चार साल रघुवर शासन के, जनता ने कारण गिनाएं और कहा, भला वो हमारा CM कैसे हो सकता है?
जनाब राज्य के होनहार मुख्यमंत्री रघुवर दास के शासन के चार साल होने जा रहे हैं, उनके चेहरे चमकाने के लिए, उनके टूकडों पर पल रही, खुद को महान हस्तियां समझनेवाले लोग, खूब मेहनत कर रहे हैं, उन्हें मेहनत करना भी चाहिए, क्योंकि टूकड़ों पर पलेंगे और काम नहीं करेंगे, ये कैसे हो सकता है? खूब बड़े-बड़े बैनर बनाये जा रहे हैं, होर्डिंग तैयार हो रही है, खूब रघुवर की जय-जय करने-कराने के लिए विजूयल और प्रिट मीडिया का सहयोग लिया जा रहा है, क्योंकि रघुवर के भक्त तो यहां भी विद्यमान हैं, जो प्रतिदिन उँ रघुवर दासाय नमः का जप करते हैं, क्योंकि इन्हीं की कृपा से तो रांची में कार्यरत खुद को महान घोषित करनेवाले पत्रकारों को कमीशन प्राप्त होता हैं और संस्थान से प्रमोशन प्राप्त होता है, चाहे वे इस प्रमोशन के लायक हो या नहीं हो, पर आम जनता अपने होनहार मुख्यमंत्री रघुवर दास के बारे में क्या सोचती है? उसका एक सुंदर उदाहरण आपके समक्ष प्रस्तुत है…
- जिस राज्य में एक बेटी का दुष्कर्म हो, उसे जिंदा जला दिया जाय, बेटी का पिता अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए सीएम के पास गुहार लगाने जाये, और सीएम उसकी गुहार सुनने की बजाय, उसे दुत्कार दें, बेइज्जत करें, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिस राज्य का मुख्यमंत्री यह कहें कि रांची के बूंटी मोड़ में हुए निर्भया कांड में सफेदपोशों का हाथ हैं, उसके बावजूद वह सफेदपोश दो साल बीत जाने के बाद भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर रहे, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिसके मुख्यमंत्रित्व काल में राज्य के कई किसान आत्महत्या करने को विवश हो जाये, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिस राज्य का मुख्यमंत्री किसी जाति विशेष को बेटी-रोटी एक कर देता है, सदन में नेता प्रतिपक्ष को गाली देता है, सभा में अपने विरोधियों के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करता है, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिस राज्य के पारा टीचरों के प्रति मुख्यमंत्री की क्रूरता स्पष्ट दिखाई देती हो, जिसके राज्य में हड़ताल के दौरान कई पारा टीचर दम तोड़ देते हो, कई लापता हो जाते हो, लापता हो गये पारा टीचरों की प्राथमिकी नहीं दर्ज की जाती हो, पारा टीचरों पर वो क्रूरता से लाठी बरसाता हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिस राज्य के गरीब आदिवासियों-किसानों-मजदूरों के खेतों में लगी फसल पर, एक पूंजीपति को सिर्फ खुश करने के लिए बुलडोजर चला दिये जाते हो, जिस राज्य में गरीब, किसी पूंजीपति के रहमोकरम पर पलनेवाले कर्मचारियों के जूतों पर अपनी पगड़ी रख देते हो, और उसके बावजूद उनकी पगड़ी उछाल दी जाती हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिस राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा लगाये गये जन-चौपाल में एक महिला बिहार की तर्ज पर झारखण्ड में शराबबंदी की मांग करती हो, और मुख्यमंत्री शराबबंदी का आश्वासन देने के बजाय, बिहार की सरकार में ही दोष निकालना प्रारम्भ कर दें, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिसके शासनकाल में पत्रकारों को लतियाया जाता हो, और फिर भी मुख्यमंत्री को इसके लिए शर्म महसूस नहीं होता हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिसके राज्य में बड़ी संख्या में लोग भूख से मर जाते हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिसके राज्य में भारी भरकम हाथी को आकाश में उड़ाने का दावा किया जाता हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिसके राज्य में 80 करोड़ खर्च होने के बावजूद हरमू नदी, नदीं से नाला बन जाती हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिसके राज्य में प्रत्येक योजनाओं की हवा निकल जाती हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिसके राज्य में सात हजार से भी अधिक स्कूलों को बंद कर दिया जाता हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिसके राज्य में मॉल और डिपार्टमेंटल स्टोर में शराब बिक्री के प्रबंध किये जाते हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिसके राज्य में, जिसकी पार्टी में उस पार्टी की महिला तक सुरक्षित नहीं हो, मुख्यमंत्री का अतिप्रिय विधायक ही यौन शोषण करता हो, उक्त महिला द्वारा बार-बार प्राथमिकी दर्ज कराने के बावजूद, प्राथमिकी दर्ज नहीं किये जाते हो, उसकी बात नहीं सुनी जाती हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिसके राज्य में सारे उद्योग-धंधे ठप हो, और इसमें मुख्यमंत्री का अतिप्रिय विधायक ही मुख्य भूमिका निभाता हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जहां का मुख्यमंत्री अपनी ही केन्द्र सरकार से झूठ बोलता हो कि उसके यहां पूरे राज्य में विद्युतीकरण हो गया, और इसी आधार पर प्रधानमंत्री ये घोषणा कर देते हो, कि पूरे भारत में विद्युतीकरण हो गया, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिस राज्य में केन्द्रीय कृषि मंत्रालय, भूमि अधिग्रहण विधेयक मामले में चिंता जाहिर करता हो, और उसकी चिंता को, राज्य के किसानों, आदिवासियों, मूलवासियों की चिंता को, जहां का मुख्यमंत्री हवा में उड़ा देता हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिस राज्य का मुख्यमंत्री खुद कानून तोड़ते हुए बिना हेलमेट के स्कूटी चलाता हो और दूसरों को ज्ञान बघारता हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जहां आज भी कौशल विकास के नाम पर लूट का धंधा चल रहा हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिसके राज्य में बज रहे जहांगीरी घंटे यानी मुख्यमंत्री जनसंवाद केन्द्र में कार्यरत महिलाओं की बातों/शिकायतों को स्वयं मुख्यमंत्री नहीं सुनता हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिस राज्य के मुख्यमंत्री को यही पता नहीं हो कि कौन अच्छा है या कौन बुरा? और केवल कनफूंकवों के आधार पर सब कुछ निर्णय ले लेता हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिस राज्य का मुख्यमंत्री अपने लिए तो अच्छी व्यवस्था कर लेता है, वेतन और पेंशन से लेकर और भी बहुत कुछ, पर अपने ही राज्य में कार्यरत लोगों के मानदेय देने में उसे आंख लगती हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिसके राज्य में जनता बिजली के लिए हाहाकार करती हो, जहां इसके कारण उद्योग धंधे चौपट हो, किसानों को सिचाईं तक के लिए बिजली नहीं मिलती हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिस राज्य का मुख्यमंत्री सत्ता संभालते ही, विपक्ष के विधायकों को लालच देकर, अपनी पार्टी में मिला लेता हैं यानी सत्ता संभालते ही पहला काम भ्रष्टाचार से ही प्रारम्भ करता हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिस राज्य में पिछले कई सालों से सदन चले ही नहीं हो, सदन सिर्फ बजट पास करने-कराने की मशीन बना दिये गये हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जो स्वच्छ चरित्रवाले अधिकारियों/कर्मचारियों को गालियों से नवाजता हो और भ्रष्ट लोगों को तरजीह देता हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जिसे सिर्फ अपनी ही चेहरा चमकाने में परम आनन्द की प्राप्ति हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जो अपनी ही पार्टी के मूल सिद्धांतों से भटककर, जातीय सम्मेलन में भाग लेकर, खुद को गौरवान्वित महसूस करता हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
- जो अपने ही दल के समर्पित नेताओं/कार्यकर्ताओ तथा राज्य के सम्मानित उसके मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों को सम्मान नहीं देता हो, उनकी बात नहीं सुनता हो, जिसे बातचीत की तहजीब ही न हो, जो अपने ही कार्यकर्ताओं को चिरकुट की उपाधि से नवाजता हो, भला वो हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है?
हमें समझ नहीं आता कि आखिर क्या देखकर, भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व ने ऐसे व्यक्ति को राज्य का मुख्यमंत्री बना दिया, जो पूरे राज्य की जनता के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने में लगा है, हमें लगता है कि इसका खामियाजा आनेवाले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भुगतना ही पड़ेगा, क्योंकि जनता ने ऐसे रघुवर दास जैसे नेता को देखकर वोट तो किया नहीं था, वो तो गुजरात के नेता नरेन्द्र मोदी को देखकर वोट कर दिया था, उसे क्या पता कि जिसे नरेन्द्र मोदी, यहां का मुख्यमंत्री बना रहे हैं, वो जनता की ही छाती पर मूंग दल देगा?