पहले तो धनबाद से राज सिन्हा को भाजपा का टिकट नहीं मिले, इसके लिए दिमाग लगाया और जब टिकट मिला तो उन्हें हराने के लिए एड़ी-चोटी लगा रहे सजायाफ्ता भाजपा सांसद ढुलू महतो और उनके समर्थक
धनबाद के भाजपा प्रत्याशी व निवर्तमान विधायक राज सिन्हा को हराने के लिए धनबाद के ही सजायाफ्ता भाजपा सांसद ढुलू महतो और उनके समर्थकों ने एड़ी-चोटी एक कर दी हैं। पहले तो इन सब ने राज सिन्हा को धनबाद से भाजपा का टिकट नहीं मिले, इसके लिए एड़ी-चोटी एक कर दी थी। लेकिन अचानक जैसे ही राज सिन्हा को धनबाद से भाजपा का टिकट मिलने का समाचार आया। इन सभी के चेहरे मुरझा गये। लेकिन अब ये सभी इस मुद्दे को लेकर आकर खड़े हो गये कि राज सिन्हा को धनबाद सीट से कैसे हराया जाये।
ये लोग इसको लेकर मुखर भी हो चुके हैं। इनके सोशल साइट पर जाकर आप इनके अंदर पल रहे मंसूबों को आराम से पढ़ सकते हैं। लेकिन इसके बावजूद राज सिन्हा और उनके समर्थक इन सबकी परवाह किये बिना अपने काम में जुट चुके हैं और आगे की रणनीति पर काम करना शुरु कर दिया है। राज सिन्हा के इन समर्थकों का कहना है कि वे ये नहीं देखते हैं कि पार्टी ने किसे खड़ा किया है। वे सिर्फ ये देखते हैं कि पार्टी का आदेश क्या है?
अगर पार्टी का आदेश है कि राज सिन्हा को जीताना है तो जीताना है। कल लोकसभा के चुनाव में पार्टी ने यहां के दबंग व्यक्ति सजायाफ्ता ढुलू महतो को टिकट दिया तो ढुलू को समर्थन किया, आज विधानसभा से राज सिन्हा उम्मीदवार हैं तो वे राज सिन्हा को अपना उम्मीदवार मानना कैसे छोड़ दें? सिर्फ इसलिए कि ढुलू और ढुलू के लोगों को राज सिन्हा पसन्द नहीं हैं। राज सिन्हा को समर्थन दे रहे, भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे भाजपा के सिपाही हैं, ढुलू के टुकड़ों पर पलनेवाले टाइगर सेना के जवान नहीं है। ये राज सिन्हा के विरोधियों को समझ लेना चाहिए।
राजनीतिक पंडित बताते हैं कि जब टिकट के लिए राज सिन्हा दिल्ली में थे। तब धनबाद में बैठे ढुलू महतो के लोग राज सिन्हा के खिलाफ अनाप-शनाप लिखा करते थे तथा उनकी इज्जत से खेला करते थे। इसमें महिला-पुरुष सभी शामिल थे। इनकी सोशल साइट को देखकर आज भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये कितने राज सिन्हा से नफरत करते हैं। आप नीचे दिये गये पोस्ट को स्वयं पढ़कर अंदाजा लगाइये।
आश्चर्य यह भी है कि जब राज सिन्हा को टिकट मिला तो वे धनबाद के सजायाफ्ता सांसद ढुलू महतो से मिलने उनके आवास तक पहुंचे और उस मिलने की घटना पर भी कई लोगों ने अपनी घटिया मानसिकता का परिचय दे ही दिया। आश्चर्य यह भी है कि राज सिन्हा के खिलाफ इन ढुलू समर्थकों का इतनी घृणा है कि ये धनबाद जिले के विभिन्न विधानसभा सीटों के अन्य प्रत्याशी जिसे भाजपा का टिकट मिला, उसकी फोटो तो बड़ी शान से अपने फेसबुक पर लहरा रहे हैं। लेकिन राज सिन्हा जब मिलने पहुंचे तो किसी ने भी उनके फोटो को अपने सोशल साइट पर नहीं डाला और अगर किसी ने डाला भी तो अपना टोंटिंग कसना नहीं छोड़ा। उसका उदाहरण आपके सामने हैं। नीचे दिये गये पोस्ट को पढ़कर आप खुद आकलन करिये।
इधर राजनीतिक पंडित बताते हैं कि सजायाफ्ता ढुलू महतो और ढुलू के समर्थक राज सिन्हा को धनबाद सीट से हराकर उन्हें सबक सिखाना चाहते हैं। इसलिए वे भाजपा नेता चंद्रशेखर अग्रवाल जो खुद धनबाद सीट से भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ना चाहते थे, जिनका कोई जनाधार भी नहीं हैं। मेयर पद पर थे। तब भी ये विवादों के घेरे में रहे थे। उन्हें कांग्रेस से टिकट लेने के लिए दबाव बनाना शुरु कर दिया है।
ढुलू महतो और ढुलू के समर्थकों का कहना है कि अगर चंद्रशेखर अग्रवाल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ते हैं तो राज सिन्हा को सबक सिखाने में उन्हें आनन्द आ जायेगा। ऐसे में अब जब तक चुनाव परिणाम नहीं आ जाते। तब तक ये परिणाम निकालना मुश्किल होगा कि आखिर कौन जीता – राज सिन्हा, भाजपा प्रत्याशी अथवा सजायाफ्ता ढुलू महतो और उनके समर्थकों द्वारा समर्थित संभावित कांग्रेस प्रत्याशी चंद्रशेखर अग्रवाल।
राज सिन्हा को कोई अपराधी नहीं हरवा सकता राज सिन्हा दिलो पर राज करते हीं