PM नरेन्द्र मोदी से प्रभावित रंजीत साहू अपने नारे ‘सबका प्रयास, सबका कर्तव्य’ के साथ स्वच्छता और बिजली बचाओ अभियान में जुटे
सबका साथ सबका विकास नहीं साहब, अब बोलिये सबका प्रयास सबका कर्तव्य और फिर रंजीत साहू की तरह निकल जाइये, बिजली बचाने को, पानी बचाने को, पर्यावरण बचाने को और अंत में स्वच्छता अपनाने को। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन का जब अभियान शुरु किया था, तभी से रंजीत साहू जुटे हैं, अपने इस मिशन पर, कौन क्या कहता है, वे इस पर ध्यान नहीं देते, वे सिर्फ इस पर ध्यान देते हैं कि उन्हें करना क्या है?
रंजीत साहू मूलतः लातेहार के रहनेवाले हैं, ये जेटेट पास हैं, पर रांची में ये न्यू मधुकम में रहते हैं। इनके बारे में एक सामाजिक कार्यकर्ता नदीम खान ने हम तक बात पहुंचाई है। रांची से प्रकाशित प्रभात खबर को भी धन्यवाद कि उसने इस खबर को प्रमुखता दी, उसने इस खबर को 22 जुलाई को संभवतः प्रकाशित किया है। नदीम खान के शब्दों में, जब वे डेली मार्केट के पास पिछले दिनों खड़े थे, तब उन्होंने रंजीत साहू की ये फोटो खींची थी।
जब उन्हें रंजीत साहू जलती हुई लाइट को बुझाते हुए मिले, तब उन्हें पता चला कि रंजीत का ये प्रतिदिन का काम है, वे अच्छा-खासा पढ़े हैं, उसके बावजूद न तो उनमें अहं हैं और न ही उन्हें कोई हीन भावना छू पाई है। दरअसल ऐसे ही व्यक्ति का व्यक्तित्व बोलता है, कीर्तियां मुखर होकर बोलती हैं।
नदीम खान चाहते है कि ऐसे व्यक्ति को सामाजिक संगठन, जन-प्रतिनिधि, रांची जिला प्रशासन व राज्य सरकार सम्मानित करें व उन्हें सहयोग करें। रंजीत साहू का अपना एक दुकान है, जिससे वे अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं, दुकान खोलने के पूर्व ही, अपने मुहल्ले के सारे कचरे को एक स्थान पर इक्ट्ठे कर एक बाल्टी में रखते हैं, ताकि निगम का गाड़ी आये तो उसे ले जाये।
फिर वे रांची के हर छोटे-बड़े मुहल्ले का जितना हो सकता है, चक्कर लगा देते हैं और जहां भी स्ट्रीट लाइट जल रही होती हैं, उसे बुझाने का काम करते हैं। उनके साइकिल में एक बोर्ड भी टंगा होता है, जिसमें लिखा होता हैं – सबका प्रयास, सबका कर्तव्य। शायद वे ये कहना चाहते है कि हर व्यक्ति का यह प्रयास व कर्तव्य होना चाहिए कि बिजली को बचाने का कार्य करें।
यही नहीं, पर्यावरण को स्वच्छ रखने में अपनी भूमिका निभाएं, अपने घरों में भी जो बेकार की बिजली जल रही होती हैं, उसे बुझाने का प्रयास करें ताकि उनका अपना मुहल्ला व राज्य बेहतर स्थिति में आ सकें। रंजीत साहू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान से इतने प्रभावित हैं, कि वे अब रुकने का नाम नहीं लेते। उनका ये काम अब प्रतिदिन के दिनचर्या में शामिल हो गया है।