पटना में युवाओं ने मोदी-शाह के बैनर-पोस्टर फूंके, ट्रेनें रोकी और की आगजनी
रेलवे में ग्रुप डी की बहाली में आइटीआइ की अनिवार्यता कर देने से आज पटना के युवा भी आक्रोशित हो उठे और पटना बहादुरपुर के पास उतरकर कई ट्रेने रोक दी। यहीं नहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को अपने गुस्से का शिकार बनाया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के पोस्टर फाड़े और उसमें आग लगा दी। यहीं नहीं रेलवे ट्रेक पर भी आगजनी कर दी, तथा कई ट्रेनों को रोका, जिससे यहां अफरातफरी मच गई। युवाओं ने पटना कटिहार एक्सप्रेस, जयपुर हावड़ा एक्सप्रेस को भी रोका, तथा ट्रेनों में तोड़-फोड़ भी की।
आक्रोशित युवा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुर्दाबाद, अमित शाह मुर्दाबाद के नारे भी लगा रहे थे। युवाओं का कहना था कि केन्द्र सरकार ने उनका जीना हराम कर दिया है, एक तो बेरोजगारी और दूसरी ओर उनके साथ केन्द्र द्वारा की जा रही नाइंसाफी, उड़ाया जा रहा मजाक, उनके जैसे बेरोजगार युवाओं का धैर्य तोड़ चुका हैं, ऐसे में इस केन्द्र सरकार पर युवाओं का विश्वास नहीं रहा, क्योंकि जिस विश्वास के साथ उनलोगों ने इस सरकार के हाथों में सत्ता सौपी थी, इस सरकार ने उस विश्वास का ही गला घोंट दिया।
इन आक्रोशित युवाओं का कहना था कि पहली बार सरकार ने ग्रुप डी के लिए 500 रुपये मांग लिये और उपर से आइटीआइ अनिवार्य कर दिया, अब ग्रुप डी में आइटीआइ की अनिवार्यता करना, उनकी समझ से बाहर हैं, ऐसे में जो योग्य अभ्यर्थियों का समूह हैं, वह तो ग्रुप डी के इस वैकेंसी का लाभ ही नहीं उठा पायेगा, ऐसे में केन्द्र सरकार बताये कि ये जो बहाली निकाली गई है, किसके लिए हैं? बिहार में पहले आरा, उसके बाद समस्तीपुर, फिर बाढ़-अथमलगोला और अब पटना में युवाओं का बढ़ता आक्रोश बता रहा है कि केन्द्र सरकार के लिए यह रेलवे ग्रुप डी की बहाली जी का जंजाल न बन जाये। केन्द्र सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए कि युवाओं का यह गुस्सा 2019 में उनके लिए सफाया का कारण न बन जाये।