अपराध

क्या MLA साहेब नैतिकता बची है या अब भी आपको लगता है कि राज्य पुलिस आपकी सेवा में लगी रहेगी?

भाई ठीक है, आप दबंग है, आप निवर्तमान सीएम रघुवर दास के चहेते है, धनबाद पुलिस आपके इशारों पर नाचती है, आप किसी को भी आगे कर, किसी भी अच्छे आदमी या उसके परिवार को कोर्ट के चक्कर लगवा देते हैं, उसके भविष्य से खेल जाते हैं, लेकिन कोई आपके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराना चाहे तो प्राथमिकी तो दूर शिकायत भी दर्ज नहीं होती।

ये अलग बात है कि झारखण्ड हाई कोर्ट जब दबाव डालती हैं तब एक साल के बाद आपके खिलाफ वह भी अनमने ढंग से धनबाद पुलिस यौन शोषण मामले में प्राथमिकी दर्ज करती है, उसके बाद भी आपके खिलाफ जांच भी नहीं होती, इसलिए हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से आपके केस के बारे में पूछा है कि सरकार बताएं कि आपके उपर लगे आरोपों की जांच कहां तक पहुंची?

आश्चर्य है कि आपके उपर 354 व 376 धाराएं लगी है, जिसका जिक्र आपने अखबारों में स्वयं किया हैं, यह ऐसी धाराएं जो गैर जमानतीय है, जिसमें बिना वारंट के गिरफ्तारी का प्रावधान है, तो क्या आप बिना जमानत लिए विधानसभा पहुंचेंगे और विधायक बनने का शपथ लेंगे? क्या ऐसी जगह जहां राज्य के सारे पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहेंगे, वे देखते रहेंगे कि एक गैर जमानतीय धारा जिस व्यक्ति पर लगा हैं, वह व्यक्ति सदन में जाये और सदन से बाहर आये और उसके खिलाफ कोई कार्रवाई न हो।

क्या आपको अब भी भरोसा है कि राज्य के निवर्तमान सीएम रघुवर दास आप पर कृपा लूटायेंगे और धनबाद पुलिस आपको हर बार की तरह इस बार भी आपको मदद ही करेगी, अगर आपका भरोसा इस हद तक हैं तो भाई मानना पड़ेगा, आप सचमुच महान हैं, पर हमें नहीं लगता कि अब ऐसा होगा, क्योंकि कानून को अब अपना काम करना ही होगा, धनबाद पुलिस और राज्य पुलिस को अपना रवैया बदलना ही होगा।