पूर्व में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम चलाकर हर गांव-पंचायत में अधिकारियों के साथ जनसमस्याओं का हल निकाला करते थे, अब उन्होंने ये जिम्मेदारी मंत्रियों को भी दीः सुप्रियो
पूर्व में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम चलाकर हर गांव-हर पंचायत में अधिकारियों के साथ जनसमस्याओं का हल निकाला करते थे। अब यह काम उन्होंने अपने मंत्रियों को भी दिया हैं। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अपने मंत्रियों को आदेश दिया हैं कि वे अपनी विभागीय बैठक या समीक्षा जिलास्तर पर करें और केवल विधायकों से ही नहीं, बल्कि वहां के वार्ड पार्षदों की भी बातें सुनें, उनसे संवाद स्थापित करें। ये बातें झामुमो के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने संवाददाता सम्मेलन में कहीं।
उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा मंत्रिपरिषद् बना है। जिसमें सात ओबीसी वर्ग के लोग हैं। उसके बाद जन-जातीय समूह को स्थान दिया गया है। समग्र मंत्रिमंडल जो विधानसभा से चुनकर आये हैं, उनकी यहां भागीदारी स्थापित की गई है। पहले सिर्फ खास जाति को मौका मिलता था। लेकिन पहले किस खास जाति को मौका मिलता था, ये सुप्रियो ने नहीं बताया। हालांकि उनके संवाददाता सम्मेलन में एक पत्रकार ने जब मुंडा समाज से एक भी प्रतिनिधि को मंत्री नहीं बनाने का सवाल उठाया तो सुप्रियो के पास उस संवाददाता का सही जवाब नहीं था। उन्होंने उक्त सवाल को जैसे-तैसे जवाब देने में समय बिताया।
सुप्रियो ने इस मंत्रिपरिषद् को सर्वजन का विकास और सर्वजन का विश्वास कहकर रेखांकित किया। लेकिन राजनीतिक पंडित इस बात को अस्वीकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस मंत्रिपरिषद् में कही भी सर्वजन नहीं दिखाई पड़ रहा हैं। अगर सर्वजन होता तो उसमें सभी वर्ग के लोग दिखाई पड़ते। सुप्रियो ने कहा कि वर्तमान मंत्रिपरिषद् उच्च मानदंड स्थापित करेगा, लेकिन ये तो भविष्य बतायेगा। सुप्रियो ने अपने संवाददाता सम्मेलन में राज्यसभा के सभापति की कड़ी आलोचना की और कहा कि जब किसान आंदोलन के सवालों को लेकर विपक्ष सरकार को घेर रहा था तो उस वक्त सभापति विपक्ष के एक नेता को अपने मनगढ़त प्रश्नों से घेर रहे थे।
सुप्रियो ने कहा कि राज्य सरकार 2014 से 2019 तक जो राज्य में पूंजी निवेश को लेकर जो भी उपयोगिता या आयोजन हुआ, उससे राज्य को कितना लाभ हुआ, उस पर ध्यान देगी। उन्होंने राज्य में बनी नई विधानसभा में बनी दो-तिहाई सीटों का भी मुद्दा उठाया और कहा कि ये सिर्फ ठेकेदारों, दलालों, बिचौलियों को भला करने के लिए किया गया। अब इस राज्य में फिर से ठेकेदार, दलाल, बिचौलिये सक्रिय न हो जाये, इस पर भी उनकी सरकार का ध्यान रहेगा। उन्होंने कहा कि कैसे चार हजार करोड़ का डैम चूहा खा गया? मोमेंटम झारखण्ड के नाम पर कैसे और कितने रोड शो और विदेशों में आयोजन हुए और नतीजा ढाक के तीन पात हुए, उन सभी चीजों पर अब रोक लगा दी गई हैं।