राजनीति

अपने ही बातों से मुकरी भाजपा, बाबू लाल मरांडी के खिलाफ दर्ज कराई प्राथमिकी

कल तक सात दिनों की मोहलत देनेवाले भाजपाइयों का मन जवाब दे दिया हैं, वे बर्दाश्त नहीं कर पाये और आज झाविमो सुप्रीमो बाबू लाल मरांडी के खिलाफ डोरंडा थाना में प्राथमिकी दर्ज करा दिया। झाविमो सुप्रीमो बाबू लाल मरांडी के खिलाफ ये प्राथमिकी हटिया से झाविमो के टिकट पर चुनाव लड़े और बाद में भाजपा में जाकर मिल गये विधायक नवीन जायसवाल ने दर्ज कराई है।

उनका कहना है कि झाविमो सुप्रीमो बाबू लाल मरांडी के द्वारा लगाये गये आरोप से वे और उनके कार्यकर्ता बहुत आहत है, झाविमो सुप्रीमो बाबू लाल मरांडी पर भादवि की धारा 192, 193, 194, 406, 420, 467, 468, 471 के साथ-साथ 120 बी एवं इन्फार्मेशन टेक्नॉलॉजी एक्ट के विभिन्न धाराओं को भी इसमें जोड़ दिया गया है।

ज्ञातव्य है कि बाबू लाल मरांडी ने कुछ दिन पहले प्रेस कांफ्रेस कर एक पत्र जारी किया था, जिसमें उन्होंने भाजपा में झाविमो से गये विधायकों पर आरोप लगाया था कि उन्होंने भाजपा नेताओं से दो-दो करोड़ रुपये लिए और उसके बदले भाजपा ज्वाइन किया, इसमें भाजपा के कई नेताओं सहित उत्तराखण्ड के वर्तमान मुख्यमंत्री समेत झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास व तत्कालीन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रवीन्द्र राय की भी बड़ी भूमिका थी।

इस बयान के आने के बाद भाजपा में भूचाल आ गया और इसके ठीक दूसरे दिन भाजपा के छः विधायकों के साथ रवीन्द्र राय ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रेस कांफ्रेस कर, पत्रकारों को बताया कि वे बाबू लाल मरांडी को सात दिनो का समय देते हैं, वे माफी मांगे, नहीं तो वे कानून की मार झेलने को तैयार रहे, पर अभी सात दिन क्या, तीन दिन भी नहीं हुए, भाजपाइयों ने झाविमो सुप्रीमो के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दिया। इसी से साफ पता लग जाता है कि भाजपाइयों के बातों पर कभी विश्वास नहीं किया जा सकता।

ऐसे भी झाविमो सुप्रीमो बाबू लाल मरांडी ने भाजपाइयों की चुनौती स्वीकार कर ली है और कहा है कि केन्द्र और राज्य में भी उनकी सरकार तो इस प्रकरण पर सीबीआई से जांच उनके लोग क्यों नहीं करा लेते, ये केस करने की धमकी, वे किसे दे रहे हैं? समझ नहीं आ रहा? इधर झाविमो के इस राजनीतिक बमबांडिंग से भाजपा के हालत पस्त है, भाजपाइयों का प्रतिदिन संवाददाता सम्मेलन का दौर चल रहा है, भाजपाइयों के आंखों से नींद गायब हैं, वहीं बाबू लाल मरांडी द्वारा किये गये इस राजनीतिक बमबांडिंग से विपक्ष के हौसले बुलंद हो गये और वे लगातार भाजपा पर हमले जारी रखे हैं।