पहले कोरोना से जूझ रहे विश्व की रक्षा के लिए विशेष प्रार्थना और अब राहत सामग्रियों को लेकर निर्धनों के बीच पहुंचे योगदा संन्यासी
जैसे ही योगदा सत्संग से जुड़े संन्यासियों को पता चला कि पूरा विश्व कोरोना वायरस से आक्रांत होता जा रहा हैं, जिसमें भारत के लोग भी शामिल हैं, योगदा के संन्यासियों ने केन्द्र व राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों व सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए विशेष प्रार्थना शुरु कर दी। यह नियमित विशेष प्रार्थना अब भी योगदा सत्संग आश्रम में जारी हैं, ताकि लोग स्वस्थ रहे, तथा पूरे विश्व से कोरोना का कहर समाप्त हो।
पर इधर जैसे ही पता चला कि रांची के आस-पास रह रहे निर्धन लोग लॉकडाउन होने के बाद जरुरी सामग्रियों को लेकर परेशान हैं, योगदा सत्संग आश्रम से जुड़े संन्यासियों ने सेवा के लिए अपने हाथ बढ़ा दिये। आज इसकी पहल करते हुए रांची में कुल 300 किलोग्राम प्याज, 300 किलोग्राम आलू, 75 लीटर सरसो का तेल व 300 के करीब नहाने और कपड़े धोने के साबुन की 150 पैकेट बनाकर जरुरतमंदो के बीच बांट दिये, साथ ही लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में बताया व जागरुक भी किया।
योगदा सत्संग आश्रम कल से 700 किलोग्राम प्याज, 700 किलोग्राम आलू, 150 लीटर सरसो तेल 1400 करीब नहाने व कपड़े धोने के साबून का प्रतिदिन वितरण करेगा। ये वितरण तब तक चलता रहेगा, जब तक लॉकडाउन के कारण समस्या से जूझ रहे निर्धन लोगों को मुक्ति नहीं मिल जाती। योगदा संन्यासियों के इस कार्य की सर्वत्र प्रशंसा हो रही है।
योगदा संन्यासी, यही नहीं लोगों के आध्यात्मिक कल्याण तथा घरों में लॉकडाउन के कारण कैद लोगों को ऑनलाइन ध्यान भी करा रहे हैं, ताकि वे घर बैठे-बैठे स्वयं को बेहतर महसूस कर सकें तथा वे स्वयं को आध्यात्मिक उन्नति की ओर ले जा सकें। योगदा सत्संग आश्रम द्वारा चल रहे इस अभियान को फीडिंग इंडिया का भी सहयोग मिल रहा है, जो कोविड -19 लॉकडाउन से प्रभावित परिवारों के लिए भोजन सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहा है।
Laudable initiative befitting our Ashram.