राजनीति

सुप्रियो ने मुख्य चुनाव आयुक्त को सक्षम मतदाता बताते हुए ईवीएम में अब तक एक करोड़ सात लाख वोट BJP के पक्ष में डलवाने का आरोप लगाया, ईडी और मीडिया पर भी लगाये गंभीर आरोप

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज चुनाव आयोग व प्रवर्तन निदेशालय पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 2024 के चुनाव के बाद देश में लोकतंत्र व संविधान तो बचेगा, लेकिन चुनाव आयोग की निष्पक्षता व विश्वसनीयता पर सवाल उठेगा। इसलिए वे निर्वाचन आयोग और सर्वोच्च न्यायालय से स्वतः संज्ञान लेने की गुजारिश करेंगे कि अगर सही में चुनाव आयोग की स्वायत्तता-विश्वसनीयता को बचाये रखना है तो वो सार्वजनिक रुप से जनता के समक्ष सामने आये न कि एक पार्टी के लिए काम करें। उनका इशारा भाजपा की ओर था। सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज संवाददाता सम्मेलन में खुलकर कहा कि चुनाव आयोग के मुख्य आयुक्त भाजपा के लिए खुलकर काम कर रहे हैं।

सुप्रियो ने यह भी कहा कि अब तक झारखण्ड में हुई लोकसभा के चुनावों में आधी सीटें उन्होंने जीत ली है। परसो जो चुनाव संपन्न होंगे। उसमें की सारी सीटें इंडिया गठबंधन जीतेगी। उन्होंने कहा कि 24 में 14 हमारा होगा। उन्होंने कहा कि इस 24 में 14 हमारा होगा का छुपा उद्देश्य मूर्ख नहीं समझ पायेंगे और ऐसे भी मूर्खों को समझा पाना मुश्किल सा है। उन्होंने कहा कि मउ भंडार को जमशेदपुर बता देनेवाले लोगों को तो भाजपा के महिला मोर्चा के लोगों ने ही बढ़िया से समझा दिया है। इसलिए इन भाजपाइयों को क्या कहना?

सुप्रियो ने खुल कर कहा कि पांच चरणों के चुनाव संपन्न हो जाने के बाद ये तो बातें सामने आ गई कि क्या निर्वाचन आयोग निष्पक्ष रहा है? समान रुप से सारी चीजों को देख रहा है? मूल्याकंण कर रहा है? या किसी विशेष दल के लिए काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि पन्द्रह दिन पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव आयोग को इंडिया गठबंधन के नेताओं ने सूचित किया था कि वे हिन्दू मुसलमान अपने भाषणों में कर रहे हैं, अपने भाषणों में धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं।

उसी दौरान भाजपाइयों ने राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव आयोग को नोटिस दी थी। जिसको लेकर दोनों पक्षों को चुनाव आयोग ने नोटिस थमा दिया था। आज फिर नोटिस थमाई गई हैं और दोनों दलों को कहा गया है कि दोनों दल हिन्दू-मुसलमान की बात नहीं करेंगे। इंडिया गठबंधन तो ऐसी बात नहीं करती, आपने भाजपा पर कार्रवाई क्यों नहीं की? पीएम के सभा को क्यों नहीं रोका? नोटिस में कहा गया कि आप संविधान की बात नहीं करेंगे, अरे भाई संविधान हमें लोकतंत्र प्रदान करता है और हम संविधान की बात नहीं करें?

आप कह रहे है कि हम अग्निवीर की बात नहीं करें तो फिर किसकी बात करें। जिस प्रधानमंत्री ने इसे ड्रीम प्रोजेक्ट बताया था। 22 साल के युवा को रिटायर और बेरोजगार बना दिया था। हम उस पर बात नहीं करें? पीएम भैंस चुराने, मंगलसूत्र चुराने, नल चुराने की बात करेगा, अरे आप क्यों नहीं सोचते कि आप पीएम है। 144 करोड़ जनता के प्रतिनिधि है, ये अलग बात है कि आप एक घटिया पार्टी के स्टार प्रचारक है। ये दस साल की बात नहीं करते। उलूलजुलूल बाते करते हैं। टेम्पू से पैसा आता है तो आपका ईडी और डीआरआई क्या करता है? अडानी का कोयला स्केम 7200 करोड़ का जिसने तमिलनाडू इलेक्ट्रिक डिपार्टमेन्ट को चुना लगाया। इस पर क्यों नहीं बोलते।

सुप्रियो ने चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त को भाजपा का सक्षम मतदाता बताते हुए कहा कि इन्होंने अब तक एक करोड़ सात लाख वोट इवीएम में डलवाने का काम किया, जिससे भाजपा को लाभ पहुंचनेवाला है। मतलब प्रत्येक इवीएम मशीन में 28 हजार वोट डाले गये। ये चुनाव आयोग भाजपा के आगे डरा हुआ व सहमा हुआ है। छठा चरण का चुनाव होने जा रहा है और चुनाव आयोग की स्थिति देखिये। आप देखेंगे कि 2024 का आकड़ा ये 2027 तक नहीं दे पायेंगे। ये सारे के सारे मत भाजपा को दिखलायेंगे।

सुप्रियो ने कहा कि चुनाव आयोग ने देखा कि गोड्डा के भाजपा प्रत्याशी का टिव्ट आता है और इधर मंत्रिमंडल के दो सहयोगी हफीजुल हसन अंसारी और बादल पत्रलेख को ईडी द्वारा समन जारी हो जाता है। मीडिया का ऐसा नंगा नाच हमने नहीं देखा। क्या चुनाव आयोग, क्या प्रवर्तन निदेशालय अंधा है। ईडी इससे बच नही सकती, क्या ईडी को खंडन नहीं करना चाहिए कि हमने ऐसा पत्र नहीं जारी किया। क्या इस गंदे काम में ईडी और चुनाव आयोग इन्वॉल्व नहीं हैं? दरअसल ये जरमुंडी और मधुपुर के मतदाताओं को प्रभावित करने व डराने का काम किया गया है, क्योंकि गोड्डा में ये दोनों इलाके विधानसभा के पड़ते हैं और यहां ये दोनों मंत्री मजबूत स्थिति में हैं। इस प्रकार मतदाताओं को डराया नहीं जा सकता, ईडी और चुनाव आयोग को जवाब देना होगा।