अपराध

पांच दिन बीत गये, कार्मेल स्कूल की प्राचार्या पर लगे गंभीर आरोप की अभी जांच ही चल रही हैं, उधर जिनकी बेटियों के साथ गंदी हरकत की गई, उन माताओं ने कह दिया कि वो अपनी बेटियों के अपमान का बदला लेकर रहेंगी

धनबाद के डिगवाडीह स्थित कार्मेल स्कूल में जो घटना घटी है। वो ये बताने के लिए काफी है कि हमारे समाज में किस प्रकार और किस स्तर की गिरावट आई है। डिगवाडीह स्थित कार्मेल स्कूल के प्राचार्या पर आरोप है कि उसने गत् नौ जनवरी को 10वीं की प्री बोर्ड परीक्षा के अंतिम दिन, 11वीं की छात्राओं को आदेश देकर, पुरुषकर्मियों की मौजूदगी में 80 छात्राओं की शर्ट, उतरवा दी। जिसके कारण इनरवीयर के उपर ही ब्लेजर पहनकर ये छात्राएं अपने घर गई।

बताया जाता है कि जब इस घटना की जानकारी इन छात्राओं के अभिभावकों को मिली, तो वे इसकी शिकायत को लेकर धनबाद के उपायुक्त माधवी मिश्रा के पास पहुंचे और सभी ने इस पूरे मामले की उनसे शिकायत कर दी। प्रशासन ने आरोप की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच के लिए टीम बना दी। जिसमें एसडीएम राजेश कुमार को जिम्मेदारी सौंपी गई।

एसडीएम की जांच टीम में जिला शिक्षा अधीक्षक, आयुष कुमार, समाज कल्याण पदाधिकारी और स्थानीय थाना प्रभारी शामिल किये गये। लेकिन पांच दिन बीत गये। ये अभी जांच ही कर रहे हैं। जबकि अभिभावकों का कहना है कि जिस स्थान पर घटना घटी, वहां तो सीसीटीवी भी लगा है। फूटेज खंगाला जाये, सत्य सामने आ जायेगा। लेकिन पता नहीं किस प्रकार की जांच चल रही है, जांच चल रही है या मामले को दबाया जा रहा है।

स्थानीय बुद्धिजीवियों का कहना है कि ये घटना शर्मनाक ही नहीं, बल्कि ऐसा अपराध है, जिसे क्षमा नहीं किया जा सकता। इधर एक ऑडियो भी वायरल हो रहा हैं, जिसमें 10वीं व 11वीं की बच्चियों पर विद्यालय प्रशासन द्वारा दबाव बनाने की बात आ रही है और पूरे मामले को डायवर्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन स्थिति यहां तक पहुंच गई कि जिन छात्राओं के साथ घटना घटी है। वे इस मुद्दे पर जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता, चुप नहीं बैठने जा रहे।

झालसा के निर्देश पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के आलोक में प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश सह चेयरमैन डालसा वीरेन्द्र कुमार तिवारी ने जांच के लिए डालसा की सात सदस्यीय टीम बनाई है, ये टीम भी स्कूल पहुंचकर जांच कर चुकी है। लेकिन अब तक इस मामले की सभी जांच ही कर रहे है। उधर पासवा ने भी एक टीम बनाई है, जो अपनी तरफ से जांच कर रही है। इधर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने इस मुद्दे को अपने हाथ में ले लिया है और इस विद्यालय के प्राचार्या देवा श्री की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

आज का समाचार यह भी है कि बड़ी संख्या में वो अभिभावक जिनकी बेटियों के साथ यह गंदा सलूक किया गया, वे हाथों में नारे लिखे तख्तियों को लेकर विद्यालय के समक्ष पहुंच गये और बता दिया कि वे किसी भी प्रकार से बिना न्याय मिले झूकनेवाले नहीं। उन्होंने अपने तख्तियों पर लिख डाला था, मेरी बेटी मेरा अभिमान। बेटियों के सम्मान में, हम मां मैदान में। अब सवाल उठता है कि इन मां को, जिनकी बेटियों के साथ ऐसी गंदी हरकत की गई, क्या स्थानीय प्रशासन न्याय दिला पायेगा?

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