अपनी बात

रांची में आयोजित सरयू राय के भ्रष्टाचार विरोधी प्रतिनिधि सम्मेलन में भ्रष्टाचारियों ने भी भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने की ठानी

लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 120 वी जयंती पर भ्रष्टाचार विरोधी प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन रांची के गाला बैंक्वेट हॉल में किया गया। इस भ्रष्टाचार विरोधी प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन भ्रष्टाचार को लेकर सदैव मुखर रहनेवाले निर्दलीय विधायक सरयू राय ने आयोजित किया था। जिसमें राज्य के कोने-कोने से लोग आये और उनके मुहिम को सफल बनाने में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का वचन भी दिया।

लेकिन इसी सम्मेलन में विद्रोही24 को कई चेहरे ऐसे भी दिखाई दिये, जो भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए थे, साथ ही वे चेहरे भी दिखाई दिये जो इनके भ्रष्टाचार के मारे हुए भी थे। मतलब एक वो चेहरा जिसने भ्रष्टाचार कर उस व्यक्ति को लूटा और दूसरा वो चेहरा जो उसके लूट का शिकार बना, दोनों इस प्रतिनिधि सम्मेलन में भाग ले रहे थे।

जब विद्रोही24 ने यह जानते हुए कि वो व्यक्ति भ्रष्टाचार का शिकार बना है, और जिसने उसे शिकार बनाया, वो भी यहां मौजूद हैं, उस व्यक्ति को क्या अनुभव हो रहे हैं, तो उस व्यक्ति ने कहा कि जहां सरसो में ही भूत समाया हुआ हो, वहां भूत को निकाल पाना बड़ा मुश्किल हैं, फिर भी अगर कोई प्रयास कर रहा हैं कि भूत भागे मतलब भ्रष्टाचार का भूत भागे तो वैसे लोगों का वो समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा कि वे यहां सिर्फ सरयू राय को लेकर आये हैं।

दूसरी ओर भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे, उस व्यक्ति ने मंच पर भी जाकर खूब भाषण दिये, पर उसे खुद पर लज्जा नहीं आ रही थी, वो शान से बघार रहा था, पर जो उसके भ्रष्टाचार में लिप्त होने की घटना को जान रहे थे, वे मन ही मन मुस्कुरा रहे थे, और आश्चर्य कर रहे थे कि जो सरयू राय जी, बड़े-बड़े मच्छड़ों के भ्रष्टाचार को पकड़ लेते हैं, वे ऐसे मच्छड़ों को इस प्रतिनिधि सम्मेलन से बाहर करने में कैसे चूक गये?