राजनीति

झामुमो आरोप लगाने के बजाय, उसकी पोटली में जितने भी आरोप भाजपा के खिलाफ हैं, एसआइटी गठित कर जांच करवा, रिपोर्ट सार्वजनिक करें – प्रदीप सिन्हा

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने आज झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य पर पलटवार करते हुए कहा कि झामुमो राज्य में सत्ताधारी दल है, इसलिए भाजपा पर उल्टा सीधा आरोप लगाकर हिट एंड रन वाली पॉलिसी अपनाती है। उन्होंने कहा कि पहले भी भाजपा झामुमो से कह चुकी है कि आरोप लगाने से अच्छा है अपनी सबसे पसंदीदा और विश्वासी एजेंसी से हर आरोप का जांच कराइए और जनता को उसका रिपोर्ट सार्वजनिक कर बताइए कि गौ तस्करी का पैसा कौन-कौन खा रहा है?

उन्होंने कहा कि गो तस्कर से किसकी सहानुभूति है, यह राज्य की जनता जान चुकी है। उन्होंने कहा कि राज्य के ऐसे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी हैं, जिन्होंने सार्वजनिक मंच से भरी सभा में पुलिस पदाधिकारियों को गो तस्करों पर कारवाई नहीं करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि झामुमो बताए कि कैसे एक आदिवासी महिला दारोगा संध्या टोपनो जिसे गो तस्करों ने ट्रक से कुचल कर मार दिया और सरकार ने जांच का दिखावा करके इसकी लीपापोती का प्रयास किया।

उन्होंने कहा कि संध्या टोपनो की हत्या की जांच का जिम्मा मीरा सिंह जैसे दागी पुलिस अधिकारी को सौंपा गया जो एक आदिवासी महिला से घूस लेने के आरोप में रंगे हाथ पकड़कर जेल भेजी गई थी। उन्होंने कहा कि इसी से पता चलता है कि गो तस्करी का पैसा किस पार्टी और किस नेता के पास जाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा आर्थिक शुचिता की पक्षधर है। पार्टी के कार्यक्रम में पूरी आर्थिक पारदर्शिता बरती जाती है।

श्री सिन्हा ने कहा दरअसल झामुमो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की संकल्प सभा में उमड़ती भीड़ से परेशान है। इधर ईडी की जांच मुख्यमंत्री के खिलाफ सख्त हो रही।  झामुमो को अपनी हार सुनिश्चित दिखाई पड़ने लगी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की खतियानी जोहार यात्रा स्कूली बच्चों और नाच गाना पर आश्रित थी, जबकि बाबूलाल मरांडी की सभा में स्वाभाविक भीड़ उमड़ रही है।

उन्होंने कहा कि सांच को आंच क्या? राज्य सरकार अविलंब एस आई टी गठित करे और झामुमो की पोटली में जितने भी आरोप भाजपा के खिलाफ हैं, किसका किससे क्या संबंध है, कौन-कौन किस किस से लेता देता है? उसकी पूरी ईमानदारी से जांच करा कर रिपोर्ट सार्वजनिक करे। इसमें नहीं लगता कि किसी को दिक्कत भी होनी चाहिए।