मैं प्रभात खबर हूं, मुझे अनाप-शनाप छापने का अधिकार है भाई, मुझे कोई दिशा-निर्देश नहीं दे सकता
जो मन करें, अनाप-शनाप छापिये, झारखण्ड का एक नंबर अखबार कहाइये, नमन विक्सल कोनगाड़ी को सिमडेगा विधायक भी बोल दीजिये, क्या फर्क पड़ता है, कोई बोलनेवाला नहीं, अगर गलत छाप भी दीजिये तो दूसरे दिन भूल सुधार अथवा पाठकों से माफी भी मत मांगिये, क्योंकि आप तो प्रभात खबर है, भला आप संपादकों के आगे किसकी मजाल, कि आपके सामने आपकी गलती को लाकर खड़ा भी हो सके।
देखिये न, कल की बात है, कल मतलब 22 अप्रैल, रांची से प्रकाशित प्रभात खबर की पृष्ठ संख्या तीन। खबर छपी है, सिमडेगा विधायक सहित छह न्यायालय में हुए उपस्थित और अंदर की खबरों में सिमडेगा विधायक नमन विक्सल कोनगाड़ी को बता दिया गया, जबकि सिमडेगा के विधायक है – भूषण बारा। जैसे ही यह खबर छपी लोगों ने माथा पीटना शुरु कर दिया।
लोग व्यंग्यात्मक रुप से कहने लगे कि हो सकता है कि दोनों विधायकों ने आपस में अपनी-अपनी सीटों का बंटवारा कर लिया हो और संपादक को इस बात की सूचना दे दी हो, जिसको लेकर अखबार ने भूषण बारा की जगह नमन विक्सल कोनगाड़ी का नाम डाल दिया, अब जो भी हो, इस बात को लेकर और इस खबर को लेकर पूरी राजधानी में लोग इसे चर्चा का विषय बना दिया।
एक अखबार में काम कर चुके और कभी अर्जुन मुंडा को सेवा दे चुके एक पत्रकार ने तो विद्रोही24 को साफ कह दिया कि प्रभात खबर में तो आजकल इतनी गलतियां छप रही हैं कि वे प्रतिदिन पांच गलतियां दिखा सकते हैं, पर उन्हें क्या पड़ी है, आजकल किसी को गलतियां बताना भी आफत मोल लेना है।