मैं कांग्रेसी विधायक हूं, प्रदीप यादव नाम है, मैं किसी के साथ भी बदतमीजी कर सकता हूं, चाहे वो महिला पत्रकार ही क्यों न हो?
भाई, मैं कांग्रेसी विधायक हूं, ऐसे भी प्रदीप यादव नाम है मेरा, मैं किसी के साथ भी बदतमीजी कर सकता हूं, चाहे वो महिला पत्रकार ही क्यों न हो? ऐसे भी इन दिनों कांग्रेसी विधायकों का मन थोड़ा ज्यादा ही बढ़ा हुआ है, बढ़ेगा क्यों नहीं, राज्य में उनके समर्थन से सरकार है, सोनिया-राहुल जी का आशीर्वाद भी मिल चुका है, ऐसे में बड़बोलापन आना लाजिमी है।
आप कहेंगे कि मैं ऐसा क्यों लिख रहा हूं, भाई लिखुंगा क्यों नहीं, कांग्रेसी विधायक प्रदीप यादव ने ऐसा ही गुल खिलाया है। आज वे रांची से रायपुर के लिए रवाना हो रहे थे। प्रदीप यादव को रांची एयरपोर्ट पर आया देख एक महिला पत्रकार (संभवतः 22scope से जुड़ी हुई ) ने प्रदीप यादव से पूछा कि सर आप कहां जा रहे हैं, प्रदीप यादव उतावलेपन में बदतमीजी से कह डाला- आपके घर।
महिला पत्रकार – जवाब देती है, कि मेरा घर तो रायपुर में हैं नहीं। (आप स्वयं विडियो देखिये और चिन्तन करिये कि क्या एक महिला पत्रकार से किसी नेता का व्यवहार इस प्रकार का होना चाहिए या महिला पत्रकार के प्रश्नों का उत्तर यहीं हैं, जिसका जवाब कांग्रेसी विधायक प्रदीप यादव ने दिया। ) इस राज्य की स्थिति बड़ी ही विकट है और विकट है यहां के नेताओं के जवाब देने की शैली, ये यह भी नहीं देखते कि सामने से जो बात कर रही है/रहा है, उनके साथ हमारा व्यवहार कैसा होना चाहिए।
ऐसे भी अब कितना भी कोई प्रदीप यादव के इस व्यवहार से नाराज हो जाये, पर कांग्रेसी नेताओं को क्या फर्क पड़ता हैं, वे तो गर्व से कहेंगे कि वाह क्या आपने जवाब दिया हैं, प्रदीप यादव जी। मुझे तो लगता है कि आपके इस जवाब के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से नेता अभिनन्दन का कार्यक्रम आयोजित करवा देना चाहिए।
अंत में, कांग्रेसी नेताओं को बता देना चाहता हूं कि उसके नेता प्रदीप यादव के इस व्यवहार से संभ्रांत पत्रकारों में गहरा आक्रोश व्याप्त है, हो सकें तो प्रदीप यादव उस महिला पत्रकार से किये गये व्यवहार के लिए क्षमा मांगे, पर हमें लगता है कि क्षमा भी वहीं मांगता हैं जिसे पश्चाताप हो, भला इस नये-नये कांग्रेसी से पश्चाताप की उम्मीद करना भी बेमानी है।