अपनी बात

कल संपन्न भाजपा विस्तृत कार्यसमिति की बैठक में कई मंडलों व जिलों के पदाधिकारियों ने अपने नेताओं की बात नहीं मानी, बैठक में भाग लेना जरुरी नहीं समझा और जो पहुंचे वे सोते नजर आये

कल भाजपा के विस्तृत कार्य समिति की बैठक रांची के जगन्नाथपुर मंदिर मैदान में बुलाई गई थी। इस बैठक को संबोधित करने के लिए या यों कहिये कि भाजपा कार्यकर्ताओं को जीत का टिप्स देने के लिए देश के गृह मंत्री अमित शाह को बुलाया गया था। उसके बावजूद सच्चाई यही है कि इस विशेष बैठक में भी कई मंडलों व जिलों के पदाधिकारियों ने भाग लेना जरुरी नहीं समझा और जो पहुंचे भी तो वे सोते नजर आये। ये विद्रोही24 नहीं कह रहा, खुद भाजपा के ही लोग सोशल साइट पर ऐसे फोटो डालकर अपने ही पदाधिकारियों के करतूतों को शेयर कर रहे हैं और मजे भी ले रहे हैं। सबूत आपके समक्ष है।

आप उपर का फोटो देख ही रहे होंगे। आप है राज कुमार अग्रवाल, धनबाद के झरिया में रहते हैं। मैं इन्हें अच्छी तरह जानता हूं। भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता है। इनकी निष्ठा पर कोई सवाल नहीं उठा सकता। लेकिन सच्चाई यही है कि ये निकले झरिया से रांची के विस्तृत कार्यसमिति की बैठक में भाग लेने के लिए और जैसे ही अमित शाह ने टिप्स देना शुरु किया।

बेचारे को नींद आ गई और उनके ही पास बैठे लोगों ने इनका ये सुंदर चित्र खींच लिया और फेसबुक पर डाल दिया। फेसबुक पर इनके चित्र को डालनेवाले भी भाजपाई ही है। नाम – अशोक कुमार सिंह है। वे राज कुमार अग्रवाल के इस सोते हुए फोटो को डालकर लिखते है कि – ‘आज रांची में भाजपा विस्तृत कार्यसमिति की बैठक में गृह मंत्री जी के संबोधन के समय प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राज कुमार अग्रवाल जी गहरी निद्रा में।’

अशोक कुमार सिंह खुद भाजपाई है। फेसबुक पर उन्होंने खुद को भाजपाई बताया है। उनके इस पोस्ट को अब तक चार लोगों ने शेयर किया है और अब तक 24 कमेन्ट्स आये हैं। सभी ने मजे लिये हैं। अशोक कुमार सिंह खुद भी कल रांची के विस्तृत कार्यसमिति की बैठक में भाग लिये थे। जिसका फोटो नीचे दिया गया है।

इधर रांची के ही एक वरिष्ठ भाजपा नेता बताते हैं कि प्रदेश कार्यसमिति की विस्तृत बैठक में भाग लेनेवालों की कुल संख्या 26772 हैं। कल की बैठक में भाजपा के सभी मंडलों के पूरे पदाधिकारियों, मंच/मोर्चों के अध्यक्ष व मंत्रियों, जिला के सभी पदाधिकारियों व मंच/मोर्चों के अध्यक्ष व मंत्रियों को प्रदेशस्तर के सभी पदाधिकारियों, मंच/मोर्चों के अध्यक्षों व मंत्रियों तथा कार्यसमिति सदस्यों को आमंत्रित किया गया था।

लेकिन सच्चाई यही है कि अब तो मंडल व जिलों तो दूर, स्वयं प्रदेश के अधिकारी भी अपने वरीय अधिकारियों की बात नहीं मानते, उनकी आदेशों को धत्ता बताते हुए, उनके द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में भाग नहीं लिया। जब वे कार्यक्रम में भाग नहीं लिये तो इसकी क्या गारंटी की आनेवाली विधानसभा चुनाव में वे दिल से पार्टी की मदद करेंगे।

उक्त भाजपा नेता ने विद्रोही24 को बताया कि इस घटना का मूल कारण कार्यकर्ता को अधिकारी और अधिकारी को कार्यकर्ता बना देना है। बाहर के लोगों को बुला-बुलाकर पदाधिकारी बना दिया गया है। तो जो बाहर का व्यक्ति है, वो पार्टी से थोड़े ही बंधा है कि उनकी बात मान लेगा और जो कहेंगे वो कर देगा। स्थिति ऐसी है कि भाजपा पर झाविमो के नेताओं व कार्यकर्ताओं का कब्जा हो गया है। जो रियल भाजपा नेता व कार्यकर्ता है, उन्हें पीछे छोड़ दिया गया है। इसलिए ये तो होना ही था। आनेवाले दिनों में ये ख्वाब देख रहे है कि विधानसभा में हमने 52 सीटों पर बढ़त बना ली है तो सरकार हम ही बनायेंगे, इन्हें ये नहीं पता कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव में आकाश-जमीन का अंतर होता है।

सूत्र ये भी बता रहे हैं कि विस्तृत कार्यसमिति की बैठक में लगभग ग्यारह हजार ही कुर्सियां लगाई गई थी, उसमें भी भाजपा के हेमन्ता बिस्वाशर्मा और अमित शाह जब भाषण दे रहे थे, तो कई कुर्सियां खाली भी थी। अब जब जिनके पदाधिकारियों की संख्या 26 हजार से भी ज्यादा है। जो प्रदेश के नेता इन्हें बुलाते हैं। वे कुर्सियां भी इतनी  नहीं लगा पाते। जितनी लगा पाते हैं, उतने भी लोग नहीं पहुंचते, तो ऐसे में कैसे माना जाये कि इनके कहने पर जनता इन्हें वोट दे ही देगी। ये विधानसभा में बहुमत प्राप्त कर ही लेंगे।