झारखंड में गुटखा, तंबाकू आदि पर प्रतिबंध के बावजूद इन उत्पादों की बिक्री और सेवन न केवल सरकारी आदेशों का उल्लंघन, बल्कि राज्य के बच्चों और युवाओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ भीः आलोक दूबे
पासवा अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने मुख्य मंत्री हेमन्त सोरेन एवं कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर से झारखण्ड में गुटखा, तंबाकू और सिगरेट पर प्रतिबंध को प्रभावी बनाने की मांग की हैं। इस संबंध में पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने झारखण्ड के मुख्य मंत्री हेमन्त सोरेन एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के महासचिव व झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रभारी गुलाम अहमद मीर को पत्र लिखकर राज्य में गुटखा, तंबाकू और सिगरेट पर प्रभावी तरीके से प्रतिबंध को लागू करने को कहा है।
पत्र में श्री दूबे ने कहा कि झारखंड सरकार ने गुटखा, तंबाकू और सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया था, लेकिन इसके बावजूद इन उत्पादों की बिक्री और सेवन खुलेआम हो रहा है। यह न केवल सरकारी आदेशों का उल्लंघन है, बल्कि राज्य के बच्चों और युवाओं के स्वास्थ्य को भी गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है।
उन्होंने विशेष रूप से चिंता व्यक्त की कि स्कूलों के छात्र और युवा वर्ग स्कूल से निकलने के बाद गुटखा, तंबाकू और अन्य नशे के पदार्थों का सेवन करने लगे हैं, जिससे उनके माता-पिता, चाहे वे किसी भी वर्ग से हों, परेशान हैं। कई बार बच्चों के दंडित होने के बाद मानसिक तनाव के कारण वे आत्महत्या जैसे घातक कदम उठा लेते हैं। श्री दूबे ने यह भी बताया कि तंबाकू और गुटखा की लत के बाद कई युवा ड्रग्स का सेवन करने लगते हैं, जिससे इंट्रावेनस ड्रग ट्रांसमिशन का कारण बनता है और एचआईवी/एड्स जैसी गंभीर बीमारियों का संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ता है।
उन्होंने गुलाम अहमद मीर एवं मुख्य मंत्री से आग्रह किया कि राज्य में गुटखा, तंबाकू और सिगरेट पर लगे प्रतिबंध को प्रभावी रूप से लागू किया जाए और नशीले पदार्थों के अवैध व्यापार को रोकने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जाए, ताकि झारखंड की युवा पीढ़ी को एक सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य मिल सके। पासवा अध्यक्ष ने गुलाम अहमद मीर जी से सकारात्मक हस्तक्षेप की उम्मीद जताई है, ताकि राज्य के नागरिकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा और समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।