अपनी बात

धनबाद की घटनाः एक दलित ने दलितों को जगाया, पूर्व में इनकार कर रहे लगभग 250 दलितों ने कोरोना वैक्सीन ली

धनबाद से एक बहुत अच्छी खबर, विद्रोही24 के पास पहुंची है। धनबाद के जिस दलित बस्ती में गत् गुरुवार तक कोई भी युवक/युवती, पुरुष-महिलाएं भय के कारण कोरोना वैक्सीन लेने को तैयार नहीं थे/थी। एक दलित युवक अनिल बांसफोड़ के आगे आने, उसके द्वारा समझाने तथा प्रशासनिक अधिकारियों/राजनीतिज्ञों व समाजसेवियों को साथ में ले लेने के बाद वहां स्थिति ही बदल गई।

कल यानी शुक्रवार को सेन्ट्रल हास्पिटल के ठीक पीछे स्थित भारत कोकिंग कोल लिमिटेड द्वारा संरक्षित अम्बेडकर स्कूल ऑफ मार्शल आर्ट्स के तत्वावधान में सफाई कर्मचारी समाज के लिए विशेष कोविड 19 टीकाकरण अभियान चलाया गया, जिसमें करीब 250 सफाई कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों ने पहली बार कोविड वैक्सीन ली, जिससे उस इलाके में आनन्द का वातावरण बन गया।

बताया जाता है कि अनिल बांसफोड़ ने कई बार अपने इलाके के लोगों को कोविड वैक्सीन लेने की सलाह दी, पर कोई तैयार नहीं होता था, वह प्रशासनिक अधिकारियों के पास भी गया, उसके बाद भी उसे सफलता नहीं मिल रही थी। अचानक उसकी मुलाकात डा. विकास राणा नोडल ऑफिसर डीआरएचओ से हुई तथा इसमें समाजसेवी विजय झा ने भी लोगों का सही मार्गदर्शन किया, जिससे स्थिति ही बदल गई।

अम्बेडकर स्कूल ऑफ मार्शल आर्टस के तत्वावधान में आयोजित इस कोविड वैक्सीन के स्पेशल कार्यक्रम में जमशेदपुर पूर्व के विधायक सरयू राय, दशरथ चंद्र दास डीडीसी धनबाद, बिजय झा पूर्व बियाडा अध्यक्ष, ललन चौबे राष्ट्रीय सचिव इंटक, डॉ एसके कांत सिविल सर्जन धनबाद भी उपस्थित हुए।

इस कोरोना वैक्सीन कार्यक्रम में सबसे पहले अम्बेडकर स्कूल ऑफ मार्शल आर्ट्स के अध्यक्ष सह मुख्य प्रशिक्षक एवं लिम्का बुक रिकॉर्ड होल्डर अनिल बांसफोर ने वैक्सीन लेकर उपस्थित सफाई कर्मचारियों एवं उनके परिजनों को वैक्सीन लेने के लिए उत्साहित कर सबको कोरोना गाइडलाईन का पालन करते हुए वैक्सीन लेने की सलाह दी।

इस अवसर पर टीकाकरण कार्यक्रम को सफल बनाने में लिम्का बुक रिकॉर्ड होल्डर सुनील बांसफोर, अमरजीत बांसफोर, मुकेश बांसफोर के साथ-साथ कृष्णा कुमार, अखिलेश, रुपेश, सूर्या, कुंदन, नितेश, निकेश आदि का योगदान भी सराहनीय रहा। जिसकी चर्चा सर्वत्र है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी चाहते है कि जहां भी कोरोना वैक्सीन को लेकर गलतफहमियां हैं, वहां युवा आगे आकर उन गलतफहमियों को दूर करें, ताकि कोरोना के खिलाफ जो देशव्यापी अभियान चल रहा हैं, उससे लोगों का भला हो। धनबाद में उसका सही चित्रण कल यानी शुक्रवार को देखने को मिला, जो सर्वत्र प्रशंसनीय रहा।