स्वास्थ्य मंत्री चंद्रवंशी ने युवा मतदाता को दी धमकी, इलेक्शन खत्म होने दो, तुम्हारी औकात बता देंगे
नाम – रामचंद्र चंद्रवंशी, जनाब झारखण्ड के स्वास्थ्य मंत्री हैं, फिलहाल जनाब विश्रामपुर से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, कभी वो राष्ट्रीय जनता दल की टिकट से किस्मत आजमाया करते थे, पर जैसे ही राजद और लालू का सितारा गर्दिश में आया, पलटी मारी, भाजपा में घुस गये। किस्मत ने साथ दिया, विधायक बन गये और लीजिये लगे हाथों स्वास्थ्य मंत्री भी बन गये, फिर क्या था? जैसा कि होता है, जनाब के सुर बदल गये, अब वह अपने विरोधियों को गाली ही नहीं देते, धमकी भी देते हैं, वह भी खूलेआम, वे सीधे अपने विरोधियों को कहते है, क्या कहते है उस पर ध्यान दीजिये।
“तू ही न पोस्ट करता था, इ सब हम रखे हैं, अकबकाओ मत, रखो न, अभी इलेक्शनवा हो लेवे दे, तब हम तोरा औकात बता देते हैं, अरे हम तुमको औकात में ला देंगे, निकाल के रखो, तुरन्त एफआइआर करेंगे, इ जो दढ़िया हउ न इहा तक ला देबऊ, (आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग) कही का, अरे अभी इलेक्शन नहीं लड़ रहे होते न तो हम तोरा औकात बता देते”
अब सवाल उठता है कि जनाब, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री चुनाव प्रचार करने निकले हैं कि सबको धमकियाने निकले हैं, गाली देने निकले हैं, क्या चुनाव प्रचार की ये भाषा है, क्या भाजपा के मंत्रियों को जिन्होंने विरोध किया, उसके लिए ये मंत्री इस प्रकार की भाषा का प्रयोग करेंगे, क्या भाजपा के नेताओं को यही प्रशिक्षण दिया गया है कि जिनसे उनके विचार नहीं मिले, उनके साथ आप इस प्रकार की लट्ठमार भाषा का प्रयोग करो, उन्हें गालियों से नवाजो, अगर ऐसा है तो भाजपा ने एक अच्छी परम्परा की शुरुआत कर दी।
राजनीतिक पंडितों की माने तो एक मंत्री की ये भाषा स्पष्ट करती है कि उनका चुनाव प्रचार किस दर्जे को प्राप्त कर चुका है, आम तौर पर चुनाव प्रचार में लोग अपने विरोधियों के लिए भी शिष्ट भाषा का प्रयोग करते हैं, और अपने बातों से खासकर रुठे मतदाताओं को भी अपने खेमे में लाने के लिए बेहतर व्यवहार प्रदर्शित करते हैं, लेकिन जिस प्रकार से रामचंद्र चंद्रवंशी ने एक युवा मतदाता के लिए जिन भाषा का प्रयोग किया, गालियां दी, धमकी दी, पूरा इलाका ही फिलहाल गुस्से में हैं।
सूत्र बताते है कि पूरा मामला गवरलेटवा गांव जो उटारी रोड प्रखण्ड में पड़ता है, उस जगह का है। जो विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र का सबसे पिछड़ा इलाका है, इधर झारखण्ड विकास मोर्चा की प्रत्याशी अंजू सिंह ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, उनका कहना कि किसी भी युवा को अगर मंत्री द्वारा धमकी मिल रही हैं, तो वे उसे बर्दाश्त नहीं करेंगी। चुनाव प्रचार, चुनाव प्रचार की तरह हो तो अच्छा है, ये धमकी की बातें असहनीय है। इधर पूरे पलामू में इस बात की चर्चा जोरों पर हैं, तथा सभी इस घटना की कड़ी निन्दा कर रहे हैं तथा मंत्री से अपने स्वभाव में परिवर्तन लाने को कहा है।