डुमरी में CM हेमन्त सोरेन ने कहा – चूल्हा प्रमुख के नाम पर आपको जो लिफाफा मिल रहा होगा उसे रख लीजिएगा मगर वोट बेबी देवी जी को ही दीजिएगा
आज हम अपनी उपलब्धि गिनाने नहीं आये हैं। यह उपचुनाव बड़े भाई जगरनाथ महतो जी के कर्म और शहादत का चुनाव है। हम 2024 में आपको लेखा जोखा देंगे और विपक्ष से भी इनका लेखा जोखा लेंगे। पूर्व की डबल इंजन की सरकार ने डबल हाथों से इस राज्य को लूटने का काम किया है। आप सभी से पुनः आग्रह है कि 5 सितंबर को एक नम्बर पर बटन दबाकर भाभी माँ आदरणीय बेबी देवी जी को विजयी बनाएं तभी इस चुनाव का मूल उद्देश्य पूरा होगा। उपरोक्त बातें राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने डुमरी विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि चुनाव पांच साल के लिए होता है। लेकिन डुमरी विधानसभा उपचुनाव ऐसी परिस्थिति की देन है कि आपकी सेवा करते-करते टाइगर जगरनाथ महतो अपने आप को कुर्बान कर दिए। ऐसे समय में हमें उस महान व्यक्ति के साथ खड़ा होना चाहिए जो आपके लिए हमेशा काम करते रहे। आज डुमरी विधानसभा के लोगों को छांव देने के लिए बेबी देवी जी जैसी शेरनी खुद बाहर आयी हैं।
उन्होंने कहा कि भाभी माँ बेबी देवी जी को मंत्री बनाकर हमने बड़े भाई जगरनाथ महतो जी को श्रद्धांजलि दी है। हमने अपना काम कर दिया, अब आपकी बारी है। महिलाओं से विशेषकर मेरी प्रार्थना है कि चूल्हा प्रमुख के नाम पर आपको जो लिफाफा मिल रहा होगा उसे रख लीजिएगा मगर वोट बेबी देवी जी को ही दीजिएगा। इसी बहाने विपक्ष के बेईमानों का भरा हुआ बोरा का कुछ पैसा आपके पास लिफाफा के जरिए आ जायेगा।
उन्होंने कहा कि सरकारी संस्थाओं के दम पर विपक्ष के लोग चुनाव जीतने का प्रयास कर रहे हैं। हम कैसे उनके षड्यंत्र में फंसे रहे, चुनाव प्रचार न कर पाए, उसी की कोशिश में यह लोग लगे हुए हैं। लेकिन इनसे भी ताकतवर ईश्वर है जो हमें सुरक्षा प्रदान करता है। शायद हम लोगों ने कोई अच्छा काम किया होगा कि यह 2019 से सरकार गिराने का षड्यंत्र रच रहे हैं और आज हम 2023 पर पहुंच चुके हैं। 2023 क्या, 2024 भी हम लोगों की सेवा करते हुए पार करेंगे और उसके बाद हम फिर सरकार बनायेंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा-आजसू वाले लोग आयेंगे तो पूछियेगा 20 साल में कितनी बार जेपीएससी, जेएसएससी की परीक्षा निकाली? आज हम हजारों की संख्या में युवाओं के लिए वेकैंसी निकालने का काम कर रहे हैं। आगे भी वेकैंसी निकालेंगे। विपक्ष के लोग सिर्फ हिन्दू-मुस्लिम करते हैं। इससे न नौकरी मिलती है, न राशन, न रोजगार। यह लोग सिर्फ समाज में जहर भरने का काम करते हैं। यह लोग बाबा भीमराव अंबेडकर जी द्वारा बनाये गए संविधान को बदलने का भी षड्यंत्र रच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पहले कभी भी सरकारी पदाधिकारी गांव-पंचायत नहीं जाते थे। आज हम सभी पदाधिकारियों को आपके द्वार भेज रहे हैं। विपक्ष ने 20 साल जरूरतमंदों को पेंशन नहीं दिया। आज लाखों बुजुर्गों, विधवा महिलाओं को पेंशन मिल रहा है। जगरनाथ दा ने पारा शिक्षकों को अधिकार देने में भी अहम भूमिका निभाई। विपक्ष में बैठे भाजपा-आजसू वालों ने कभी भी लोगों की सुध नहीं ली और आज यह चूल्हा प्रमुख बनाने का ढोंग करते हैं।
उन्होंने कहा कि महिलाओं से पूछिए महंगाई का आलम क्या है। आज सरसों तेल, नमक, टमाटर और आटा का दाम कितना है? लोगों को चूल्हा प्रमुख बनाने का फायदा क्या जब भाजपा-आजसू खुद लोगों की थाली से निवाला छीनने का काम कर रही है। इन लोगों ने पूर्व में राशन कार्ड से 11 लाख नाम निरस्त करने का काम किया, जबकि हमने 20 लाख लोगों को हरा राशन कार्ड दिया। उसमें भी यह लोग हमें सरकारी दर पर अनाज नहीं लेने देते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जिस दिन से बनी है तब से विपक्ष रोज षड्यंत्र रच कर सरकार गिराने में लगा हुआ है। उसके बावजूद भी हम राज्यवासियों की सेवा कर रहे हैं। शिबू सोरेन जी को लोग गुरुजी बोलते हैं। इसी तरह स्व जगरनाथ दा को भी लोग टाइगर बोलते हैं। स्व जगरनाथ महतो जी 1932 खतियान, पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण के लिए दिन-रात आवाज बुलंद करते रहे। आपको याद होगा जिस दिन हमने 1932 खतियान का कानून विधानसभा से पास कराया तो जगरनाथ दा ने आदरणीय दिशोम गुरुजी को 1932 का अंगवस्त्र भेंट किया था।
मगर विपक्ष 1932 और ओबीसी को 27 प्रतिशत लागू करने में अड़चन डालने का काम कर रहा है। राज्य अलग होने के बाद तो ओबीसी को आरक्षण 27 प्रतिशत से कम करने का काम भी इन्होंने ही किया था। 1932 की जगह यह लोग 1985 लेकर आये। क्यूँ 1932 का कानून नहीं लाये भाजपा-आजसू वाले? फिलहाल 1932 कानून नहीं होने के बाद भी हम संकल्प के साथ नौकरियों और रोजगार में यहां के 80-90 प्रतिशत आदिवासी-मूलवासी को जोड़ रहे हैं। अभी कुछ दिनों पहले ही हमने 10 हजार में 9 हजार पांच सौ स्थानीय युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार से जोड़ा।
उन्होंने कहा कि हम लोग सिर्फ मान, सम्मान और स्वाभिमान की राजनीति करते हैं। यहां के आदिवासी-मूलवासी, दलित, पिछड़ा, किसान के हक-अधिकार की लड़ाई कभी नहीं रुकती है। आदरणीय दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी जैसे व्यक्ति इस राज्य को बनाने के लिए स्कूल की पढ़ाई छोड़कर अपना बचपन, जवानी और बुढापा खपा दिए। वह उम्र के एक पड़ाव में हैं नहीं तो आज वो भी इस मंच पर होते। अगर वो इस मंच पर होते तो हम लोगों की कोई जरूरत नहीं होती। वह अकेले ही इतने बड़े वृक्ष हैं जो राज्य के सवा तीन करोड़ लोगों को छांव देने का काम करते हैं।
उन्होंने कहा कि डुमरी विधानसभा उपचुनाव में आदरणीय भाभी माँ आदरणीय श्रीमती बेबी देवी जी झामुमो (महागठबंधन) की उम्मीदवार हैं। यहां जनसैलाब से यह प्रमाणित हो रहा है कि महागठबंधन सिर्फ जीतेगा ही नहीं बल्कि सभी अन्य उम्मीदवारों की जमानत भी जब्त होगी। आज हम लोग यहां सिर्फ विधायक के लिए वोट मांगने नहीं आये हैं बल्कि आपके मंत्री के लिए भी वोट मांगने आये हैं।