CPIML प्रत्याशी विनोद सिंह को समर्थन देने के लिए उमड़ा बगोदर, जनता ने कहा विनोद जैसा कोई नहीं
अगर भाजपा ने यौन-शोषण, हत्या के आरोपियों व भ्रष्टाचारियों को उम्मीदवार बनाया, तो इसी राज्य में एक ऐसा भी उम्मीदवार हैं, जिसके आगे भाजपा का कोई उम्मीदवार फिलहाल झारखण्ड में उस व्यक्ति के सामने सर नहीं उठा सकता, नाम है – विनोद सिंह। विनोद सिंह भाकपा माले के टिकट पर बगोदर से चुनाव लड़ रहे हैं, वे इसी बगोदर से पूर्व में विधायक भी रह चुके हैं, इस बार फिर चुनाव मैदान में हैं।
विनोद सिंह के पिता स्व. महेन्द्र प्रसाद सिंह का भी जो चरित्र रहा हैं, वह अनुकरणीय रहा हैं। झारखण्ड और बिहार में उनकी पूर्व में गूंजी आवाजें इस बात की साक्षी रही हैं, कि उनका जीवन गरीब-गुरबों के लिए रहा, और विनोद सिंह भी अपने पिता के पद-चिन्हों पर चलते हुए, गरीब-गुरबों के लिए ही अपनी पूरी जिंदगी झोंक दी।
फिलहाल बगोदर में वे अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है, क्योंकि उनके चाहनेवाले चाहते है कि विनोद सिंह विधानसभा में पहुंचे, ताकि सार्थक बहस विधानसभा में सुनाई दें, साथ ही गरीब-गुरबों की बात विधानसभा में प्रमुखता से उठे, क्योंकि ज्यादातर विधानसभा में पूंजीपतियों व दलाल किस्म के लोगों के विधायक बन कर आने से विधानसभा की मर्यादा प्रभावित होती रही हैं।
इसको ऐसे समझिये कि जिस भाजपा ने भ्रष्टाचारियों, यौन-शोषकों, खुद की अश्लील विडियो बनानेवालों को टिकट दी हैं, अगर वे जीत कर जाते हैं तो फिर विधानसभा का हाल कैसा होगा? विनोद सिंह को अपनी जनता से मिलने के लिए किसी भी चीज या समय की आवश्यकता नहीं होती, जरा देखिये मंच पर हैं विनोद सिंह, किसी जनता ने उन्हें आवाज दी, और लीजिये मंच पर ही आराम से बैठ गये और बात करनी शुरु कर दी, यानी कोई लाग-लपेट नहीं कि लोग क्या कहेंगे, क्या करेंगे, बस जनता और जनप्रतिनिधि के बीच ऐसा व्यवहार होना चाहिए, जिसको देखकर लोग अपने जनप्रतिनिधि पर गर्व करना सीखे।
शायद यहीं कारण रहा होगा कि बगोदर में भाकपा माले की सभा थी और लोग बिना किसी व्यवस्था के उस सभा में जूटे। कोई ऐसा चेहरा वहां नहीं बुलाया गया था, जिन्हें देखने के लिए लोग जुटे, यहां तो सिर्फ एक ही चेहरा हैं, जो हमेशा से दिखता रहा हैं, विनोद सिंह की। विनोद सिंह की बगोदर में सभा हैं, लोग लाल झंडा लेकर पहुंच गये।
…और लीजिये सभा ऐसी कि पीएम मोदी की सभा भी इसके आगे छोटी पड़ जाये। यानी उड़नखटोला वाले पीएम मोदी के आगे लाल झंडे वाले विनोद की सभा भारी पड़ गई। अगर भीड़ पैमाना हैं तो बगोदर में विनोद सिंह की जीत पक्की, भाकपा माले आगे निकल गई, ऐसे भी जरुरत हैं ऐसे ही जनप्रतिनिधियों की जिसके चरित्र पर कोई दाग न हो।