हजारीबाग में रामनवमी जुलूस को लेकर सदन में भारी हंगामा, BJP MLA मनीष जयसवाल ने आसन के समक्ष जाकर अपना कुर्ता फाड़ा, आक्रोशित हो सरकार पर दागे सवाल
आज झारखण्ड विधानसभा में अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई। भोजनावकाश के पूर्व भाजपा विधायक मनीष जयसवाल इतने गुस्से में आ गये कि वेल में जाकर, आसन के समक्ष अपना कुर्ता फाड़ दिया। मनीष जयसवाल आज अपने आप में नहीं थे। वे बार-बार आसन का ध्यान हजारीबाग में घट रही घटनाओं की ओर आकृष्ट कराने की कोशिश कर रहे थे।
जिसका साथ भाजपा विधायकों ने भी दिया। यहीं कारण रहा कि ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान जमकर हंगामा हुआ और विधानसभाध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो को सदन की कार्रवाई 40 मिनट तक के लिए स्थगित करनी पड़ गई। 12 बजे जैसे ही सदन की कार्रवाई प्रारंभ हुई, एक बार फिर सदन में भाजपा विधायकों का हंगामा जारी रहा।
मनीष जयसवाल का कहना था कि आखिर हजारीबाग में पांच हजार से भी ज्यादा लोगों पर 107 का मुकदमा क्यों दर्ज कराया गया हैं? आखिर किसके कहने पर रामनवमी में वाद्ययंत्रों पर रोक लगा दिया गया? आखिर पुलिस प्रशासन डीजे वालों से ये क्यों एफिडिवेट ले रहा है कि वो अपना डीजे किसी भी रामनवमी के जुलूस से संबंधी लोगों को नहीं देगा?
मनीष जयसवाल ने पूरे प्रकरण पर हजारीबाग प्रशासन की कड़ी आलोचना की। उन्होंने आसन से पूछा कि आखिर आप संरक्षण नहीं देंगे तो फिर उनकी प्रतिष्ठा का क्या होगा? जो लोग हजारीबाग में धरने पर बैठे हैं, उनका क्या होगा? हजारीबाग का रामनवमी विश्व प्रसिद्ध रामनवमी हैं, उसको लेकर हजारीबाग के डीसी द्वारा ऐसी स्थिति क्यों बनाई जा रही हैं?
मनीष जयसवाल ने सदन में सरकार से पूछा कि क्या हमलोग तालिबान में रहते हैं? इसी बीच मनीष जयसवाल की मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर से तीखी बहस हुई। मनीष जयसवाल ने उन्हें सदन में ही कई बार बेईमान कहकर संबोधित किया। इसी दौरान कांग्रेस की दीपिका पांडेय, इरफान अंसारी और उमा शंकर अकेला भी भाजपा विधायकों से बातचीत में उलझते दिखे।