अपनी बात

एक महीने के अपने कार्यक्रमों में भाजपा ने झामुमो के आगे अपनी सारी पोल खुद ही खोलकर रख दी, आज भी भाजपा झामुमो के आगे राज्य में कहीं नहीं टिकती दिख रही

एक महीने तक ये भाजपा के प्रदेशस्तरीय नेता कोल्हू में बैल को जैसे जोता जाता है, वैसे भाजपा कार्यकर्ताओं को जोत दिया, पर इससे भाजपा को क्या मिला? क्या फायदा हुआ? इसका हिसाब कौन देगा? ये तो भाजपा के झारखण्ड प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी, भाजपा के अब तक सर्वश्रेष्ठ व महान प्रदेश के संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह, प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और कुछ ही कालखण्ड में ही भाजपा के प्रदेश महामंत्री पद को सुशोभित करनेवाले प्रदीप वर्मा को बताना ही चाहिए।

अगर वे नहीं बताते हैं, तो मैं बता देता हूं कि इस प्रकार के अल-बल कार्यक्रम कराकर भाजपा के प्रदेश नेताओं ने अपनी कमजोरी और ताकत सत्ता में बैठे झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के नेताओं व राज्य के सशक्त मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को दिखा दी कि भाई मेरी इतनी ही ताकत है और इससे ज्यादा की ताकत नहीं, आप हमें जैसे पाओ रौंद सकते हो। हम कुछ भी कर लें। इससे ज्यादा की ताकत अब मुझमें नहीं।

राजनीतिक पंडितों की मानें तो वे कहते हैं कि भाजपा के इस एक महीने के कार्यक्रम और आज उसके पांच प्रमंडलों में हुए प्रमंडलीय बैठक ने भाजपा को कही का नहीं छोड़ा हैं। रांची के प्रमंडलीय बैठक के बारे में एक पत्रकार ने विद्रोही24 को बताया कि भाजपा के व्हाट्सएप ग्रुप जो महापंडित शिवपूजन पाठक के द्वारा संचालित किया जाता है। उस व्हाट्सएप ग्रुप में सोशल मीडिया प्रभारी कुमार उत्कर्ष द्वारा पत्रकारों को सूचना दी गई थी कि वे आज यानी एक जुलाई को 11.30 बजे तस्वीर, वीडियो फुटेज एवं खबर संकलित करने के लिए चिरौंदी स्थित आशीर्वाद बैंक्वेट हॉल में उपस्थित हो।

पत्रकार तो समय पर उपस्थित हो गये, पर वहां मंच से बताया जा रहा था कि जैसे ही लोहरदगा, गुमला व खूंटी के भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित हो जायेंगे, कार्यक्रम प्रारम्भ हो जायेगा। उक्त पत्रकार ने बताया कि इसी चक्कर में साढ़े बारह बज गये और जैसे ही साढ़े 12 बजा कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ, जो दो घंटे में समाप्त हो गया, उस भाजपा की जो अपने नीयत समय पर कार्यक्रम को प्रारम्भ करने के लिए जानी जाती रही है।

उधर हजारीबाग में आयोजित प्रमंडलीय बैठक में भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष व निरसा की विधायक अपर्णा सेन गुप्ता पहुंची, पर भाजपा के धनबाद विधायक राज सिन्हा, बाघमारा के ढुलू महतो व धनबाद के सांसद पीएन सिंह उक्त प्रमंडलीय बैठक में नहीं पहुंचे, क्योंकि धनबाद में आज जिला निगरानी अनुश्रवण समिति की बैठक थी, इस बैठक में इन सभी को रहना ज्यादा जरुरी था। एक विधायक ने तो विद्रोही24 से कल ही बातचीत के क्रम में कहा था कि उन्हें न तो प्रदेश स्तर से और न ही जिलास्तर से प्रमंडलीय बैठक की सूचना मिली है। ये घटना साफ-साफ बताती है कि प्रदेश स्तर से लेकर प्रमंडल व जिला स्तर पर भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के बीच संवादहीनता किस कदर पहुंच गई है और ये सब हुआ है इधर के वर्षों में।

उधर कार्यक्रम समाप्त हुआ और इधर भाजपा के व्हाट्एस ग्रुप से प्रमंडलीय बैठक का समाचार जारी कर दिया गया। शीर्षक दिया गया – ‘2024 का मंत्र बूथ जीतो, चुनाव जीतो – कर्मवीर सिंह’ और नीचे वही जो भाजपा के प्रेस विज्ञप्ति में होता है। पहले पैराग्राफ में नेताओं के नामों की लंबी सूची और फिर नेताओं के भाषण। सब के भाषण में नरेन्द्र मोदी। अरे भाई, वो तो जनता भी जानती है कि आपके पास हर मर्ज की दवा नरेन्द्र मोदी है। नरेन्द्र मोदी के बाद आपके पास क्या है? आपके प्रदेश में कौन ऐसा नेता हैं, जो एक नुक्कड़ सभा कर भीड़ को वोट में कन्वर्ट करने करने की ताकत रखता हो। हैं, तो बताइये।

आपने तो पिछले एक महीने में लाभार्थी सम्मेलन, भोजन के साथ परिचर्चा, जनसभा, संयुक्त मोर्चा सम्मेलन, व्यापारी सम्मेलन, प्रबुद्ध सम्मेलन, घर-घर सम्पर्क अभियान और पता नहीं क्या-क्या कार्यक्रम आयोजित किये। पर इन कार्यक्रमों में जनता कहां थी। उनमें तो सभी वे ही लोग थे, जो भाजपा के हर कार्यक्रम में दिखाई पड़ जाते हैं। नहीं विश्वास हैं तो आप अपने सभी कार्यक्रमों में खुद के द्वारा खिंचवाये गये फोटों को ही देखकर आकलन कर लीजिये। मतलब आपका सारा कार्यक्रम भाजपा के द्वारा, भाजपा के लिए, भाजपा को समर्पित था। उसमें आम जनता की सक्रियता कहां थी? आम जनता ने आपको कहां हाथों-हाथ लिया?

आप क्यों नहीं मानते कि जैसे आप बड़े नेताओं को वातानुकूल हॉल व कक्ष पसन्द आने लगा हैं। बड़े-बड़े जमीन के कारोबारी नजर आने लगे हैं। उन कारोबारियों के अपने कारोबार की सुरक्षा भाजपा के नेताओं द्वारा होने की गारंटी का प्रावधान जब से कर दिया गया है, तभी से भाजपा के एक-एक समर्पित कार्यकर्ताओं ने आप से दूरियां बनानी शुरु कर दी हैं और यही दूरियां 2024 में आपके लिए काल बनेगी, जब आप लोकसभा में महागठबंधन के सशक्त प्रत्याशियों के आगे पानी भरते नजर आयेंगे।

आपके केन्द्रीय नेता जब अपनी बात रखने आयेंगे तो जनता की भीड़ के लिए तरस जायेंगे। हमें तो लगता है कि झामुमो के केन्द्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने ठीक ही कहा था कि उन्हें भाजपा पर दया आ रही हैं, लगता है कि भाजपा के नेताओं में भीड़भाड़ ठीक-ठाक हो, इसका भी प्रबंध लगता है कि झामुमो को ही करना पड़ेगा।