देश का पहला “कारीगर पंचायत” रांची में एक जुलाई से, जूटेंगे देश भर के कारीगर
भारत में अपनी तरह का पहला कारीगर पंचायत रांची में एक जुलाई से प्रारंभ होगा। जिसका उद्घाटन राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास करेंगे। इस कारीगर पंचायत में जनजातीय कल्याण मंत्री सुदर्शन भगत, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग भारत सरकार के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के सदस्य अशोक भगत प्रमुख रुप से भाग लेंगे। खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष संजय सेठ के कथनानुसार कारीगर पंचायत का मुख्य उद्देश्य कारीगरों को एक मंच पर लाकर पंचायत द्वारा उनकी समस्याओं का समाधान करना-कराना है। इससे इस क्षेत्र में लगे कारीगरों के हुनर का संरक्षण एवं संवर्द्धन सुनिश्चित होगा। विभिन्न प्रशिक्षण, उत्पादन के माध्यम से कारीगरों के वित्तीय स्थिति को सुदृढ़ बनाने के लिए, कार्यशाला का भी इसमें आयोजन किया गया है।
संजय सेठ ने विद्रोही 24.कॉम को बताया कि राज्य भर से विभिन्न विधाओं के कारीगरों एवं बुनकरों के अलावा डोकरा, टेराकोटा, लाह एवं गोन्द आधारित उत्पादन, सिलाई प्रशिक्षण, ब्लॉक प्रिंटिंग, मधुमक्खी पालन, नेपकिन निर्माण, पापड़, बड़ी, आचार, पत्तल से बने उत्पाद, बेंत एवं बांस से बने उत्पाद, अगरबत्ती निर्माण एवं ग्रामोद्योग आधारित वस्तुओं के निर्माण में संलग्न लगभग 5000 कारीगर यहां एकत्रित होंगे। यहीं नहीं, खादी ग्रामोद्योग आयोग एवं झारखण्ड राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संपादित विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों एवं कौशल विकास तथा विभिन्न योजनाओं की जानकारी के लिए विशेषज्ञों के समूह देशभर से एकत्रित होंगे।
तकनीकी सत्र में साबुन, शैम्पू, अगरबत्ती, मोमबत्ती निर्माण के क्षेत्र में रुचि रखनेवाले कारीगरों को केवीआइसी बोरीवली के कार्यपालक पदाधिकारी, उमाकांत डोयपोडे, चर्म उत्पाद के क्षेत्र में रुचि रखनेवाले कारीगरों को केवीआइसी के कार्यपालक पदाधिकारी राजीव मल्होत्रा, माटीकला निर्माण के क्षेत्र में रुचि रखनेवाले कारीगरों को केवीआइसी राज्य कार्यालय महाराष्ट्र के कार्यपालक पदाधिकारी राजीव खन्ना, हैंडमेड पेपर, दोना पत्तल, फाइबर निर्माण के क्षेत्र में रुचि रखनेवाले कारीगरों को आर अस्थाना, मधुमक्खी पालन/मेडिसिनल प्लांट की उपयोगिता के क्षेत्र में रुचि रखनेवाले कारीगरों को पटना के आर एन सिंह, खादी के क्षेत्र में रुचि रखनेवाले कारीगरों को पटना के अशोक सिंह, फल व सब्जियों के क्षेत्र में रुचि रखनेवाले कारीगरों को पी के सत्पथी, लाह और गोंद के उत्पाद के क्षेत्र में रुचि रखनेवाले कारीगरों को संजय कुमार पांडेय, तसर उत्पाद के क्षेत्र में रुचि रखनेवाले कारीगरों को अजीत सिन्हा, टेराकोटा उत्पाद के क्षेत्र में रुचि रखनेवाले कारीगरों को रेशमा दत्ता प्रशिक्षित करेंगी।
संजय सेठ ने बताया कि यह कारीगर पंचायत रांची के हरिवंश टाना भगत इनडोर स्टेडियम में आयोजित होगा। उन्होंने पुनः इस बात पर जोर देते हुए कहा कि कारीगर पंचायत का मुख्य उद्देश्य यहां के कारीगरों को एक मंच उपलब्ध कराते हुए उनके उत्पादों के लिए एक बाजार उपलब्ध कराना भी हैं। क्योंकि इसी से उनका आर्थिक सशक्तिकरण एवं सामाजिक स्थिति मे सुधार संभव हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में राज्य के जिन कारीगरों को भाग लेना हो, वह झारखण्ड राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के कार्यालय, वेबसाइट से आवेदन प्राप्त कर सकते हैं।