राजनीति

हेमन्त सरकार द्वारा रघुवर सरकार में शामिल पांच मंत्रियों की संपत्तियों के जांच के आदेश के बाद बौखलाई भाजपा ने इसे राजनीतिक स्टंट करार दिया

उधर हेमन्त सरकार ने रघुवर सरकार में शामिल पांच मंत्रियों के संपत्तियों के जांच के आदेश पर कैबिनेट की मुहर क्या लगाई। इधर भाजपा में हड़कम्प मच गया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने रघुवर सरकार में शामिल पांच मंत्रियों का बचाव करते हुए, उलटे राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन पर ही पलटवार किये। बाबूलाल मरांडी ने अपने टिव्टर के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया दी और अपनी खबरों को एएनआई व पीटीआई जैसी न्यूज एजेंसियों से टैग किया, ताकि उनकी खबरों को अहमियत मिले।

बाबूलाल मरांडी के शब्दों में पांच पूर्व मंत्रियों के जांच के आदेश एक राजनीतिक स्टंट के सिवा कुछ नहीं। श्री मरांडी का कहना था कि इस प्रकार की जांच तो विभागीय मंत्री के आदेश से ही किया जा सकता है फिर इतने तामझाम से कैबिनेट में प्रस्ताव लाना राजनीतिक ड्रामेबाजी से अधिक कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा जांच से नही भागती। लेकिन अच्छा होता मुख्यमंत्री जी यदि इतना ही भ्रष्टाचार के खिलाफ संवेदनशील हैं तो उसकी शुरुआत अपने घर से ही करें।

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सोरेन परिवार ने दिल्ली उच्च न्यायालय में लोकपाल की सुनवाई में हलफनामा देकर 108 संपत्ति की घोषणा की है और न जाने कितने अघोषित सम्पत्ति जो अभी इडी के छापों के दरम्यान पकड़े जाने की खबरें अख़बारों में आ रही हैं। उन्होंने कहा कि हिम्मत है तो मुख्यमंत्री जी इस घोषित/अघोषित सभी संपत्तियों के स्रोत की जांच अपने ही सरकार के एसीबी से कराकर आदर्श प्रस्तुत करें।