निर्लज्जता और बेशर्मी का सारा रिकार्ड तोड़ने को बेकरार झारखण्ड का सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग
शायद झारखण्ड सरकार के सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग ने संकल्प कर लिया है, कि वह निर्लज्जता और बेशर्मी का सारा रिकार्ड तोड़ कर रख देगा, वह वो सारा काम करेगा, जिसकी इजाजत न तो उसका जमीर देता है और न ही उसका विभाग। कल यानी 29 अक्टूबर को एक बार फिर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग ने अपनी आदत के अनुसार, आइपीआरडी की सरकारी साइट से आइएएस आफिसर्स की पत्नियों से जुड़ी निजी दीवाली मेला के समाचार का प्रेस रिलीज जारी कर दिया।
यहीं नहीं, बताया जाता है कि सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के प्रधान सचिव, इसके निदेशक एवं सीएमओ के पीआरओ के दिशा-निर्देश पर उक्त मेले की रिपोर्टिंग के लिए आइपीआरडी से संवाददाता भी भेजे गये तथा उन्हें हिदायत दी गई कि वे इस समाचार का संकलन बड़ी ही ईमानदारी से करें तथा समय पर उसकी प्रेस रिलीज बनाकर, उन सभी से जांच कराकर आइपीआरडी की सरकारी साइट पर उसे अपलोड भी कर दें।
झारखण्ड सरकार के आइपीआरडी के इस हरकत पर अन्य राज्यों के सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के लोग भी चुटकी ले रहे हैं। वे चुटकी लेते हुए कह रहे हैं कि आइएएस आफिसर्स की पत्नियों के प्रति भक्ति अगर देखना हैं तो झारखण्ड जाइये, वहां के सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के वरीय अधिकारियों से मिलिये, आप इनकी हरकतो को देखकर अभिभूत हो जायेंगे, ये सरकारी कार्यों का प्रचार-प्रसार में उतनी ईमानदारी नहीं दिखाते, जितनी ईमानदारी आइएएस आफिसर्स वाइफ एसोसिएशन द्वारा लगाये गये मेलों के प्रति दिखाते हैं। जैसा कि पिछले दिनों रांची के मोराबादी मैदान में लगे दीवाली मेले, जो 25-29 अक्टूबर तक चला, उसमें देखने को मिला।
दूसरे राज्यों के सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के वरीय अधिकारियों ने विद्रोही 24.कॉम को बताया कि वे भी झारखण्ड के सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के इन हरकतों को देखकर आश्चर्यचकित हो रहे हैं, कि ये कैसे लोग है? जिन कामों के लिए बने हैं, वे तो करते नहीं और जिस काम में उन्हें रुचि नहीं लेनी है, उसके लिए कायदा-कानूनों को ताक पर रख देते हैं। वे ये भी कहते है कि धन्य है झारखण्ड के मुख्यमंत्री और उनके प्रेस सलाहकार जो इन सब को आंख मूंदकर देख रहे हैं, और इस पर एक्शन भी नहीं लेते।
हमलोगों के यहां तो अब तक कार्रवाई हो जाती और सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के प्रधान सचिव तक का अब तक तबादला हो चुका होता, पर झारखण्ड तो विशेष राज्य है, क्योंकि मोदी जी तो कहते है कि विकास देखना हो तो झारखण्ड जाइये, सचमुच ये विकास ही तो है, कि यहां से आइएएस की पत्नियों द्वारा आयोजित मेले को भी वहीं स्थान दिया जा रहा है, जो मुख्यमंत्री को मिलता है।