जमशेदपुर के आजाद नगर में मुस्लिम संगठनों द्वारा निर्मित आइसोलेशन सेंटर को नहीं मिल रही थी प्रशासनिक स्वीकृति, BJP नेता कुणाल ने लगाया जोर, मिली सफलता
दर्जनों मुस्लिम संगठन इस बात को लेकर लगे थे कि जमशेदपुर के आजाद नगर में दस बेडवाली आइसोलेशन सेंटर की प्रशासनिक स्वीकृति मिले, ताकि कोविड-19 से लड़ रहे लोगों को राहत मिल सकें। इन मुस्लिम संगठनों ने इसकी तैयारी तो कर ली, पर प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिल रही थी, फिर क्या था? मामला भाजपा नेता कुणाल षाड़ंगी के पास पहुंचा, कुणाल षाड़ंगी ने इस मामले को प्रशासन तक लेकर पहुंचे और इस पर स्वास्थ्य मंत्री समेत कई प्रशासनिक अधिकारियों को इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।
लीजिये, आज सोमवार को आजादनगर वेल्फेयर आइसोलेशन सेंटर की अनुमति मिल चुकी है, सारे संगठन खुश है, और दिल से इस बात के लिए भाजपा नेता कुणाल षाड़ंगी को बधाई भी दे रहे हैं। सबसे खुशी इस बात की है कि अब हर समुदाय के लोगों ने इस कोरोना से लड़ने का मन बना लिया है, जिसका सुखद परिणाम अब जल्द देखने को मिलेगा, क्योंकि जब-जब लोग एकता के सूत्र में बंधकर किसी भी परेशानियों से लड़े हैं, सफलता मिली ही हैं।
अब मानगो अंतर्गत पब्लिक वेलफेयर हाई स्कूल में दस बेड वाली आइसोलेशन सेंटर का संचालन होगा। अस्पतालों में बेड की कमी को देखते हुए कुछ दिनों पूर्व दस बेड के आइसोलेशन सेंटर के संचालन की इच्छा ज़ाहिर करते हुए, मानगो की लगभग एक दर्जन अल्पसंख्यक संस्थाओं ने संयुक्त रूप से आइसोलेशन सेंटर तैयार कर उसके संचालन का मन बनाया था। इसके लिए बीते 04 मई को जिले के सिविल सर्जन से अनुमति के लिए लिखित अनुरोध भी किया गया था।
इसके बावजूद प्रशासन के स्तर से अनुमति नहीं मिल रही थी। इसी बीच आजादनगर के स्थानीय भाजपा नेता मोहम्मद निसार एवं फ़ातिमा शाहीन ने इस मामले को पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी के संज्ञान में लाकर आवश्यक हस्तक्षेप के लिए निवेदन किया। कुणाल षाड़ंगी ने इस मामले को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर विचार करने का अनुरोध जिला उपायुक्त से किया था। वहीं वे लगातार सिविल सर्जन से भी इस आशय में जरूरी सहयोग करने का आग्रह करते रहें।
इसका प्रतिफल रहा कि सोमवार को सिविल सर्जन ने मानगो के पब्लिक वेलफेयर हाई स्कूल में आइसोलेशन सेंटर संचालित करने की सशर्त अनुमति दे दी। प्रारंभ में दक्ष चिकित्सकों की देखरेख में ऑक्सीजन युक्त दस बेड तैयार किये गये हैं। डॉ. एम एन इस्लाम एवं डॉ. जहांज़ेब खान उक्त आइसोलेशन सेंटर में सेवा मुहैया करायेंगे। उक्त सेंटर को इस शर्त पर अनुमति दी गई है कि केवल हल्के लक्षणों वाले कोविड संक्रमित मरीजों एवं आइसोलेशन के लिए ही उक्त सेंटर को इस्तेमाल किया जायेगा। ज्यादा बीमार मरीजों को त्वरित उच्च सेंटर या बड़े अस्पताल में रेफर करने का निर्देश अनुमति पत्र में अंकित है।
आइसोलेशन सेंटर के संचालन के लिए पैगाम -ए- इस्लाम एडुकेशन वेलफेयर ट्रस्ट, मरकज़ी दारुल किरत, रियल इंडिया फाउंडेशन, दरेन फाउंडेशन, मन्ना वा सलवा, झारखंड ह्यूमैनिटी फाउंडेशन, तंजीम अहले सुन्नत, ज़म्मित अहले हदित, जूनियर मोहम्मडन सोशल क्लब एवं आलम वेलफेयर फाउंडेशन ने एक मंच पर आकर आजादनगर वेलफेयर आइसोलेशन सेंटर के बैनर तले इसके संचालन की तैयारियां की है। प्रशासनिक स्वीकृति मिलते ही शीघ्र ही आइसोलेशन सेंटर की संचालन प्रारंभ कर दी जायेगी।
इस सेंटर की स्वीकृति मिलने में पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी की उल्लेखनीय भूमिका का जिक्र करते हुए आजादनगर के युवाओं ने आभार जताया है। सद्दाम खान नामक एक युवा ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिये सूचित किया कि आइसोलेशन सेंटर के लिए प्रशासनिक सहमति मिल गई है। युवक ने पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी के प्रयासों का शानी मानते हुए कहा कि यह अनुमति उनकी लगातार कोशिशों के प्रतिफल है।
स्थानीय युवाओं के ट्विटर संदेश पर प्रतिक्रिया ज़ाहिर करते हुए कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि मानवता की सेवा के लिए प्रयास करना उनका परम दायित्व है। उन्होंने इस परोपकारी कार्य मे सेवा का अवसर देने के लिए स्थानीय भाजपा नेताओं फ़ातिमा शाहीन और मोहम्मद निसार को मामले को उनके संज्ञान में लाने के लिए विशेष आभार जताया।
उन्होंने एक मंच पर आकर आइसोलेशन सेंटर संचालन की महत्ती कार्य मे जुटे सभी स्वयंसेवी अल्पसंख्यक संगठनों की प्रशंसा की। पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने उनके आग्रह पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए अपने ट्विटर हैंडल के जरिये सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, जिला उपायुक्त सूरज कुमार सहित सिविल सर्जन डॉ. एके लाल के प्रति कृतज्ञता प्रकट किया है।