अपनी बात

भाजपा के अंदर चल रही उठा-पटक का असर, प्रेस तक को नहीं दी गई थी सूचना, जामताड़ा के यज्ञ मैदान में बाबूलाल मरांडी की जन आक्रोश रैली में ढाई सौ लोग भी नहीं जूटे

उपर में दिये गये फोटो को ध्यान से देखिये। यह उस वक्त का फोटो है। जब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी भाषण दे रहे थे। यह फोटो जामताड़ा के यज्ञ मैदान का है। जहां बाबूलाल मरांडी जन आक्रोश रैली को कल संबोधित कर रहे थे। आश्चर्य यह है कि यह फोटो बीजेपी झारखण्ड ने अपने सोशल साइट फेसबुक पर बड़े गर्व से डाला है।

आप इस फोटो को ध्यान से देखेंगे तो पायेंगे कि जहां बाबूलाल मरांडी भाषण दे रहे हैं। वहां दो सौ से तीन सौ कुर्सियां लगी हैं। उन कुर्सियों में से भी पचास से पचहत्तर कुर्सियां खाली ही हैं। ऐसे में आप खुद पता लगा सकते हैं कि झारखण्ड में भाजपा की कितनी स्थिति खराब है। राजनीतिक पंडित कहते हैं कि संताल परगना में ऐसे भी भाजपा की स्थिति ठीक नहीं हैं।

दूसरी बात की पूरे संताल परगना में भाजपा के कार्यकर्ता अपने-अपने जिलाध्यक्ष के खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंक चुके हैं। जहां बाबूलाल मरांडी की कल सभा थी, उस जामताड़ा में वहां के जिलाध्यक्ष का तीन राउंड विरोध हो चुका है। जामताड़ा के सभी मंडलों में भी वहीं हाल है। स्थिति इतनी खराब थी कि बाबूलाल मरांडी की कल जामताड़ा में सभा थी और यहां के किसी भी प्रेस को इसकी सूचना तक नहीं थी।

मतलब भाजपा के अंदर ही इतना विरोधाभास है कि यहां उनकी पार्टी जनाक्रोश रैली निकाले या यहां से उम्मीदवार उतारें, भाजपा की बैंड बजनी तय है। राजनीतिक पंडितों की मानें तो इससे ज्यादा भीड़ तो यहां लोकल व्यक्ति की नुक्कड़ सभा में हो जाती है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की सभा में भीड़ का नहीं आना, जनता का नहीं आना, बता रहा है कि यहां भाजपा की स्थिति ठीक नहीं हैं।