कांग्रेसी गुंडों के खिलाफ धनबाद के पत्रकार उतरे सड़कों पर, किया आंदोलन, धनबाद थाने में इन कांग्रेसी गुंडों के खिलाफ दर्ज कराई प्राथमिकी, कांग्रेसी गुंडों के कृकृत्यों की सर्वत्र हो रही निन्दा
कल धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर समाचार कवर करने गये पत्रकारों पर जिन कांग्रेसी गुंडों ने प्राणघातक हमले किये थे। उन कांग्रेसी गुंडों के खिलाफ धनबाद प्रेस क्लब के बैनर तले सैकड़ों पत्रकार आंदोलन के लिए सड़कों पर उतरें। धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर धरना दिया तथा कांग्रेसी गुंडों के इस कुकृत्यों की कड़ी आलोचना की। कांग्रेसी गुंडों द्वारा किये गये इस कुकर्म पर स्वयं कांग्रेसियों के ही हालत पस्त हो गये हैं। उन्हें सूझ ही नहीं रहा कि किस मुंह से जाकर वे पत्रकारों से बात करें।
बताया जा रहा है कि कल की घटना में दैनिक जागरण का छायाकार मो. शाहिद को कांग्रेसी गुंडों ने लोहे की रॉड से पीटा, जिसके कारण उसके नाक से बिल्डिंग होने लगी। उसके कैमरे तोड़ दिये गये। कई पत्रकारों के मोबाइल छीन लिये गये। जिसे बाद में उन गुंडों ने दे दिया। कल की घटना में नीरज कुमार, संजय कुमार और प्रेस क्लब का एक अधिकारी भी इन कांग्रेसी गुंडों के शिकार हुए।
बताया यह भी जा रहा है कि धनबाद थाने में इन कांग्रेसी गुंडों के खिलाफ पत्रकारों ने लिखित शिकायत दर्ज कराई है। जो प्राथमिकी में परिणित भी हो चुकी है। प्राथमिकी में पत्रकारों ने पुलिस को सूचना दी है कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष राशिद रजा अंसारी के सामने एवं उसके उकसावे पर, उसके दोनों बेटे कैफ व सैफ अंसारी, उसका भाई मन्नू अंसारी, शाहिद अंसारी, रफीजुल अंसारी तथा उनके अन्य साथियों ने पत्रकारों पर हमला बोला था, जिससे वहां उपस्थित कई पत्रकार घायल हो गये। कई के साथ इन सभी ने बदसलूकी भी की।
धनबाद प्रेस क्लब के अध्यक्ष संजीव झा का कहना है कि अगर धनबाद प्रेस क्लब द्वारा दी गई सूचना व कराई गई प्राथमिकी के आधार पर जल्द से स्थानीय पुलिस ने एक्शन नहीं लिया और इन सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो पत्रकारों का यह आंदोलन नहीं रुकेगा। इसके बाद पत्रकार शनिवार को समाहरणालय पर धरना देंगे। इससे भी बात नहीं बनी तो आनेवाले सोमवार के दिन भूख हड़ताल करेंगे।
संजीव झा ने कांग्रेस के नेताओं से भी ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। इन सभी को पार्टी से तत्काल निकालने का अनुरोध किया। यही नहीं सभी पत्रकारों ने एकमत से इन कांग्रेसी गुंडों से संबंधित सभी समाचार के बहिष्कार करने का निर्णय लिया और अपने-अपने अखबारों में इन्हें जगह नहीं उपलब्ध कराने का संकल्प लिया।