राज्यपाल के अभिभाषण में कहे गये एक-एक शब्द को पांच वर्षों के भीतर धरातल पर उतारेंगे, राज्य के सभी वर्गों के विकास के लिए काम करेंगेः कल्पना सोरेन
राज्यपाल के अभिभाषण पर हो रही चर्चा में भाग लेती हुई झामुमो विधायक कल्पना सोरेन ने कहा कि चूंकि राज्यपाल के अभिभाषण में राज्य सरकार द्वारा कार्य करने की शक्ति, उसकी इच्छा शक्ति, जनता के साथ उसका सरोकार व खुशहाली को रेखांकित किया गया है। जो प्रशंसनीय है।
कल्पना सोरेन ने कहा कि लोगों को यह जानना चाहिए कि ये सरकार अबुआ सरकार है, जो वायदे गठबंधन के साथियों ने जनता के बीच किये है। ये अबुआ सरकार झारखण्ड को समर्पित है। इसलिए जो भी शब्द झारखण्ड के राज्यपाल द्वारा सदन में कहे गये हैं। वो एक-एक शब्द हम इन पांच वर्षों में धरातल पर उतारेंगे।
कल्पना सोरेन ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में दो वर्ष तो कोविड में ही चले गये। बचे तीन वर्ष में ही कुछ काम हुए हैं। जिन्हें गिनाते हुए हम कहेंगे कि चाहे मईंया सम्मान योजना हो या हरित ग्राम योजना या रोजगार सृजन योजना हो या बिजली माफी। जो काम बहुत ही कम सालों में हेमन्त सरकार ने कराये, वो अब तक किसी ने नहीं किये।
लेकिन हुआ क्या, पिछले पांच वर्ष के मिले जनादेश का अपमान करने का काम विपक्षी दलों ने शुरु किया। जिसके कारण जनता का गुस्सा भड़का। यहीं नहीं उनके प्रिय नेता हेमन्त सोरेन जी को जेल में डाल दिया गया। आदिवासियों-मूलवासियों को लगा कि जिन्होंने राज्य के विकास के लिए इतना काम किया। उनके खिलाफ षडयंत्र जनता को बर्दाश्त नहीं हुआ।
कल्पना सोरेन ने कहा कि उन्हें संघीय ढांचे पर पूरा विश्वास है। लेकिन हो क्या रहा है। मजदूरों को कम राशि मिल रही है। हमारे यहां चल रही आवास योजना के लिए भी कम राशि मिल रही है। खेलो इंडिया में भी हमारे साथ भेदभाव होता है। हम तो सिर्फ यही चाहते है कि जैसे गुजरात और महाराष्ट्र के लिए आप राशि जमकर निकालते हैं, उसी तरह झारखण्ड जैसे राज्य के लिए भी राशि निकालें। हम एक लाख 36 हजार करोड़ की राशि लेने के लिए प्रयास करेंगे। हम खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करेंगे। सरना धर्मकोड और अपनी पहचान बनाये रखने के लिए संघर्ष करेंगे।
उन्होंने कहा कि हर झारखण्डी को अपनी संस्कृति, अपनी खान-पान, रहन-सहन, भाषा का गर्व होना चाहिए। जिस प्रकार से महिला शक्ति ने अपनी राजनीतिक इच्छा शक्ति का प्रदर्शन किया और वोटिंग की। वो बताता है कि हम महिलाएं अब राजनीतिक क्षेत्र में कुछ करने जा रही है। उन्होंने कहा कि – ‘जब नारी में शक्ति सारी, तब क्यू नारी बन रही बेचारी।’ उन्होंने सदन में बैठी पक्ष-विपक्ष की सभी 12 महिला विधायकों को आह्वान किया कि वे अब 12 से 24 की संख्या कैसे हो, इस पर ध्यान दें। कल्पना सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार ने सभी वर्गों के विकास का प्रण किया है। उनकी सरकार काम करती रहेगी और बार-बार सत्ता में आती रहेगी।