राजनीति

अपनी सुनिश्चित हार को देख बौखलाई भाजपा अब चुनाव के वक्त कर रही केन्द्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल, हो रहा झामुमो पर प्रहार, बिना तथ्य व प्रमाण के लगा रहे आरोप, जनता इन्हें दहाई अंकों तक भी नहीं पहुंचने देगीः सुप्रियो

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चुनाव आयोग को चाहिए कि जो भ्रामक कार्रवाई, केन्द्रीय एजेंसियों द्वारा यहां कराई जा रही हैं। उस पर वो तत्काल रोक लगाएं और जो उसने लेवल प्लेइंग फील्ड की बात की थी, उस लेवल प्लेइंग फील्ड को जमीन पर उतार कर दिखाएं। सुप्रियो ने कहा कि जब भाजपा नेताओं की हर प्रकार की साजिश विफल हो गई तो इन्होंने अब नया हथकंडा अपनाया है और वे केन्द्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करने में लग गये। वो भी तब जब हमारी सरकार अपनी नई सोच व पांच सालों में किये गये कामों के आधार पर जनता से संवाद करने को उनके पास पहुंच रही है।

सुप्रियो ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उनके बड़े-बड़े नेता अब यहां नुक्कड़ सभा करने लगे हैं। इसके बाद भी राज्य की जनता ने यह तय कर लिया है कि वे इन्हें दहाई तक पहुंचने नहीं देंगे। चूंकि इनकी अब हार सुनिश्चित है तो ये बौखला गये हैं। इस बौखलाहट में नये-नये हथकंडे अपना रहे हैं। केन्द्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। सुप्रियो ने यह भी कहा कि उन्हें यह नहीं समझ आ रहा कि जब ये पिछले ढाई सालों में जांच के नाम पर कुछ नहीं हासिल कर सकें तो ये चुनाव में कौन सी जांच कर लेंगे।

सुप्रियो ने कहा कि इनके द्वारा किया गया ये सारा प्लांट झामुमो का कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा। ये जितना झामुमो पर प्रहार करेंगे। उतना ही झामुमो यहां और मजबूत होगा। यह निश्चित तौर पर झामुमो गठबंधन की सरकार बनेगी और हम झारखण्ड का भविष्य संवारेंगे। सुप्रियो ने कहा कि बिना किसी तथ्य, बिना किसी प्रमाण और बिना किसी आधार के भाजपाइयों ने हेमन्त सरकार को पिछले ढाई सालों तक परेशान किये रखा। इनके इस करतूत पर हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ने कड़ी टिप्पणी की। ये कहा कि ईडी की कार्रवाई गलत है। उनके द्वारा तथ्य नहीं रखे जा रहे हैं। फिर ये बाज नहीं आ रहे हैं और अब चुनाव के समय भी उनके लोगों को परेशान करने का काम किया जा रहा है।

सुप्रियो ने कहा कि इन भाजपाइयों का दरअसल एक ही मकसद है। चुनाव को प्रभावित किया जाये। ये इसके लिए सारे केन्द्रीय एजेंसियों को यहां लगा  चुके हैं। चाहे ईडी हो या सीबीआई अथवा आयकर विभाग सभी ने अपना काम करना शुरु कर दिया है। हम जनता के पास जा रहे हैं। ये हमें डिस्टर्ब कर रहे हैं। नये-नये नैरेटिव हमारे खिलाफ गढ़ने की तैयारी की जा रही है। तनाव बढ़ानेवाली भाषा बोली जा रही हैं। इनके नेता बोल रहे हैं लात मारकर निकाल देंगे। क्या चुनाव आयोग बहरी है, उसे ये सब सुनाई नहीं दे रहा। सांप्रदायिकता की जहर घोली जा रही है। हिंसा की बात हो रही हैं। चुनाव आयोग यहां मौन है।

सुप्रियो ने कहा कि भाजपा का तो शुरु से ही यह चाल रहा है कि यहां की पहचान को मिटा दो। वे झारखण्ड को वनांचल का नाम दे रहे थे। लेकिन चूंकि उस वक्त एकीकृत बिहार में राजद का शासन था जो झामुमो के सहारे ही चल रही थी। कांग्रेस के लोग सत्ता में शामिल थे। सभी ने वनांचल की जगह झारखण्ड का नाम दिया और अब ये संथाल परगना को इससे अलग करने की बात कर रहे हैं। हम भाजपा के किसी भी मंसूबों को यहां कामयाब नहीं होने देंगे।