राजनीति

अलीमुद्दीन हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर रामगढ़ बंद का व्यापक असर

अलीमुद्दीन हत्याकांड में जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे आरोपियों को निर्दोष बताते हुए सीबीआई व एनआईए जांच की मांग को लेकर अटल विचार मंच के लोगों ने आज रामगढ़ बंद बुलाया। ज्ञातव्य है कि झारखण्ड के रामगढ़ में पिछले वर्ष प्रतिबंधित मांस ले जाने के शक में अलीमुद्दीन अंसारी को लोगों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी, जिसके खिलाफ राष्ट्रीय स्तर धरना-प्रदर्शन हुआ था। इसी दौरान कोर्ट ने 11 आरोपियों को उम्र कैद की सजा सुना दी थी। भाजपा के पूर्व विधायक शंकर चौधरी न्यायालय द्वारा दोषी ठहराये गये आरोपियों को निर्दोष बताते है तथा पुलिसिया कार्रवाई को एकपक्षीय बताते है।

इसी बीच अटल विचार मंच के आह्वान पर बुलाये गये रामगढ़ बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। शहर का प्रमुक मार्केट डेली मार्केट पूर्णतः बंद है। सारे के सारे व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद है। शहर का प्रमुख सुभाष चौक आज सुबह से ही बंद है। आज के बंद से पटना-रांची, एवं रांची-धनबाद-बोकारो मार्ग बुरी तरह प्रभावित है।

हालांकि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किये गये हैं। गोला, रजरप्पा, चितरपुर, भुरकुंडा से भी बंद के असरदार होने के समाचार मिल रहे है। ज्ञातव्य है अलीमुद्दीन अंसारी की हत्या के बाद, इस मामले पर त्वरित न्याय दिलाने को लेकर फास्टट्रेक कोर्ट का गठन हुआ था, जिसमें दीपक मिश्रा, छोटू वर्मा और संतोष सिंह को न्यायालय ने मुख्य अभियुक्त माना तथा नित्यानन्द महतो, विक्की साव, सिकंदर राम, कपिल ठाकुर, रोहित ठाकुर, राजू कुमार, विक्रम प्रसाद और उत्तम राम को भी सजा सुना दी।

पूरा मामला यह है कि हेसला निवासी अलीमुद्दीन 29 जून 2017 की सुबह 10 बजे प्रतिबंधित मांस लेकर अपने मारुति वैन से चित्तरपुर से आ रहा था, इसी दौरान हिन्दुस्तान गैस एजेंसी के पास आरोपियों द्वारा अलीमुद्दीन को पकड़ा गया और भीड़ द्वारा अलीमुद्दीन की पिटाई करने के बाद उसके मारुति वैन में आग लगा दी गई। बताया जाता है कि इसी दौरान इलाज के लिए जब अलीमुद्दीन को रांची ले जाया जाने लगा तो उसकी मौत रांची ले जाने के क्रम में हो गई। बाद में अलीमुद्दीन की पत्नी मरियम खातून ने इन लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी।