भारी प्रचार-प्रसार के बावजूद रघुवर दास के स्वागत में नहीं जुटी भीड़, भाजपा कार्यकर्ताओं व जमशेदपुर की जनता ने रघुवर के स्वागत कार्यक्रम से बनाई दूरियां
रघुवर दास और उनके कुछ समर्थकों के लिए लगता है कि जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा ही राष्ट्र है और उस राष्ट्र के सबसे बड़े नेता अगर कोई है तो वे रघुवर दास हैं। भले ही झारखण्ड की राजधानी रांची में रघुवर दास को कोई न पूछे, पर जमशेदपुर पूर्व में तो उनकी ही चलेगी, लेकिन ये क्या इतना प्रचार-प्रसार करने के बावजूद रघुवर दास के स्वागत में गिने चुने लोग ही जुटे, जिन्हें आप अंगुलियों पर गिन सकते हैं, यानी भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की अपने ही घर में ऐसी बेइज्जती। भाई ऐसा तो आज तक हमने किसी का नहीं देखा।
कल भाजपा जमशेदपुर के मीडियी प्रभारी प्रेम झा ने एक लंबा-चौड़ा प्रेस विज्ञप्ति जारी किया था। जिसमें उन्होंने सभी मीडियाकर्मियों को ये सूचना दी थी कि रघुवर दास का जमशेदपुर के किन-किन जगहों पर और कौन-कौन सा भाजपा मंडल उनकी यानी रघुवर दास का स्वागत करेगा। बताया गया कि मानगो खुदी राम बोस चौक पर मानगो, उलीडीह, आजादनगर, एमजीएम, पटमदा, बोड़ाम एवं कमलपुर मंडल, मानगो बम स्टैंड गोलचक्कर पर सीतारामडेरा, बिरसानगर, टेल्को, बर्मामाइन्स, गोलमुरी, साकची पूर्वी मंडल, साकची शीतला मंदिर चौक पर साकची पश्चिम, बिष्टुपुर, कदमा, एवं सोनारी मंडल, रामलीला मैदान चौक पर जुगसलाई, बागबेड़ा, घाघीडीह, परसुडीह, सुंदरनगर, गोविंदपुर, घोड़ाबांधा, पोटका, कोवाली एवं आसनबनी मंडल, एग्रिको आवास पर बारीडीह मंडल एवं भाजपा जमशेदपुर महानगर महिला मोर्चा की मातृशक्ति रघुवर दास का भव्य स्वागत करेंगी।
बताया यह गया कि चूंकि भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने इन्हें यानी रघुवर दास को फिर से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। इसलिए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दोबारा बनने के बाद चूंकि रघुवर दास पहली बार जमशेदपुर आ रहे हैं, तो उनके इस आगमन पर जमशेदपुर के भाजपा कार्यकर्ता उनका भव्य स्वागत करेंगे, अभिनन्दन करेंगे। प्रेस विज्ञप्ति में यह भी बताया गया कि यह कार्यक्रम बुधवार यानी आज ही 11.30 बजे पूर्वाह्न में संपन्न होगा।
जब आज 11 बजने को आये तो प्रेम झा ने फिर सूचना दी कि रांची से जमशेदपुर आने में रघुवर दास को भारी बारिश के कारण देर हो रही है। इसलिए अब शहर पहुंचने का समय 12 बजे निश्चित किया गया है। समय में बदलाव के मद्देनजर सभी का सहयोग अपेक्षित है, और जनाब जब जमशेदपुर पहुंचे तो करीब सायं साढ़े छह बजे फिर वहीं महाशय ने एक प्रेस विज्ञप्ति बनाकर यह सूचना दी कि भारी बारिश के बाद भी भाजपा कार्यकर्ता जुटे रहे, रघुवर दास का शानदार स्वागत हुआ।
लेकिन सच्चाई यह है कि रघुवर दास का एक दो जगहों पर छोड़कर कही स्वागत नहीं हुआ, जहां स्वागत हुआ भी वहां गिनती के लोग जुटे थे। अगर आपको नहीं विश्वास है तो इस समाचार में कई फोटो दिये गये हैं, आप खुद उन फोटो में जो लोग मौजूद है, उनकी संख्या आप स्वयं गिन सकते हैं और अनुमान लगा सकते हैं कि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की अपने ही इलाके में क्या स्थिति है? और इन इलाकों में उनका कैसा स्वागत हुआ? कई फोटो में आप देखेंगे कि एक ही व्यक्ति हर जगह दिखाई पड़ रहा हैं, ये स्थिति थी आज के रघुवर दास के स्वागत कार्यक्रम की।
मतलब इतना ढोल-नगाड़ा पीटने के बावजूद, भाजपा कार्यकर्ताओं का रघुवर दास से दूरी बनाना साफ बता रहा है कि जमशेदपुर पूर्व से इस बार भी रघुवर दास शायद ही जीत पाये। राजनीतिक पंडितों की मानें तो अगर जमशेदपुर के दयाल होटल के नीरज सिंह ने अगर दिलचस्पी नहीं दिखाई होती। स्वयं के द्वारा भाजपा ब्रांड का स्वनाम लिखित छाता नहीं प्रदान करते और व्यवस्था नहीं संभाली होती तो ये उनतीस-तीस लोग भी जो रघुवर दास के साथ आज दिखाई पड़ रहे हैं, वो भी दिखाई नहीं पड़ते।
राजनीतिक पंडित ये भी बताते है कि नीरज सिंह इसलिए रघुवर दास और यहां रांची से आनेवाले भाजपा के बड़े नेताओं का ख्याल रखते है कि उन्हें भरोसा है कि रघुवर दास की कृपा और भाजपा के अन्य प्रदेशस्तरीय नेताओं की बदौलत उन्हें इस बार जमशेदपुर पश्चिम सीट से भाजपा के टिकट पर लड़ा दिया जायेगा।
राजनीतिक पंडितों की मानें, तो उनका कहना है कि अगर रघुवर दास का स्वागत ही होना था तो वे भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने थे, उनका स्वागत रांची में होना चाहिए था, पर रांची में तो उन्हें कोई पूछनेवाला भी नहीं था, ऐसे में जमशेदपुर में इतना उनके स्वागत के कार्यक्रम की प्रचार-प्रसार करने की जरुरत क्या थी, जबकि उनके पास कार्यकर्ता ही नहीं हैं। आखिर कब तक ये दूसरे पर आश्रित होकर अपने स्वागत का भी तमाशा बनायेंगे।
आज का रघुवर दास का स्वागत कार्यक्रम बता रहा है कि पूरा कार्यक्रम ही टायं-टायं फिस्स हो गया। ये अलग बात है कि कुछ अखबार कल रघुवर दास के पक्ष में उनके स्वागत को लेकर स्वयं को बचाने की कोशिश करेंगे, लेकिन आम जनता तो जानती है कि सच्चाई क्या है? राजनीतिक पंडित तो ये भी कहते है कि आज का रघुवर दास का स्वागत कार्यक्रम में जब भाजपा के कार्यकर्ता ही स्वयं नहीं दिख रहे हैं, तो जनता कहां से आयेगी?
आखिर रघुवर दास स्वयं को नरेन्द्र मोदी बनने की कोशिश कब छोड़ेंगे? वे अगर ये सोचते है कि जैसा नरेन्द्र मोदी का सभी जगह स्वागत होता हैं, वैसा ही वे अपना स्वागत रांची में न कराकर जमशेदपुर पूर्व में करा ही लेंगे तो भाई आज तो कार्यकर्ताओं ने आपसे दूरियां बना ली, जनता तो पहले से ही आपसे दूर हैं। भाजपा के राष्ट्रीय नेता आपको अपने सीने से चिपकाये रखे हुए हैं तो उसमें झारखण्ड और जमशेदपुर पूर्व की जनता कर ही क्या सकती हैं?
राजनीतिक पंडित तो ये भी कह रहे है कि आज रघुवर दास का अपने ही इलाके में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनने के बाद उनका फ्लॉप स्वागत अभिनन्दन कार्यक्रम के बारे में जब सरयू राय सुने होंगे तो निश्चय ही उन्हें जमशेदपुर पूर्व की जनता पर अभिमान हुआ होगा, क्योंकि वर्तमान में जमशेदपुर पूर्व के विधायक तो सरयू राय ही है।