झारखण्ड के किसान-मजदूर अपना काम करें, उनके बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा हमारा – हेमन्त सोरेन
हमारी सरकार सिर्फ योजनाएं नहीं बना रही हैं, बल्कि उसे जन-जन तक पहुंचा रही है। आप इन योजनाओं से जुड़कर खुद सशक्त, स्वावलंबी और खुशहाल बने तथा राज्य के विकास में सहभागी बनकर उसे गति दें। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन आज चतरा के जवाहर लाल नेहरु स्टेडियम में आयोजित “आप की योजना -आपकी सरकार -आपके द्वार” कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह आपकी सरकार है और आपके दुःख- दर्द, तकलीफ, परेशानी और का समस्याओं के समाधान के लिए आपकी सरकार 24 घंटे काम कर रही है। हम यह भी देखने की कोशिश कर रहे हैं कि आपको योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं, इसे देखने के लिए ही वे भ्रमण पर निकले हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की योजनाएं कागज- कलम में दम तो नही तोड़ रही है। योजनाएं सही तरीके से धरातल पर पहुंच रही है या नहीं। इसे देखने के लिए ही वे इस कार्यक्रम में शामिल हो रहा हैं । पंचायतों में आयोजित हो रहे इन शिविरों की एक ओर मुख्यालय के स्तर पर पोर्टल के माध्यम से समीक्षा की जा रही है। वहीं, वरीय अधिकारियों को भी विशेष रूप से शिविरों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्कूली बच्चियों को किशोरी समृद्धि योजना के लाभ के साथ-साथ गुणवत्तायुक्त शिक्षा भी
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि 11 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना को लांच किया गया। यह योजना स्कूली बच्चियों को समर्पित है। इस योजना से नौ लाख बच्चियों को जोड़ने का लक्ष्य है। अब स्कूलों में शिविर लगाकर बच्चियों को किशोरी समृद्धि योजना का लाभ दिया जाएगा। वही, छात्रवृत्ति की राशि में तीन गुना तक इजाफा किया गया है। इसके अलावे छात्रावासों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है।
यहां चौकीदार और रसोईया होंगे। यहां रहने वाले विद्यार्थियों के अनाज की भी व्यवस्था करने पर सरकार विचार कर रही है। निजी विद्यालय की तर्ज पर मॉडल स्कूल खोले जा रहे हैं। यहां बच्चों को निशुल्क अंग्रेजी माध्यम से गुणवत्तायुक्त शिक्षा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा की किसानों -मजदूरों को अब अपने बच्चे -बच्चियों के पढ़ाई -लिखाई की चिंता करने की जरुरत नहीं है। आप अपने काम करें। आपके बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा सरकार ले रही है।
झारखण्डियों का नहीं होगा पलायन
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि इस बार कम बारिश के कारण राज्य के कई इलाकों में सुखाड़ जैसी स्थिति है। लेकिन सरकार ने सुखाड़ से निपटने के सभी उपाय कर लिए हैं। ग्रामीणों के लिए कई रोजगार परक योजनाएं चलाई जा रही हैं। किसानो-मजदूरों का पलायन नहीं हो, इसे रोकने की दिशा में अधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं।
पशुपालकों के लिए एटीएम हैं पशुधन
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखंड जैसे ग्रामीण परिवेश वाले राज्य में ग्रामीणों के लिए पशुधन किसी भी मायने में एटीएम से कम नहीं है। इसी बात को ध्यान में रखकर सरकार ने मुख्यमंत्री पशुधन योजना शुरु की है । इस योजना के तहत पशुपालकों को पशु के साथ पशु शेड के लिए भी राशि दी जा रही है , ताकि उनकी आय बढ़ाई जा सके। वहीं, तीस लाख हरा राशन कार्ड भी जारी किया जा रहा है। ऐसी कई योजनाएं हैं, जिसका मकसद राज्य वासियों का कल्याण है।
खुद व्यवसाय करें और दूसरों को भी रोजगार दें
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि सरकार ने अलग राज्य बनने के बाद पहली बार नियुक्ति और सेवा शर्त नियमावली बनाकर बड़ी संख्या में युवाओं को नौकरी देने का सिलसिला प्रारंभ कर दिया है। बहुत जल्द 50 हज़ार शिक्षकों की नियुक्ति होने जा रही है। विभागों में खाली पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है। स्वरोजगार के लिए मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत युवाओं को 40 प्रतिशत अनुदान पर 25 लाख रुपए तक लोन दिया जा रहा , ताकि वे खुद भी व्यवसाय करें और दूसरों को भी रोजगार दे सके।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन द्वारा ने इस दौरान कई घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि जल्द ही चतरा को नया समाहरणालय मिलेगा। चतरा में स्थापित आईटीआई में अगले सत्र से पढ़ाई आरम्भ हो जायेगी। वैसे इलाके जहां खनन कार्य के लिए जमीन का अधिग्रहण हो चुका है या हो रहा है अथवा होना है और जिसमें विस्थापितों को अब तक मुआवजा नही मिला है, उन सभी मामलों में भूमि अधिग्रहण नीति-2013 में सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य के आधार पर मुआवजा का भुगतान होगा। बड़कागांव विधानसभा इलाके के जिन पंचायतों को चतरा नगर पर्षद में शामिल किया गया है, उन्हें फिर से पंचायत में शामिल किया जाएगा।