अरे भाई ये कौन नमूना है, जो महागठबंधन के नेताओं को माओवादियों के नाम पर धमकी दिये जा रहा है
अरे भाई ये कौन नमूना है, जो अपने पैड का दुरुपयोग कर, झारखण्ड की राजनीति में भूचाल लाने की कोशिश कर रहा है, इसके पहले झाविमो सुप्रीमो बाबू लाल मरांडी को, और अब नेता प्रतिपक्ष हेमन्त सोरेन को उसने धमकी दे डाली है, और दोनों की धमकियों में एक बात की समानता है, कि दोनों महागठबंधन के नेताओं को चुनाव से दूर रहने तथा अपने प्रत्याशियों को अपने–अपने विधानसभा क्षेत्र से हटा देने की बात कह डाली है, साथ ही यह भी कह रखा है कि उसकी भाकपा माओवादी और भाजपा से राजनीतिक डील भी हो चुकी है।
नेता प्रतिपक्ष हेमन्त सोरेन और झाविमो सुप्रीमो बाबू लाल मरांडी को लिखे इस धमकी पत्र में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह एवं झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर भैया के साथ उनलोगों का समझौता हुआ है। समझौते में भारतीय जनता पार्टी को ऐतिहासिक जीत दर्ज करवाने का जिम्मा भाकपा माओवादी संगठन को मिला है। पत्र में 48 घंटे के अंदर झामुमो प्रत्याशियों को चुनाव से बाहर रखने की धमकी दी गई है, साथ ही ऐसा नहीं करने पर कोडरमा कांग्रेस जिलाध्यक्ष शंकर यादव की तरह सरेआम वाहन समेत उड़ाने की भी बात कही गई है।
ये धमकी भरा पत्र अविनाश कुमार सिन्हा अधिवक्ता गिरिडीह के पैड पर लिखा गया है, जिसमें पता आवास बरमसिया श्मशान रोड, गिरिडीह बताया गया है। पत्र के नीचे निवेदक में भाकपा माओवादी संगठन (झारखण्ड) लिखा हुआ है तथा अविनाश कुमार सिन्हा के हस्ताक्षर भी हैं, प्रथम दृष्टया ये पत्र पूरी तरह से फेंक है, क्योंकि इस नाम से पूर्व में भी कई लोगों को धमकी भरे पत्र भेजे जा चुके हैं, पर आखिर ऐसा कौन शख्स हैं, जो इस प्रकार की हरकतें कर रहा हैं, वो मानसिक रोगी है या कुछ और उसके इरादे हैं, इसका पता लगाना तो पुलिस का काम है, पर स्थानीय पुलिस ने कभी भी इसकी जांच नहीं की।
इधर इस पत्र को देखते हुए नेता प्रतिपक्ष हेमन्त सोरेन के वरीय निजी सचिव सुनील कुमार श्रीवास्तव ने, अरगोड़ा थाना प्रभारी को इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने तथा पूरे मामले की अनुसंधान करने, साथ ही साथ नेता प्रतिपक्ष हेमन्त सोरेन की सुरक्षा पर विशेष ध्यान रखने का अनुरोध किया है।