सिल्ली में सुदेश को सीमा की चुनौती, कहीं फिर हारकर भाजपा की चिरौरी में तो नहीं जुट जायेंगे आजसू सुप्रीमो
झामुमो सिल्ली विधानसभा में हैट्रिक बनाने जा रही है। लगातार इस सीट पर दो बार विजयी घोषित हुई झामुमो के इस बार भी हौसले बुलंद है। झामुमो की उम्मीदवार सीमा महतो एक बार फिर यहां से चुनाव लड़ रही हैं, इसके पूर्व वह एक बार यहां से चुनाव जीत चुकी है, जब उनके पति अमित महतो को चुनाव लड़ने से अयोग्य कर दिया गया था। ज्ञातव्य है कि अमित महतो झामुमो की टिकट पर सिल्ली विधानसभा से पहली बार 2014 में जीते थे, उस वक्त उन्होंने पहली बार आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो को हराकर झारखण्ड विधानसभा में धमाकेदार इंट्री मारी थी।
आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो को हराने के कारण ही, पूरे झारखण्ड में अमित महतो ने अपने नाम का डंका बजा दिया था, और झामुमो में अपनी अलग पहचान बना ली। आज भी अमित महतो की पूरे सिल्ली में उसी प्रकार पकड़ हैं, साथ ही उनकी पत्नी सीमा महतो ने भी राजनीति में कदम रख अपने प्रतिद्वंदियों को बता दिया कि उसे सामान्य महिला समझने की कोई भूल न करें।
इधर राज्य की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर, अपने ही हितैषी भाजपा को चुनौती देनेवाले आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो के हाथ-पांव फूले हुए हैं, कि कही ऐसा नहीं कि पिछले दो बार की तरह यह तीसरी बार भी सिल्ली सीट उनके हाथ से न निकल जाये, क्योंकि राजनीतिक पंडित बताते है कि सिल्ली सीट पर आज भी सीमा महतो की पकड़ ढीली नहीं हुई हैं, जो बताने के लिए काफी है कि यहां किसकी लहर चल रही है।
एक दिन पूर्व सिल्ली के टांटी स्कूल मैदान, हाकेदांग पंचायत अंतर्गत रामपुर, राहे के शिवटांगरा में उमड़ी जनसैलाब झामुमो सुप्रीमो हेमन्त सोरेन और यहां की प्रत्याशी सीमा महतो की लोकप्रियता के बारे में खुलकर बता रही थी। राजनीतिक पंडितों की माने तो पूरे राज्य में ज्यादातर पार्टियों के प्रदेश अध्यक्षों की हालत सही नहीं, जिनमें भाजपा के ही लक्ष्मण गिलुवा और आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो के नाम उल्लेखनीय है। अगर ये दोनों हारे तो समझ लीजिये कि इनकी राजनीतिक कैरियर पर इसके दुष्परिणाम पड़ने तय है।
हालांकि पूरे प्रदेश में सुदेश अपनी पार्टी के प्रत्याशियों को जीताने के लिए कमर कसे हुए हैं, पर राजद, कांग्रेस और झामुमो के इस बार के महागठबंधन ने उनकी सारी हेकड़ी निकाल दी है, पूर्व में ये सब अलग-अलग लड़ते थे, जिसके कारण आजसू के प्रत्याशियों की जीत हो जाया करती थी, पर इन तीनों की एका ने भाजपा की नींद तो उड़ाई ही, आजसू को भी कही का नहीं छोड़ा, ऐसे में जमशेदपुर पूर्व में आज संपन्न हुई चुनाव के बाद, अब लोगों की नजर सिल्ली पर, कि क्या सुदेश इस बार जीतेंगे या फिर हार कर नेपथ्य में भाजपा की चिरौरी करेंगे।