें भी शामिल किया गया हैं, जिन्हें भाजपा के कार्यकर्ता खुद भी नहीं जानते, पर उन्हें प्रमुख पद दे दिया गया है। भाजपा के ही कद्दावर नेता (अपना नाम न छापने के शर्त पर बताते हुए) कहते हैं कि जरा पूछिये विवेक भवानी सिंह को जिन्होंने प्रदेश मंत्री का पद दिया, उक्त विवेक भवानी सिंह को कितने भाजपा के कार्यकर्ता जानते हैं?
सूत्र बताते है कि रांची स्थित निवारणपुर संघ कार्यालय की भी इसमें विशेष भूमिका रही हैं, और जिन-जिन पर संघ कार्यालय की कृपा रही, उसे भी पद थमा दिया गया। सूत्र बताते है कि सर्वाधिक पद रघुवर भक्ति में लीन लोगों को दिया गया, दूसरे स्थान पर दलबदलूओं तथा तीसरे स्थान पर वैसे लोगों को महत्वपूर्ण स्थान दिये गये, जो अपनी वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को सुरक्षित रखने अथवा वाणिज्यिक लाभ लेने के लिए राजनीति में आते हैं।
आश्चर्य की बात है कि दीपक बंका को कोषाध्यक्ष बनाया गया है, उसे भी बहुत कम ही लोग जानते हैं। राजनीतिक पंडित यह भी बताते है कि लगता है कि भाजपा में प्रदेश मीडिया प्रभारी का पद सदा के लिए शिवपूजन पाठक को समर्पित कर दिया गया है, क्योंकि इस बार भी यह महत्वपूर्ण पद इन्हीं के पास है, यानी ऐसा व्यक्ति जिसे पता ही नहीं कि मीडियाकर्मियों से कैसे बात की जाती है, उसे इस बार भी प्रदेश मीडिया प्रभारी बना दिया गया।
सूत्र बताते है कि कई मीडियाकर्मियों से इसकी तू-तू में-में हो चुकी है, पर जो जैसा, ठीक वैसा की नीति पर चलनेवाले इस शख्स ने फिर बाजी मार ली, जबकि इससे ज्यादा काबिल लोगों को सह मीडिया प्रभारी बनाकर अपमान कर दिया गया। इस टीम में झामुमो, राजद, झाविमो से आनेवाले उन सारे लोगों का ख्याल रखा गया है, जो मौका पाते ही कभी भी भाजपा का दामन छोड़कर अपने घर वापस लौट सकते हैं, क्योंकि दलबदल में माहिर ऐसे लोग इसी के लिए जाने जाते हैं।
इधर राजनीतिक पंडितों का मानना है कि दीपक प्रकाश ने जो नई टीम भाजपा की बनाई है, वो राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के लिए राहत की बात है, क्योंकि इससे अंदर ही अंदर वे भाजपा नेता-कार्यकर्ता, जो भाजपा के लिए जीने-मरने की कसम खाते हैं, वे भाजपा में रहकर ही भाजपा का अब जड़ खोदेंगें, जिसका खामियाजा भाजपा को भुगतना ही होगा।
राजनीतिक पंडितों का ये भी मानना है कि ये भाजपा में ले-दे की संस्कृति जो चल पड़ी हैं, और जो सरला-बिरला स्कूल से जुड़े एक शख्स पर जो संघ और भाजपा के लोग जो ज्यादा प्रेम दिखा रहे हैं, इसका भी नुकसान भाजपा को जल्द ही देखने को मिलेगा। फिलहाल नये-नये प्रदेश टीम में शामिल लोग आज हलवा-पुड़ी खा कर जम्हाई ले सकते हैं, पर असली मजा तो झामुमो-कांग्रेस के लोग ले रहे होंगे, भाजपा की नई टीम देखकर।
meri nazar me sabhi BJP ke liye naye se lagte hain ek neelu ko chhodkar……samajhne wali baat ye hai ki mahamantri rahate huwe jinke netritva me chunao huwa aur buri tarah haar kar satta bhi chali gayi,unhee ko purre rajya ka adhyakchh bana diya gaya…….hamara rajya jin kendriya mahamantri ke adheen hai,wohi kamzor lagta hai.
dipak prakash ji ko nayee team me shahar ke purane rajnaitik karyakarta rajiv ranja mishra chunnu ji ko bhi lena chahiye ya phir mahanagar team le le.1974 se anti congress karyakarta hain.