EX-CM रघुवर के बयान से तिलमिलाई झामुमो प्रेस कांफ्रेस कर रोना रोया, कहा कि भाजपा के नेता भ्रम फैला रहे हैं, इससे सरकार के सेहत पर कुछ भी असर नहीं होनेवाला
उधर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने वर्तमान मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और उनके परिवार व मित्रमंडली के उपर भ्रष्टाचार के गोले दागे, और इधर इस गोले के तपिश से बिलबिलाकर अपने घर से निकले झामुमो के केन्द्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने पत्रकारों को बुलाकर रोना शुरु करते हुए कहा कि नहीं-नहीं, मेरे यहां का कोई नेता भ्रष्टाचारी नहीं हैं, सभी दूध के धुले है, उन पर जो भी आरोप आजकल भाजपा के नेताओं का समूह लगा रहा हैं, वो सभी निराधार है, दरअसल इन सभी को राज्य में आदिवासियों-मूलवासियों की सरकार पच ही नहीं रही हैं।
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उन मुद्दों को उठाया है, जिन मुद्दों का जिक्र स्वयं राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने चुनाव के दौरान डिक्लरेशन में किया हैं, फिर भी भाजपा के लोगों ने इस मामले को लेकर पूरे राज्य में भ्रम फैलाने का काम किया है। दरअसल भाजपा के लोग जैसे महाराष्ट्र व बंगाल में जिस प्रकार का खेल, खेल रहे हैं, वैसा ही खेल ये यहां खेलना चाहते हैं। मध्यप्रदेश, गोवा और कर्नाटक में अपने अनुसार खेल, खेलकर जैसे वहां की सरकार को अपदस्थ किया, वैसा ही यहां भी खेल रचना चाहते हैं, पर यहां उन्हें सफलता नहीं मिल रही, क्योंकि यहां का एक भी विधायक उनके पाले में जाने को तैयार नहीं हैं।
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जो खुद टाटा की कंपनियों में अपने बेटे व छत्तीसगढ़ के लोगों को नौकरी दिलवाता है, जो मोमेंटम झाऱखण्ड के नाम पर खेल करता है, और ऐसे – ऐसे लोगों को जमीन उपलब्ध कराता है, जिसे सुनकर आश्चर्य होता हैं, ऐसे लोग हेमन्त सरकार पर अंगूलियां उठा रहे हैं। सुप्रियो ने कहा कि जिस पिंटू की जमीन की बात वे कर रहे हैं, उस पिंटू को वो जमीन उनके ही शासनकाल में उसे मिली थी।
सुप्रियो ने कहा कि खुद उनके ही मंत्री, रघुवर दास को हर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरा करते थे, शायद वे भूल गये हैं, लेकिन वर्तमान हेमन्त सरकार कुछ भी भूली नहीं हैं, जल्द ही कुछ ऐसे फैसले लेगी, जिसका प्रभाव भाजपा की राजनीति पर भी पड़ना तय है। रही बात इस सरकार की सेहत की तो इसके सेहत पर कुछ भी प्रभाव नहीं पड़ने जा रहा, क्योंकि ये सरकार हर प्रकार से मजबूत है।
सुप्रियो भट्टाचार्य ने मीडियाकर्मियों को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब आदिवासी-मूलवासियों की बातें जमीन वाले मुद्दे पर आती हैं तो आपका ज्ञानचक्षु खुल जाता है, पर इसी मुद्दे पर बड़े-बड़े रसूखवालों का नाम याद आता हैं तो चुप्पी लगा जाते हैं, जिसके बारे में सारी जनता जानती हैं। रही बात भाजपावाले कुछ भी जोर लगा लें, यहां कुछ भी नहीं होनेवाला, सरकार चलेगी।