लो कर लो बात! जिन्होंने दरीदा मौजा के लोगों को जीना मुहाल कर दिया हैं, वो भाजपा विधायक ढुलू महतो विस्थापितों के लिए आंदोलन चलायेंगे
जो खुद ही लोगों को विस्थापित कर उनकी जमीन पर कब्जा करने में लगे हैं, जिनके खिलाफ पिछले 27 दिनों से दरीदा मौजा के लोग बाघमारा प्रखंड सह अंचल कार्यालय में आज भी धरने पर बैठे हैं। जिन्होंने सरकारी आम रास्ता तक को कब्जा कर लिया है। जिसने सैकड़ों परिवारों का जीना तक हराम कर दिया है। वे नेता यानी बाघमारा के दबंग भाजपा विधायक ढुलू महतो ने कल धनबाद परिसदन में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन पर ही यह आरोप लगा दिया कि उनके शासनकाल में उन्हीं के लोग विस्थापितों को न्याय नहीं दिला रहे हैं। यहीं नहीं यह भी कहा कि अगर विस्थापितों को जल्द न्याय नहीं मिला तो ढुलू महतो आंदोलन करने से नहीं चूंकेंगे।
धनबाद परिसदन में ढुलू महतो ने ऐसे सैकड़ों गांव का नाम बताया, जहां के लोग विस्थापित है, पर दरीदा मौजा के लोग जो उसके कारण विस्थापित हुए हैं। जिनके जमीन को ढुलू महतो ने कब्जा कर लिया है। उसके बारे में एक शब्द भी बोलना ढुलू महतो ने जरुरी नहीं समझा। आश्चर्य इस बात की भी है कि धनबाद परिसदन में भाजपा विधायक ढुलू महतो संवाददाता सम्मेलन कर रहे थे और उनके साथ भाजपा का कोई नेता तक नहीं था, यहां तक की जिलाध्यक्ष भी नहीं।
कमाल की बात तो यह है कि दरीदा मौजा के लोग ढुलू महतो के अत्याचार का पुलिंदा बनाकर धनबाद के एसडीओ, उपायुक्त, विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री, राज्यपाल तक गुहार लगाये, पर किसी ने इन गरीबों की एक नहीं सुनी। क्यों नहीं सुनीं या क्यों नहीं सुन रहे, भगवान जानें। मतलब इतनी अंधेरगर्दी हैं कि पूछिये मत। एक लोकोक्ति हैं न – उल्टा चोर कोतवाल को डांटे।
ठीक यही लोकोक्ति यहां चल रही हैं, यानी जो खुद सैकड़ों लोगों को विस्थापित कर दिया, वो कह रहा है कि वो विस्थापितों के लिए आंदोलन करेगा। ढुलू महतो के कल के संवाददाता सम्मेलन को लेकर भाजपा में ही कई लोगों ने चर्चा करना शुरु कर दिया है। इन भाजपाइयों का कहना है कि जिन लोगों के मकान शीशे के बने हो, उन्हें दूसरे के मकान पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए।
इधर दरीदा मौजा के लोग जो धनबाद के बाघमारा प्रखण्ड कार्यालय में धरने पर बैठे हैं। उन्होंने विद्रोही24 से कहा कि ढुलू महतो को विस्थापितों के नाम पर आंदोलन चलाने के पहले, दरीदा मौजा के लोगों को न्याय दिलाने के लिए काम करना चाहिए। ढुलू ने जो आम रास्ता बंद करके चहारदीवारी बना दी हैं। पहले उसे तोड़कर सरकारी आम रास्ता को जनता के लिए खोल देना चाहिए। लेकिन ये काम ढुलू करेंगे नहीं, क्योंकि वे इस काम के लिए तो बने नहीं हैं, वे तो उनको जो अच्छा लगेगा, जो उनके हित में होगा, वहीं करेंगे।