सारठ में भाजपा नेता लक्ष्मीकांत वाजपेयी को अपने प्रत्याशी रणधीर सिंह का नाच देखने से फुर्सत नहीं और इधर उसी क्षेत्र में कल्पना सोरेन की सभा में उमड़े जन-सैलाब ने रांची से लेकर दिल्ली तक के भाजपा नेताओं की नींद उड़ा दी
झारखण्ड के सारठ विधानसभा में आज कल्पना सोरेन की सभा निश्चय ही भाजपा के प्रदेश से लेकर दिल्ली तक के नेताओं व सारठ से भाजपा के टिकट पर लड़ रहे निर्वतमान विधायक रणधीर कुमार सिंह को कंपकंपा दी होगी। राजनीतिक पंडित कह रहे हैं कि अब तक किसी भी सभा में ऐसी भीड़ नहीं देखी गई है। यहां तक की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा में भी इस प्रकार की भीड़ नहीं देखी गई। आम तौर पर ऐसी भीड़ बसों, ट्रकों, ट्रेनों व नाना प्रकार के विभिन्न ब्रांडों की चारपहियां वाहनों द्वारा लाई जाती है तथा इस सभा को रैली का नाम बाद में दे दिया जाता है।
लेकिन न यहां रैली थी और न ही आम सभा। लेकिन उसके बावजूद इतनी बड़ी संख्या में कल्पना को सुनने और देखने आये लोगों ने एक तरह से बता दिया कि उनके दिल में क्या चल रहा हैं। इधर कल्पना सोरेन ने भी इस जबर्दस्त भीड़ को देखकर अपनी बातें जमकर रखी। केन्द्र सरकार को निशाने पर लिया और राज्य सरकार द्वारा जनहित में लिये गये फैसले को जनता के बीच में रखा। जनता भी आज कल्पना सोरेन को सुनने की मूड में थी। बताया जा रहा है कि झामुमो ने यहां से अपने प्रत्याशी के रूप में चुन्ना सिंह को खड़ा किया है। जबकि भाजपा ने अपने निर्वतमान विधायक रणधीर कुमार सिंह पर भरोसा किया है।
राजनीतिक पंडित तो साफ कह रहे हैं कि कल सारठ में भी भाजपावालों ने सभा की थी। जिसमें भाजपा के एक बड़े नेता लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने भाग लिया था। उस सभा में मामूली भीड़ थी। फिर भी उसे देख भाजपा प्रत्याशी रणधीर कुमार सिंह बहुत ही खुश थे और अपने स्वभावानुसार नाच का प्रोग्राम शुरु कर दिया। खुब नाचे। अपने नाचे तो नाचे। कुछ युवाओं को भी मंच पर बुलवाकर नचवाना शुरु कर दिया। जिसे देख कई राजनीतिक पंडितों ने चुटकी लेते हुए कहा कि इ तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी बड़का स्टार प्रचारक है, भाजपा को चाहिए कि इसको हर जगह यूज करें।
वहीं कई भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने विद्रोही24 से कहा कि ये नाचने-गाने का समय नहीं हैं। ये चुनाव का समय हैं। नीति बनाने का समय हैं। नीति को जमीन पर उतारकर संघर्ष करने का समय हैं। लेकिन इस समय में कोई राग-रंग में फंस जाये तो वो क्या चुनाव जीतेगा? वो तो जीतते-जीतते हार जायेगा। कई भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने विद्रोही24 को बताया कि आज ही सारठ में जो कल्पना सोरेन की सभा हुई हैं। उस सभा के आगे भाजपा की सभा तो कुछ भी नहीं। वहां जिस प्रकार से जनता कल्पना सोरेन को सुन रही थी।
रणधीर की सभा में तो जनता रणधीर को ही गंभीरता से ही नहीं ले रही थी। शायद रणधीर को यहां की जनता जानती है और हो सकता है कि वो इस बार सबक भी सिखा दें। राजनीतिक पंडित कहते हैं कि जैसे पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं। उसी प्रकार कल्पना सोरेन की सारठ में हुई आज की सभा बहुत कुछ कह दे रही हैं। साफ कह रही हैं कि सारठ में झामुमो के आगे भाजपा हवा हो चुकी है। अब भाजपा क्या करें कि डीजे मंगवाये और रणधीर कुमार सिंह का डांस इसी प्रकार हर नुक्कड़ में करवाते रहे, ताकि कम से कम आम जनता का मनोरंजन हो सकें। ऐसे भी इससे ज्यादा भाजपा कर ही क्या सकती हैं।