नहीं रहे प्रख्यात विद्वान पं. नरोत्तम शास्त्री, सार्वभौम शाकद्वीपीय ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष समेत सभी पदाधिकारियों व सदस्यों ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
सार्वभौम शाकद्वीपीय ब्राह्मण महासभा झारखंड के पूर्व मंत्री तथा कई वर्षों तक महासभा रांची के अध्यक्ष रहे 94 वर्षीय आचार्य पंडित नरोत्तम शास्त्री बीती रात 1:30 बजे अशोकनगर स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। वे अंतिम सांस तक महासभा के उत्थान के लिए सतत् प्रयत्नशील रहे। अभी हाल में ही बतौर संरक्षक के तौर पर उनके निदेशानुसार सार्वभौम शाकद्वीपीय ब्राह्मण महासभा झारखंड का चुनाव संपन्न कराया गया।
उन्होंने अपने जीवन काल में कई मंदिरों का निर्माण कराया। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार उनकी अंतिम क्रिया वाराणसी में संपन्न होगी। परिवार के कई सदस्यों के बाहर से पहुंचने पर इस पर अंतिम निर्णय होगा। महासभा के झारखंड प्रांत एवं रांची के तमाम पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने इनके असामायिक निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।
इसी बीच सार्वभौम शाकद्वीपीय ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अमिताभ कुमार पांडेय व संरक्षक आचार्य मिथिलेश कुमार मिश्र ने अपने शोक संदेश में कहा है कि सार्वभौम शाकद्वीपीय ब्राह्मण महासभा के वरिष्ठ संरक्षक एवं हम सभी के अभिभावक तुल्य व्यक्तित्व एवं पुण्य आत्मा का नहीं होना उनके लिये व्यक्तिगत एवं संपूर्ण समाज के लिये एक अपूरणीय क्षति है।
उन्होंने जीवन पर्यन्त महासभा के उत्थान एवं हम सभी का, समाज के विकास के लिये हर समय मार्गदर्शन किया और हमे भरपूर आशीर्वाद देते रहे। महासभा के नवगठित राज्य कार्यकारिणी एवं रांची ज़िला कार्यकारिणी सहित समस्त सदस्यगण उनके आत्मा की शांति के लिये भगवान से प्रार्थना करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि सुमन अर्पित करते हैं।
विभाकर मिश्र ने कहा कि शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज के पुरोधा पण्डित नरोत्तम शास्त्री के निधन से वे बेहद मर्माहत है। वे समाज को एकजुट करने, संघ को मजबूत करने और समाज को राह दिखाने में सदा सक्रिय रहे। अपनी उम्र, अपने स्वास्थ्य के बावजूद समाज की बेहतरी के लिए वे अंतिम समय तक एकनिष्ठ रहे। ईश्वर उनकी आत्मा को अपनी शरण मे ले और उनके परिजनों को इस कठिन समय मे संयम और शक्ति प्रदान करें। शिव नाथ मिश्र ने कहा कि शास्त्री जी का चले जाना अति दुखद है, मेरा जब भी रांची जाना होता था, तब उन से जरुर मिलना होता था।
पं. नरोत्तम शास्त्री को श्रद्धाजंलि देनेवालों में हरिहर पांडेय, वैदेही शरण मिश्र, विजयानन्द सरस्वती, राम शंकर मिश्र, अनुरोध पाठक, शशिभूषण मिश्र, प्रणीत मिश्र, मनोज कुमार पाठक, श्रीमती वीणा पांडेय, डा. ए के मिश्र, राम नाथ मिश्र, कैलाश शर्मा, आलोक कुमार, अरविन्द मिश्र, वरिष्ठ पत्रकार राहुल गुरु, अवध मणि पाठक, दिग्विजय पाठक, उमा कांत मिश्र, मनोज कुमार पुट्टू, रवीन्द्र मिश्र, प्रभाकर पाठक, सरोजेश कुमार मिश्र व कृष्ण बिहारी मिश्र के भी नाम शामिल हैं।