राजस्थान में मंदिर माफी की जमीनों को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराने के लिए कानून लाए गहलोत सरकार – ब्राह्मण महासभा
राजस्थान के सपोटरा में पुजारी बाबूलाल वैष्णव जी की निर्मम हत्या के बाद पूरे राजस्थान में मंदिर माफी की जमीनों को अतिक्रमणों से मुक्त करवाने हेतु सरकार को एक कानून लाने के लिये एक ठोस फैसला करने की आवश्यकता है। इसके लिये सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर मांग की है कि पूरे प्रदेश में लाखों बीघा जमीन जो कि मंदिर माफी की है, उन पर अतिक्रमणकारियों की नजर रहती है,जिस पर अवैध कॉलोनियां बसा दी जाती है।
ये मंदिर माफी की जमीनों पर कब्जा कर लेते हैं, जिसके कारण पुजारियों से मारपीट की घटनाएं पिछले कई वर्षो से बढ़ रही है। मिश्रा ने कहा कि राजस्व रिकार्ड के हिसाब से पूरे प्रदेश में जहां-जहां मंदिर माफी की जमीने हैं, उन्हें चिन्हित कर उन पर बसे हुए अतिक्रमिणकारियों को हटाएं, ताकि पुजारी बाबूलाल वैष्णव जैसी घटना भविष्य मे नहीं हो, इसके लिये मंदिर माफी की जमीनों को बचाना आवश्यक है। मंदिर माफी की जमीन का मालिक भगवान होता है और भगवान को नाबालिग कहा गया है।
ऐसे में पुजारी ही मंदिर माफी की जमीन की देखरेख करता है। ऐसे में यदि मंदिर माफी की जमीन के लिये कोई विवाद होता है, तो पुजारी को और उसके परिवार को हानि होती है। सर्व ब्राह्मण महासभा चाहती है कि पुरे प्रदेश में सामाजिक सदभाव बना रहे और सब मिल जुलकर रहें। इस भावना के साथ यदि मंदिर माफी की जमीनों के लिये सरकार कोई कानून बनाती है तो निश्चित रूप से पुजारी श्री बाबूलाल वैष्णव को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। सरकार इस पर जल्द से जल्द निर्णय ले।