झारखण्ड में बेरोजगार युवकों पर हेमन्त सरकार का गया ध्यान, नियोजनालयों को फिर से सक्रिय करने का आदेश
झारखण्ड में रोजगार को लेकर पलायन सामान्य सी घटना है। दिल्ली, कोलकाता, मुंबई या दक्षिण भारत की ओर जो झारखण्ड होकर ट्रेने जाती है। उनमें आप बड़ी संख्या में पलायन करते लोगों को देख सकते हैं। कभी ऐसे ही लोगों को रोजगार दिलाने के लिए पूर्व की रघुवर सरकार ने एक से एक नौटंकी किये, कौशल विकास योजना के नाम पर बड़ी-बड़ी कंपनियों पर खूब पैसे लूटाएं, पर यहां के बेरोजगारों को क्या मिला, वह किसी से छुपा नहीं।
लेकिन खुशी की बात है कि राज्य की नई सरकार ने इस ओर एक नया प्रयास किया है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्य के सभी नियोजनालयों को अविलम्ब क्रियाशील करने का आदेश जारी किया है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का कहना है कि अगर नियोजनालय भवन अच्छी स्थिति में नहीं हैं, तो उसे किसी अन्य भवन में शिफ्ट कर वहां पेयजल, शौचालय और बैठने आदि की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का कहना है कि जिले से लेकर प्रखण्ड कार्यालय तक नियोजनालय शिविरों में 16 वर्ष से अधिक वर्ष के रोजगार तलाश रहे युवाओं को पंजीकरण किया जायेगा और उसके पश्चात् बेरोजगार युवक-युवतियों को सरकार की ओर से प्रोत्साहन राशि तथा रोजगार के अवसरों से जुड़ने के लिए मदद प्रदान किया जा सकेगा।